गार्डनर की पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के मुंह से छीना जीत का निवाला
49 रन पर 5 विकेट गंवाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ज़बरदस्त वापसी करते हुए सबको हैरान कर दिया
शशांक किशोर
29-Jul-2022
मैच जिताऊ पारी के दौरान शॉट खेलतीं गार्डनर • Associated Press
ऑस्ट्रेलिया 157/7 (गार्डनर 52*, हैरिस 37, ठाकुर 4-18) ने भारत 154/8 (हरमनप्रीत 52, शेफ़ाली 48, जोनासन 4-22) को तीन विकेट से हराया
ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर दिखाया कि क्यों उन्हें आधुनिक महिला क्रिकेट में एक शक्ति माना जाता है। अनहोनी को होनी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 49 रन पर 5 विकेट से वापसी की और एक ओवर पहले ही 155 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त कर लिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से ऐश्ली गार्डनर ने मैच जिताऊ नाबाद 52 रन की पारी खेली, वहीं ग्रेस हैरिस ने तेज़ 37 रन बनाकर उनका अच्छा साथ दिया।
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम 10 ओवरों में लगभग नौ की इकॉनमी रेट से 89 रन की ज़रूरत थी। गार्डनर और हैरिस ने 34 गेंदों में अर्धशतकीय साझेदारी की। वहीं जब हैरिस आउट हो गईं तो अपना आक्रामक रूख़ दिखाते हुए गार्डनर ने मैच को समाप्त किया और भारत के मुंह से जीत का निवाला छीन लिया।
दीप्ति शर्मा के 4 ओवर और 2 विकेट को छोड़ दिया जाए तो भारतीय स्पिनरों ने सात ओवर किए और बिना कोई विकेट लिए लगभग 11 की इकॉनमी से 76 रन दिए। राधा यादव ने लगातार शॉर्ट गेंदबाज़ी की और अपने चार ओवरों में सर्वाधिक 42 रन लुटाए। उनकी छोटी गेंदों पर हैरिस ने विकेट के दोनों ओर शॉट लगाए, वहीं जब राधा फ़ुल हुईं तो उन्होंने आगे निकलकर गेंदबाज़ के ऊपर से खेल दिया। दूसरी छोर से एक और बाएं हाथ की अनुभवी स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ ने 2 ओवर में 24 रन दिए। गार्डनर और हैरिस ने सिर्फ़ 34 गेंदों में अर्धशतकीय साझेदारी की और दबाव को भारत के ऊपर ला दिया।
12वीं ओवर की अंतिम गेंद पर जब हैरिस का विकेट गिरा तब भी लगा कि भारत मैच में वापसी कर सकता है। हैरिस ने 20 गेंदों पर तेज़ 37 रन की पारी खेली, जिसमें 5 चौके और दो छक्के शामिल थे। लेकिन इसके बाद आईं अलाना किंग ने गार्डनर का बख़ूबी साथ दिया और 16 गेंदों में तीन चौके की मदद से नाबाद 18 रन बनाईं।
जब गार्डनर ने 34 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया तब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए महज़ 3 रन चाहिए थे। किंग ने मिडविकेट पर चौका लगाकर जीत की औपचारिकता पूरी कर दी।
इससे पहले टॉस जीतने के बाद भारत के लिए स्मृति मांधना और शेफ़ाली वर्मा ने शानदार शुरूआत दी थी। मांधना को दूसरे ओवर में रेचल हेंस ने एक जीवनदान दिया, जिसका उन्होंने पूरा फ़ायदा उठाया और कुछ शानदार चौके जड़े। हालांकि वह अधिक देर तक क्रीज़ पर नहीं ठीक पाईं और 17 गेंद पर24 रन बनाकर पारी के चौथे ओवर में डार्सी ब्राउन का शिकार हुईं।
मांधना के आउट होने के बाद अब तक शांत रहीं शेफ़ाली ने हाथ खोलें। उन्होंने पारी के सातवें ओवर में मेगन शूट की गेंद पर आगे निकलकर अपना पहला चौका जड़ा। इसके बाद उन्होंने लेग स्पिनर अलाना किंग को निशाना बनाया। हालांकि इस दौरान उन्हें तीन जीवनदान मिला। एक समय 13 गेंदों पर 11 रन बनाकर खेल रहीं शेफ़ाली ने 31 गेंद पर 48 रन बनाएं और बाएं हाथ की स्पिनर जेस जॉनासन की गेंद पर आउट हुईं।
अब बारी भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर की थी। उन्होंने लेग साइड में अपना जलवा दिखाते हुए लगातार स्वीप, पुल और फ़्लिक शॉट खेले और तेज़ी से रन बनाया। उन्होंने 34 गेंद पर 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 52 रन बनाए और भारत को 150 के पार ले गईं।
भारत का स्कोर 170 के पार भी जा सकता था लेकिन दूसरी तरफ़ से जॉनासन लगातार विकेट लेती रहीं और भारतीय मध्य क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने अपने 4 ओवरों में 22 रन देकर 4 विकेट लिए और भारत को 154 रन पर रोका। भारत ने अंतिम पांच ओवरों में सिर्फ़ 39 रन बनाए।
155 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शरूआत अच्छी नहीं रही थी और रेणुका ठाकुर ने उन्हें एक के बाद एक लगातार चार झटके दिए। अलिसा हीली को उन्होंने स्लिप में और मेग लानिंग को प्वांइट पर कैच कराया, जबकि बेथ मूनी और तालिया मैकग्रा को क्लीन बोल्ड किया।
उस समय तक भारत की जीत सुनिश्चित लग रही थी लेकिन आप तो जानते हैं क्रिकेट में अंतिम गेंद तक कुछ भी निश्चित नहीं होता है।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं