राष्ट्रमंडल खेलों की स्मृतियों में काफ़ी दिनों तक ज़िंदा रहेगी स्मृति की पारी
भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों ने दबाव वाली परिस्थितियों में की धारदार गेंदबाज़ी
शशांक किशोर
06-Aug-2022
इस जीत के साथ भारत कॉमनवेल्थ गेम्स के फ़ाइनल में पहुंच चुका है • Getty Images
भारत 164/5 (स्मृति 61, जेमिमाह 44*, केंप 2-22) ने इंग्लैंड 160/6 (सीवर 41, वायट 35, जोंस 31, स्नेह 2-28) को चार रनों से हराया
अपने प्रतिद्वंद्वी की ताक़त से बेपरवाह और दबाव में लड़खड़ाने के अपने इतिहास से अप्रभावित, भारतीय महिला टीम ने सेमीफ़ाइनल में 17 हज़ार दर्शकों के सामने मेज़बान इंग्लैंड को एक रोमांचक मुक़ाबले में हरा दिया। इस जीत के साथ भारत राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण पदक से बस एक क़दम दूर है।
शनिवार को हुए मुक़ाबले में टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया। इसके बाद पहले स्मृति मांधना ने एक तेज़ तर्रार अर्धशतकीय पारी खेली और फिर जेमिमाह रॉड्रिग्स के फ़िनिशिंग टच ने भारत को एक मज़बूत स्कोर तक पहुंचा दिया। इसके बाद गेंदबाज़ों ने एक ख़राब शुरुआत के बाद इंग्लैंड पर दबाव बनाया और मैच को भारतीय टीम की झोली में डाल दिया।
अंतिम 12 गेंदों में इंग्लैंड को जीतने के लिए 27 रनों की आवश्यकता थी। हरमनप्रीत कौर ने 19वें ओवर में पूजा वस्त्रकर को गेंद थमाने का निर्णय लिया। उस वक़्त नैटली सीवर बल्लेबाज़ी कर रही थीं, उन्होंने पहले चार गेंदों पर एक शानदार छक्का लगाते हुए 13 रन बना लिए थे लेकिन पांचवीं गेंद पर दो रन लेकर स्ट्राइक अपने पास रखने के प्रयास में वह रन आउट हो गईं। इस मैच में इंग्लैंड की तरफ़ से रन आउट होने वाली वह तीसरी बल्लेबाज़ थीं।
पेनल्टी ने तो लगभग खेल बिगाड़ दिया था
20वें ओवर में स्नेह राणा गेंदबाज़ी करने आईं। इस ओवर की शुरुआत में ही भारतीय टीम के पास एक बुरी ख़बर आ गई। अंपायर ने हरमनप्रीत से कहा कि धीमे ओवर रेट के कारण आप पर पेनल्टी लगाई जा रही है और अब सिर्फ़ तीन ही फ़ील्डर सर्कल के बाहर रखे जा सकते हैं। हालांकि इंग्लैंड इस पेनल्टी का फ़ायदा नहीं उठा पाई और भारत चार रनों से मैच जीत गया।
इस ओवर के बाद यह तय हो गया कि इंग्लैंड अब कांस्य पदक के लिए अपना मैच खेलेगा और भारत दूसरे सेमीफ़ाइनल के विजेता का इंतज़ार करेगा।
स्मृति की पारी की स्मृतियां कई सालों तक याद रखी जाएंगी
स्मृति इस पूरी प्रतियोगिता में बेहतरीन टाइमिंग के साथ अपने शॉट खेल रही थीं। इस मैच में भी यह लय बरक़रार रही और सिर्फ़ 23 गेंदों पर उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। इस आतिशबाज़ी के कारण भारत को बेहतरीन शुरुआत मिली। भारत ने अपने पहले 50 रन सिर्फ़ 4.3 ओवरों में बना लिए थे। इसके अलावा पावरप्ले में भारतीय टीम ने कुल 64 रन बटोरे।
इंग्लैंड का काउंटर-अटैक
भारत आठ ओवर में 76 रन बना कर एक बढ़िया स्थिति में था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि 180 से ज़्यादा का स्कोर आराम से बन सकता है लेकिन अगले तीन ओवर में भारत ने सिर्फ़ 11 रन बनाए और अपने दोनों सलामी बल्लेबाज़ों को गंवा भी दिया। 14 ओवर के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट के नुक़सान पर 113 रन था।
जेमिमाह जमी रहीं
हरमनप्रीत के विकेट के बाद दीप्ति शर्मा बल्लेबाज़ी करने आईं। बारबेडोस के ख़िलाफ़ भी दीप्ति और जेमिमाह को एक ऐसा ही मंच मिला था और उस दौरान उन्होंने सात ओवर में 70 रन बटोरे थे। दोनों बल्लेबाज़ों ने पहले एक्के-दुक्के के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने आक्रमण करना शुरू किया। 38 गेदों की साझेदारी में उन्होंने कुल 53 रन बटोरे। दीप्ति भले ही पिछले मैच की तरह लय में नहीं थी लेकिन जेमिमाह फ़िलहाल जम कर रन बना रही हैं और इस मैच में उन्होंने फिर से 31 गेंदों में 44 रनों की नाबाद पारी खेली।
इंग्लैंड की शुरआत शानदार लेकिन निराशाजनक अंत
एक बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए सोफ़िया डंकली ने पहले ही ओवर में फ़ॉर्म में चल रही भारतीय गेंदबाज़ रेणुका सिंह के ओवर से 15 रन बटोरे। पहले छह ओवरों के बाद इंग्लैंड ने एक विकेट के नुक़सान पर 58 रन बना लिए थे। हालांकि निरंतर विकेटों के पतन, कुछ दुर्भाग्यपूर्ण रन आउट और सटीक स्पिन गेंदबाज़ी ने इंग्लैंड को लक्ष्य से चार रन दूर रख दिया।
शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।