कई दिनों के बाद वार्नर आज बढ़िया लय में दिखे • ICC via Getty
डेविड वॉर्नर और मिचेल मार्श के शानदार अर्धशतकों के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने अपने अंतिम ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज़ को आठ विकेट के बड़े अंतर से हरा दिया। इस बड़ी जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया सेमीफ़ाइनल के बेहद क़रीब पहुंच गया है। अब साउथ अफ़्रीका की इंग्लैंड पर एक बहुत बड़ी जीत ही उनके राह में बाधा बन सकती है।
वेस्टइंडीज़ पहले ही विश्व कप से बाहर हो चुका है और इस हार के बाद उन्हें अब अगले विश्व कप के प्रमुख चरण में पहुंचने के लिए क्वालीफ़ाइंग मैच खेलना होगा। 15 नवंबर की आईसीसी रैंकिंग की शीर्ष आठ टीमें ही अगले साल के टी20 विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफ़ाई कर पाएंगी और वेस्टइंडीज़ फ़िलहाल शीर्ष आठ से बाहर है।
यह ड्वेन ब्रावो और संभवतः क्रिस गेल का भी आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच था। जॉश हेज़लवुड ने उनके आख़िरी मैच के मज़े को किरकिरा कर दिया और चार विकेट लिए। कप्तान कायरन पोलार्ड की एंकर पारी और अंत में आंद्रे रसल के कुछ बड़े शॉट की मदद से वेस्टइंडीज़ की टीम 157 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंची।
इसके ज़वाब में डेविड वॉर्नर ने विश्व कप का अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर खड़ा करते हुए 56 गेंदों पर नाबाद 89 रन बनाए। मिचेस मार्श ने भी उनका बख़ूबी साथ देते हुए विश्व कप का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने तेज़ी से रन बनाए ताकि उनका नेट रन रेट ऊपर रहे और अंतिम मैच में साउथ अफ़्रीका के जीतने पर भी उनके सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के अवसरों पर ज़्यादा फ़र्क ना पड़े। अब साउथ अफ़्रीका को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चल रहे मैच में कम से कम 160 रन बना कर 61 रनों से मैच जीतना होगा।
इससे पहले वेस्टइंडीज़ ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। हेज़लवुड के पहले ओवर में एविन लुईस और गेल ने 19 रन जोड़े। अगले ओवर में गेल ने कमिंस पर लांग ऑन पर छक्का जड़ा लेकिन अगली गेंद पर ही बोल्ड हो गए। उन्होंने नौ गेंदों पर 15 रन बनाए और पवेलियन जाते वक़्त इस तरह सबका अभिवादन किया, जैसे कि वह अपना अंतिम मैच खेल रहे हों। बॉउंड्री पर खड़े उनके साथियों ने भी उन्हें गले लगाकर उनके करियर के लिए बधाई दी।
अगले ओवर में हेज़लवुड ने वापसी करते हुए पहले निकोलस पूरन को कवर पर कैच कराया और फिर रॉस्टन चेज़ को क्लीन बोल्ड कर दिया। पांच रन के अंतराल में ही तीन विकेट गिरे और चौथे ओवर में वेस्टइंडीज़ का स्कोर 35 रन पर तीन विकेट था।
अब क्रीज़ पर दो बाएं हाथ के बल्लेबाज़ लुईस और शिमरॉन हेटमायर थे। इसलिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ऐरन फ़िंच ने ऐडम ज़ैम्पा से पहले ग्लेन मैक्सवेल को आक्रमण पर लगाया। हालांकि सफलता नहीं मिलने पर एक ही ओवर में मैक्सवेल को हटा दिया गया और फिर ज़ैम्पा और मार्श को आक्रमण पर लाया गया। लुईस और हेटमायर ने चौथे विकेट के लिए 35 गेंदों पर 35 रन जोड़े। यह धीमी साझेदारी थी। दबाव में लुईस ने जोखिम उठाते हुए ज़ैम्पा पर आक्रमण करना चाहा और 10वें ओवर में उनकी गुगली का शिकार बन बैठे।
हेज़लवुड इसके बाद फिर 13वें ओवर में आक्रमण पर आए और हेटमायर को एक बाउंसर से चलता किया। अब वेस्टइंडीज़ का स्कोर 91 रन पर 5 विकेट था। अपना अंतिम मैच खेल रहे ब्रावो बल्लेबाज़ी में ऊपर आए लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों ने उन्हें बांधे रखा। वह 12 गेंदों में 10 रन ही बना सके, जिसमें एक छक्का शामिल था।
दूसरे छोर से कप्तान पोलार्ड ने एंकर पारी खेली। उन्होंने धीमी शुरुआत की और फिर कुछ बड़े शॉट्स भी लगाए। पारी के अंतिम ओवरों में आंद्रे रसल ने मसल पावर दिखाते हुए सात गेंदों में एक चौके और दो लगातार दो छक्के लगाकर 18 रन बनाए, जिससे टीम ने सात विकेट पर 157 रन का स्कोर खड़ा किया। अंतिम चार ओवरों में 48 रन बने।
ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत में बाएं हाथ के स्पिनर अकील हुसैन ने अपनी आर्म गेंदों से फ़िंच को बांधने की कोशिश की और दूसरे ओवर में उनका शिकार भी कर लिया। वह ऑफ़ स्टंप पर आती आर्म गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। लेकिन इसके बाद बल्लेबाज़ी करने आए मार्श ने वॉर्नर का साथ निभाया।
वॉर्नर ने जहां चेज़ और जेसन होल्डर पर पावरप्ले में आक्रमण किया, वहीं मार्श संभलकर खेले। पावरप्ले तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 53 रन पर एक विकेट था। पावरप्ले के बाद दोनों छोर से रन बनना शुरु हो गए। मार्श ने हेडन वॉल्श जूनियर पर रिवर्स स्वीप कर बॉउंड्री लगाई और फिर हुसैन पर भी आगे निकलकर उनके सिर के ऊपर से एक सीधा छक्का मारा। 10वें ओवर में मार्श ने रसल की गेंद पर दो चौके और एक छक्का मारा।
इसके बाद ब्रावो और गेल को गेंदबाज़ी दी गई। वॉर्नर ने ब्रावो पर पहले स्विच हिट कर चौका लगाया और फिर पुल करके छक्का जड़ा। गेल ने मार्श को मिड ऑफ़ पर कैच कराया, लेकिन तब तक मैच में सिर्फ़ औपचारिकता ही बची थी। वॉर्नर ने चौका लगाकर टीम को जीत दिला दी।