गिल बनाम अफ़रीदी, हारिस बनाम बुमराह: भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले की कुछ ख़ास बातें

शशांक किशोर और दन्याल रसूल
इसके अलावा कलाईयों के स्पिनरों की भी जंग देखने वाली होगी

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चोपड़ा: कुलदीप और चक्रवर्ती इस मुक़ाबले को कंट्रोल कर सकते हैं

एशिया कप में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में होने वाले ग्रुप मैच पर पूरी क्रिकेट दुनिया की नजरें होंगी। इस मैच की कुछ ख़ास बातें।

सुपरस्टार्स की भिड़ंत

जब शाहीन शाह अफ़रीदी ने शुभमन गिल को 2023 विश्व कप में अहमदाबाद में एक लाख दर्शकों के सामने आउट किया था, तो इतनी ख़ामोशी थी कि मक्खी की भनभनाहट भी आप सुन सकते थे।

गिल अब भारतीय क्रिकेट में ऑल-फ़ॉर्मैट सुपरस्टार हैं। वह टेस्ट टीम के कप्तान हैं, जबकि सफेद गेंद क्रिकेट में कप्तानी के दावेदार माने जा रहे हैं और फ़िलहाल उपकप्तान हैं।

पीठ की चोट, ख़राब फॉर्म और T20I कप्तानी के आने-जाने के मुश्किलों के दो सालों के बाद अफ़रीदी ने फिर से वही धार पा ली है, जिसने उन्हें पाकिस्तान का सबसे ख़तरनाक तेज़ गेंदबाज़ बनाया था। लेट इन-स्विंग, तेज़ रफ़्तार और शीर्ष क्रम को ध्वस्त करने की क्षमता, जैसे उन्होंने 2021 T20 विश्व कप में भारत को हराते समय किया था।

इन दोनों खिलाड़ियों के नजरें मिलाने और तीखे शब्दों की लड़ाई की कहानी अंडर-19 विश्व कप के दिनों से है। हालांकि रविवार को T20I में ये दोनों पहली बार आमने-सामने होंगे।

कलाई के स्पिनरों का मुकाबला

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Run-नीति: पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बुमराह के साथ अर्शदीप आएंगे नज़र ?

दुनिया के किसी और टीम में कुलदीप यादव ऑल-फ़ॉर्मैट खिलाड़ी होते। लेकिन भारत में उन्हें सफे़द गेंद के विशेषज्ञ की भूमिका निभानी पड़ रही है। इंग्लैंड में पूरा समर बाहर बैठने के बाद UAE के ख़िलाफ़ उनके चार विकेट का प्रदर्शन एक अच्छा संकेत हो सकता है।

कुलदीप इस मंच को भली-भांति जानते हैं। चाहे वे भूलना चाहें भी, तो कोई उन्हें 2019 विश्व कप में बाबर आज़म को की गई उस गेंद को भुलाने नहीं देगा, जिसने शेन वॉर्न को भी प्रभावित कर दिया था।

अबरार अहमद ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में शुभमन गिल को आउट कर जश्न मनाया © Associated Press

उनके साथ हैं वरूण चक्रवर्ती, जिनका करियर एक तमिल फिल्म की कहानी जैसा है। आर्किटेक्ट और फिल्म में करियर बनाने की चाह रखने वाले वरूण को 2021 T20 विश्व कप के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। उनको पता भी नहीं था कि वे फिर से भारत की जर्सी पहन पाएंगे या नहीं। लेकिन पिछले T20 विश्व कप के बाद से किसी भी गेंदबाज़ ने वरूण के 32 विकेट से ज़्यादा विकेट नहीं लिए हैं।

पाकिस्तान के पास भी मिस्ट्री स्पिनर्स हैं। बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर सूफ़ियान मक़ीम देश के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं। वह कुलदीप से ज्यादा तेज़ हैं और कुछ-कुछ नूर अहमद जैसे हैं।

उन्होंने 2023 इमर्जिंग एशिया कप में पाकिस्तान की भारत पर जीत में अहम भूमिका निभाई थी और अब उनके पास बड़े मंच पर यह करने का मौक़ा है। वह अभी टीम के नियमित खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन एक बेहतरीन गेंद या स्पेल उन्हें टीम का स्थायी खिलाड़ी बना सकता है।

वरूण और कुलदीप बनाम मक़ीम और अबरार, एक दिलचस्प कहानी हो सकती है।

मोहम्मद हारिस के लिए जसप्रीत बुमराह का सामना करना आसान नहीं होगा © Getty Images

बुमराह बनाम हारिस

मोहम्मद हारिस, सैम कॉन्सटस की तरह, जसप्रीत बुमराह से बेहतर खिलाड़ी नहीं हैं। लेकिन हैरिस की बल्लेबाज़ी, कॉन्सटस जैसी है। नौ महीने पहले कॉन्सटस ने बुमराह के ख़िलाफ़ अपने टेस्ट डेब्यू में दो बार रिवर्स-स्कूप पर छक्का लगाया था।

रविवार को हारिस पहली बार बुमराह का सामना करेंगे। हारिस का जोखिम भरा खेल भी कुछ ऐसा ही है। उन्होंने 2022 T20I विश्व कप में सिर्फ़ अपने दूसरे T20I में पाकिस्तान की डूबती उम्मीदों को बचाया था। उन्होंने कगिसो रबाडा के खिलाफ़ सिर्फ़ 11 गेंदों में 28 रन बनाए थे।

शुक्रवार को ओमान के ख़िलाफ़ मैच से पहले उनके 11 पारियों में सिर्फ़ 54 रन यह दिखाते हैं कि उनका अंदाज़ ज़्यादातर बार असफल होता है। लेकिन बुमराह जैसे गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ पारंपरिक तकनीक भी ज़्यादा मदद नहीं करेगी। उम्मीद करें कि हारिस जोरदार शॉट्स से रन बनाने की कोशिश करेंगे, क्योंकि पाकिस्तान को उनसे यही चाहिए। लेकिन तर्क और आंकड़े बताते हैं कि ऐसा होना मुश्किल है।

क्या हसन नवाज़, भारत के बेहतरीन स्पिनरों का सामना कर पाएंगे? © Associated Press

हसन नवाज़ बनाम भारतीय स्पिनर

हसन नवाज़, पाकिस्तान के लिए बड़े हिटर बनकर उभरे हैं। उनकी बल्लेबाज़ी पोजिशन में बदलाव के बाद अब पाकिस्तान उन्हें तभी भेजता है, जब फ़ील्ड फैल चुकी होती है। 2025 में उनका T20 स्ट्राइक रेट 174.09 का है, जो केवल डेवाल्ड ब्रेविस और टिम डेविड से कम है।

हालांकि स्पिन के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 150 है, जबकि तेज़ गेंदबाज़ी के ख़लाफ़ 173.48। वे हर तरह की गेंदबाज़ी पर हमला करते हैं, लेकिन बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उनका खेल अलग नज़र आता है।

हाल की त्रिकोणीय सीरीज़ में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ वह, नूर और राशिद ख़ान के सामने तीन पारियों में 33 रन ही बना सके थे। अक्षर पटेल, वरूण और कुलदीप की भारतीय स्पिन तिकड़ी भी उसी स्तर की है और बीच के ओवरों में बल्लेबाज़ों को रोकने में माहिर है।

संभावना है कि नवाज़ के क्रीज़ पर आते ही स्पिन आ जाएगा। वे इस चुनौती के ख़िलाफ़ ख़ुद को साबित कर पाएंगे या नहीं, यही इस मुक़ाबले का अहम मोड़ हो सकता है।

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