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आक्रामकता के दम पर हरमनप्रीत कौर को इस सीज़न मिली है अधिक सफलता

MI की बल्लेबाज़ी कोच देविका पलशिकर ने हरमनप्रीत के खेल में आए बदलाव की वजह और उनकी रणनीति के बारे में भी बताया है

The reverse sweep from Harmanpreet Kaur... from the back of the bat, Gujarat Giants vs Mumbai Indians, WPL, Brabourne, Mumbai, March 10, 2025

Harmanpreet Kaur पर एलिमिनेटर मुक़ाबले में एक बार फिर बड़ी ज़िम्मेदारी होगी  •  BCCI

महिलाओं के खेल में हरमनप्रीत कौर उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिन्हें खुलकर खेलने के लिए विशेष परिस्थिति की ज़रूरत नहीं पड़ती। WPL 2025 के मुंबई इंडियंस (MI) के पहले मैच में जब हरमनप्रीत बल्लेबाज़ी के लिए आईं तो उन्होंने राधा यादव की गेंद पर स्टेप आउट करते हुए लॉन्ग ऑफ़ के ऊपर से 74 मीटर लंबा छक्का जड़ दिया। तब हरमनप्रीत सिर्फ़ नौवीं गेंद का सामना कर रही थीं।
2009 में डेब्यू के बाद से ही हरमनप्रीत के स्ट्रोकप्ले आकर्षण का केंद्र रहा है। उनका बैट स्विंग और चेज़ करने की क्षमता उन्हें अलग बनाती है। जब वो बल्लेबाज़ी कर रही होती हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि गेंदबाज़ के ऊपर 10 गुना अधिक दबाव है।
हालांकि कप्तानी के साथ ज़िम्मेदारी भी आती है इसलिए कई बार बल्लेबाज़ अपनी आक्रामक शैली के साथ भी समझौता कर लेते हैं। ऐसा हरमनप्रीत के मामले में भी होता दिखा जब 2024 T20 वर्ल्ड कप में भारत के जल्दी बाहर होने पर उनका ध्यान इस पर चला गया कि उन्हें कौन सा शॉट खेलना चाहिए बजाय इसके कि वह ऐसे शॉट्स क्यों नहीं खेल पा रही हैं। 2024 में T20 में पहली 10 गेंदों पर उनका स्ट्राइक रेट 83.56 तक चला गया जो कि तीन वर्षों में उनका न्यूनतम स्ट्राइक रेट था।
MI हरमनप्रीत और नैट सिवर-ब्रंट पर बहुत हद तक निर्भर है। दोनों का प्रदर्शन टीम के प्रदर्शन से भी मेल खाता है और यह बल्ले के साथ हरमनप्रीत की सुरक्षा प्रथम नीति को भी दर्शाता है और इस नीति के चलते उनकी टीम WPL का प्रथम सीज़न जीतने में भी सफल रही, लेकिन यह रवैया पूर्ण रूप से सफल साबित नहीं हुआ।
2024 में MI जीत की दहलीज़ पर पहुंचकर फ़ाइनल खेलने से वंचित रह गई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ एलिमिनेटर मैच में हरमनप्रीत ने 30 गेंदों पर 33 रन बनाए और जब वह आउट हुईं तो MI को जीत के लिए दो ओवर में 16 रनों की दरकार थी लेकिन अन्य बल्लेबाज़ टीम को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा पाए।
इससे ठीक एक मैच पहले हरमनप्रीत ने ख़ुद को इसी परिस्थिति में पाया जब MI को गुजरात जायंट्स (GG) के ख़िलाफ़ जीत के लिए छह ओवर में 91 रनों की दरकार थी। लेकिन इस दौरान वह टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकालने में सफल हुईं और इसका श्रेय GG की लचर फ़ील्डिंग को भी गया। हरमनप्रीत का कैच जब छूटा तब वह 21 गेंदों पर 20 रन बनाकर खेल रही थीं। लेकिन इसके बाद उन्होंने 48 गेंदों पर 95 रनों की पारी खेलते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी।
WPL 2025 से पहले MI की बल्लेबाज़ी कोच देविका पलशिकर ने हरमनप्रीत की बल्लेबाज़ी की शैली बदलने पर चर्चा की थी। इसके पीछे सोच यही थी कि हरमनप्रीत शुरुआत से ही आक्रामक शैली अपनाएंगी लेकिन इसके एवज़ में वह अंधाधुन बल्लेबाज़ी नहीं करेंगी। यह काम अभी भी प्रगति पर है और यह शैली बैकफ़ायर भी कर सकती है लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह विश्व की सबसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ों में से एक को दोबारा ख़तरनाक बना रहा है। इस सीज़न पहली 10 गेंदों पर उनका स्ट्राइक रेट 122.58 का है जो कि पिछले और 2023 के सीज़न क्रमश: 93.98 और 73.68 के स्ट्राइक की तुलना में काफ़ी अधिक है।
राधा की गेंद पर जड़ा छक्का WPL में हरमनप्रीत द्वारा अपनी पारी के दौरान जड़ा गया सबसे जल्दी छक्का था। उसी मैच में 11वां ओवर करने आईं ऐनाबल सदरलैंड को उन्होंने चौका, चौका, छक्का और चौका जड़ा। हालांकि पांचवीं गेंद पर वह आउट हो गईं। WPL के पहले दो सीज़न में हरमनप्रीत ने पारी के शुरुआती दौर में कम जोखिम लिया और पहली 20 गेंदों के भीतर वह 16 पारियों में से पांच बार आउट हुईं। उन्होंने इस आंकड़े को अकेले इस सीज़न में ही छू लिया है लेकिन उनकी टीम अभी भी प्लेऑफ़ में है और वह इस सीज़न तीसरी सर्वाधिक रन बनाने वालीं बल्लेबाज़ भी हैं।
GG के ख़िलाफ़ हरमनप्रीत की मैच जिताऊ पारी के बाद पलशिकर ने कहा, "वह इस सीज़न अधिक बेहतर स्थिति में हैं। अगर आपको पिछले साल का एलिमिनेटर मुक़ाबला याद हो तो हम पांच रन से हारे थे, वह काफ़ी क़रीबी मुक़ाबला था। उसके बाद हमारी काफ़ी लंबी चर्चा हुई थी और हमने इस सीज़न की शुरुआत से पहले यह तय किया था कि नैट और हरमन में से कोई एक बल्लेबाज़ अंत तक रहेगा। वह पेस और स्पिन के ख़िलाफ़ काफ़ी अभ्यास करती हैं। वह अंत तक क्रीज़ पर डटे रहने के तरीके ढूंढ़ रही हैं और इसकी झलक हमें उनके प्रदर्शन में भी दिखाई दे रही है।"
ऐसा प्रतीत होता है कि हरमनप्रीत दोनों तरह का प्रयास कर रही हैं लेकिन वह अब अधिक ध्यान केंद्रित कर बल्लेबाज़ी कर रही हैं ताकि वह जल्द से जल्द लय प्राप्त कर सकें। वह हमेशा से ही एक मैच विनर रही हैं लेकिन इस सीज़न वह और मेहनत कर रही हैं और अपनी प्रतिभा की क्षमता की भी परीक्षा ले रही हैं।

एस सुदर्शनन ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।