यह कहना कि ज़िम्बाब्वे की बल्लेबाज़ी शीर्ष से शुरू होती है, एक नादानी होगी। ज़िम्बाब्वे ने पिछली बार वनडे में ओपनिंग शतकीय साझेदारी
2014 में की थी जब हैमिल्टन मसाकाद्ज़ा और सिकंदर रज़ा ने 224 रन जोड़े थे। 2020 की शुरुआत के बाद से ज़िम्बाब्वे ने
14 अलग-अलग शुरुआती जोड़ियों का उपयोग किया है, जो सभी टीमों में सबसे अधिक है। पहले विकेट के लिए उनका 15 का औसत जनवरी 2020 के बाद से वनडे में
सबसे ख़राब है।
ज़िम्बाब्वे ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ पाल्लेकेले में पहले विकेट के लिए लगातार अर्धशतकीय साझेदारी करके 2022 की शुरुआत की, जब रेजिस चकाब्वा और ताकुडवनाशे काइटानो ने पहले दो वनडे मैचों में 80 और 59 रन जोड़े। लेकिन काइटानो अपनी साधरण फ़ॉर्म के कारण एकादश से अंदर-बाहर होते रहे, जबकि चकाब्वा को बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर और नीचे खिसका दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप ज़िम्बाब्वे की शुरुआत कमज़ोर हो गई है।
काइटानो ने भारत के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में वापसी की और नई गेंद के सामने अपना समय बिताया, लेकिन 32 गेंद में सात रन बनाकर वह विकेट के पीछे लपके गए। पहले मैच में नंबर 6 पर और दूसरे में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने वाले चकाब्वा लंबी पारी न खेलने के बावजूद काफ़ी अच्छे फ़ॉर्म में दिखे। ज़िम्बाब्वे शायद उन्हें शीर्ष क्रम में रख सकता है और टोनी मुनयोंगा को खिला सकता है, जिन्होंने मध्य क्रम में अपने वनडे डेब्यू पर 16 गेंदों में 30 रनों की पारी खेली। बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण पर दबाव डालने के लिए ज़िम्बाब्वे ऐसा कर सकता है।
तीन मैचों की सीरीज़ को पहले ही अपने नाम करने के बाद भारत अंतिम मैच में तेज़ गेंदबाज़ी के अनुकूल परिस्थितियों के सामने अपने बल्लेबाजों को पहले परखना चाहेगा। इसका एक झलक देखा जा सकता था जब टनका चिवंगा ने दूसरे मैच में नई गेंद के साथ सीम और स्विंग का इस्तेमाल किया, भले ही शिखर धवन लगातार चौके बटोरते रहे। शुरुआत में एक साफ़ पिच पर ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज़ भारतीय बल्लेबाज़ों की उपयुक्त परीक्षा ले सकते हैं।
केएल राहुल ने आईपीएल 2022 के बाद पहली बार फ़ील्ड पर वापसी की, जो अगले रविवार से शुरू होने वाले एशिया कप से पहले कुछ अच्छे मैच प्रैक्टिस के साथ अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। और इस मैच से बेहतर अवसर क्या हो सकता है, भेल ही ऐसा करने के लिए विश्व कप सुपर लीग अंक दांव पर लगे हों।
ज़िम्बाब्वे हार हार हार जीत जीत
भारत जीत जीत जीत जीत जीत
सिकंदर रज़ा ने 2022 में वनडे में 500 रन बनाए हैं। इसमें इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ लगातार दो शतक शामिल हैं, जिससे ज़िम्बाब्वे को दोनों मौक़ों पर लक्ष्य हासिल करने में मदद मिली। भारत के ख़िलाफ़ ज़िम्बाब्वे को अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करने की ज़िम्मेदारी रज़ा पर थी। हालांकि जब भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने पहले वनडे में उन्हें परेशान किया, तो अक्षर पटेल ने उन्हें पिछले मैच में बांधे रखने में क़ामयाबी हासिल की। रज़ा निस्संदेह अंतिम मैच में मेज़बान टीम के लिए महत्वपूर्ण होंगे और उनके पास सीरीज़ को अच्छे से ख़त्म करने का मौक़ा होगा।
सीनियर साथियों की अनुपस्थिति में
मोहम्मद सिराज ने भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का काफ़ी शानदार नेतृत्व किया है। उन्होंने सलामी बल्लेबाज़ों को शांत रखने के लिए स्विंग और सीम का अच्छी तरह से इस्तेमाल किया है, साथ ही तेज़ गति वाली छोटी गेंदों से उन्हें आश्चर्यचकित भी किया है। वह अपने पिछले छह वनडे में केवल एक बार खाली हाथ रहे हैं और भारत की तेज़ गेंदबाज़ी बेंच स्ट्रेंथ का चेहरा रहे हैं।
ज़िम्बाब्वे के लिए सलामी जोड़ी संयोजन में एक बदलाव ज़रूरी है। वे शायद हार्ड हिटर
टोनी मुनयोंगा को एकादश में जगह दे सकते हैं, जो ताकुडवनाशे काइटानो या वेस्ले मधेवीरे की जगह पर आ सकते हैं।
ज़िम्बाब्वे (संभावित): 1 तड़िवनाशे मारुमानी, 2 इनोसेंट काइया, 3 रेजिस चकाब्वा (कप्तान और विकेटकीपर),, 4 वेस्ले मधेवीरे/टोनी मुनयोंगा, 5 सिंकदर रज़ा, 6 शॉन विलियम्स, 7 रायन बर्ल, 8 ल्यूक जॉन्गवे, 9 ब्रैड एवंस, 10 विक्टर न्याउची, 11 रिचर्ड एनगरावा
भारत (संभावित): 1 शुभमन गिल, 2 शिखर धवन/ऋतुराज गायकवाड़, 3 इशान किशन, 4 केएल राहुल (कप्तान), 5 दीपक हुड्डा, 6 संजू सैमसन (विकेटकीपर), 7 अक्षर पटेल/शाहबाज़ अहमद, 8 शार्दुल ठाकुर/दीपक चाहर, 9 मोहम्मद सिराज, 10 प्रसिद्ध कृष्णा/आवेश ख़ान, 11 कुलदीप यादव
हरारे में एक और ठंडी सुबह होने वाली है। उम्मीद है कि नई गेंद से तेज़ गेंदबाज़ों को मैच की शुरुआत में मदद मिलेगी।
लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने यहां
पिछले 11 वनडे में से आठ में जीत हासिल की है और उम्मीद है कि ज़िम्बाब्वे टॉस जीतकर कम से कम पहले गेंदबाज़ी करेगा।