न्यूज़ीलैंड 163 पर 4 (फ़िलिप्स 39*, नीशम 35*) ने नामीबिया 111 पर 7 (लिंगेन 25, ग्रीन 23, साउदी 2-15, बोल्ट 2-19) को 52 रन से दी मात
नामीबिया गेंदबाज़ों ने न्यूज़ीलैंड के शीर्ष क्रम को लड़खड़ाते हुए मैच को मज़ोदार बना दिया था। मार्टिन गप्टिल, डैरिल मिचेल, केन विलियमसन और डेवन कॉन्वे को पवेलियन की राह दिखाते हुए नामीबिया ने 16 ओवर के बाद न्यूज़ीलैंड का स्कोर 96/4 कर दिया था। यहां पर एक विकेट और गिरती तो समझिए कि भारतीय फ़ैन्स भी अपनी कुर्सी से उछल गए होते, लेकिन ऐसा हो न सका।
ग्लेन फ़िलिप्स और
जिमी नीशम ने यहां से ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए टीम का स्कोर 163 तक पहुंचा दिया था, इन दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 36 गेंदों पर 76 रनों की नाबाद साझेदारी देखने को मिली, इस दौरान आख़िरी 24 गेंदों में तो 67 रन आए। आख़िरी छह ओवर में 76 रन इस प्रतियोगिता में अब तक का सबसे ज़्यादा रन है।
163 के जवाब में नामीबिया सिर्फ़ 111/7 रन ही बना सकी और 52 रन से न्यूज़ीलैंड के सिर जीत का सेहरा बंधा। इस हार के साथ ही नामीबिया अब आधिकारिक तौर पर सेमीफ़ाइनल की रेस से बाहर हो गई है। जबकि न्यूज़ीलैंड के सामने सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के लिए एक ही रास्ता बचा है और वह है अफ़ग़ानिस्तान पर जीत के साथ सेमीफ़ाइनल का टिकट लिया जाए।
फ़िलिप्स-नीशम की आतिशबाज़ी
क़रीब दो साल बाद टेस्ट में वापसी करने की ख़बर को अभी 24 घंटा भी नहीं हुआ था, लेकिन फ़िलिप्स इस मैच में अपने ही अंदाज़ में खेलते नज़र आए। गेंद को देखो और उसके हिसाब से मारो, और अगर ज़रूरत पड़े तो रूम बनाने के लिए कुछ अलग भी करने को वह तैयार थे। नतीजा ये हुआ कि नामीबियाई गेंदबाज़ों को अपनी लेंथ में परिवर्तन करने पर मजबूर होना पड़ा। कभी फ़ुल लेंथ तो कभी यॉर्कर की तलाश में फ़ुलटॉस और इसका फ़ायदा फ़िलिप्स ने जमकर उठाया। नीशम भी बड़ी बड़ी हिट के साथ टीम का स्कोर तेज़ी के साथ बढ़ा रहे थे और चौकों औऱ छक्कों की बारिश जारी थी।
अनुभवी डेविड वीसा भी अपने आख़िरी ओवर में काफ़ी महंगे साबित हुए और 21 रन लुटा डाले। उन्होंने जब ऑफ़ कटर का प्रयास किया तो पीछे जाकर उसे फ़िलिप्स ने एक्सट्राकवर के ऊपर से छक्का जड़ दिया। इसी तरह धीमी गेंद को नीशम ने भी लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्के के लिए पहुंचाया और फिर जब उन्होंने यॉर्कर की कोशिश की तो नीशम ने उसे प्वाइंट और थर्डमैन के बीच में बाउंड्री के बाहर निकाल दिया। वीसा जिन्होंने तीन ओवर के बाद 19 रन देकर एक विकेट लिया था, कोटा ख़त्म करने के बाद उनका फ़िगर हो गया था 4-0-40-1
अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ाई नामीबियाई पारी
विकेट बचाकर लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबिया के लिए स्टेफ़ान बार्ड और माइकल वान लिंगेन ने पावरप्ले तक टीम का स्कोर बिना विकेट गंवाए 36 रन तक ले गए थे। हालांकि पहले चार ओवर में उनकी ओर से कोई बाउंड्री नहीं आई थी लेकिन पावरप्ले के आख़िरी दो ओवर में उन्होंने तीन चौके और एक छक्का लगा दिया था।
क्या उन्हें आक्रामक बल्लेबाज़ी करनी चाहिए थी ? ख़ासतौर से तब जब ईश सोढ़ी और मिचेल सैंटनर की क्वालिटी स्पिन गेंदबाज़ी आना बाक़ी थी। और हुआ भी ठीक वैसा ही, बार्ड को पहले सैंटनर ने क्लीन बोल्ड किया और फिर एरार्ड इरास्मस को शानदार लेग स्पिन पर सोढ़ी ने विकेट के पीछे कैच आउट कराया। 10वां ओवर ख़त्म होने तक नामीबिया का स्कोर 55 पर 3 था, इसके बाद फिर टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट ने खुलकर खेलने का मौक़ा भी नहीं दिया, नतीजा ये हुआ कि नामीबिया की टीम लक्ष्य से 52 रन पीछे रह गई।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब-एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन ने किया है।