रविवार को कोलकाता में IPL के इस सीज़न का अब तक का संभवतः सबसे रोचक मुक़ाबला खेला गया। अंतिम गेंद पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को जीत के लिए तीन रन चाहिए थे, लॉकी फ़र्ग्युसन दूसरे रन के लिए क्रीज़ तक लगभग वापस आ ही गए थे, डीप से एक ख़राब थ्रो फ़िल सॉल्ट तक पहुंचा था लेकिन उन्होंने डाइव लगाकर स्टंप्स बिखेर दिया और KKR को एक रन से जीत मिल गई।
कौन रहे मैच के मुख्य नायक?
वैसे तो इस मैच को KKR ने एक टीम गेम की बदौलत जीता लेकिन इस मैच में KKR की ओर से चार बड़े नायक रहे। सॉल्ट ने बल्लेबाज़ी में अपनी टीम को तेज़ शुरुआत दी, वह भी तब जब आज सुनील नारायण अपने बल्ले से काफ़ी संघर्ष कर रहे थे। इसके बाद कप्तान श्रेयस अय्यर की अर्धशतकीय पारी और अंत में आंद्रे रसल और रमनदीप सिंह की उपयोगी पारियों की बदौलत RCB के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। हालांकि गेंदबाज़ी में अगर रसल, नारायण और हर्षित राणा की तिकड़ी नहीं होती तो RCB को इस मैच को जीतने में कठिनाई नहीं होती।
क्या इस मैच में कोई टर्निंग प्वाइंट था?
मैच इतना रोचक था कि यह एक रोलर कोस्टर राइड की तरह प्रतीत हो रहा था, लिहाज़ा नियमित अंतराल पर मैच की दिशा लगातार बदल रही थी। RCB ने एक तेज़ शुरुआत की थी लेकिन हर्षित ने विराट कोहली का विकेट निकालकर RCB की गति पर लगाम लगाया। हालांकि ख़ुद को आउट दिए जाने के फ़ैसले को लेकर मैदान में कोहली ऑनफ़ील्ड अंपायर के साथ इस निर्णय पर अपना असंतोष प्रकट करते भी दिखाई दिए। RCB की सलामी जोड़ी पावरप्ले के दौरान ही पवेलियन लौट गई थी। लेकिन इसके बाद विल जैक्स और रजत पाटीदार की धुआंधार शतकीय साझेदारी ने मैच को पूरी तरह से RCB की मुट्ठी में कर दिया था।
11 ओवर की समाप्ति तक RCB दो विकेट के नुकसान पर 137 रन बना चुका था और अब उसे जीत के लिए 10 रन से भी कम प्रति ओवर की दर से रन बनाने थे। लेकिन 12वां ओवर करने आए रसल ने मैच का पासा पलटते हुए जैक्स और पाटीदार दोनों को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद अगले ही ओवर में नारायण ने महिपाल लोमरोर और कैमरन ग्रीन को चलता कर दिया।
इसके बाद दिनेश कार्तिक और सुयश प्रभुदेसाई के बीच जब साझेदारी पनपी तब हर्षित ने प्रभुदेसाई को पवेलियन चलता कर KKR की उम्मीदें बढ़ा दी। हालांकि कार्तिक अभी भी क्रीज़ पर डटे हुए थे लेकिन रसल ने 19वें ओवर में उन्हें अपना शिकार बना कर RCB की उम्मीदें लगभग समाप्त कर दी थीं। लेकिन इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट आना अभी भी बाक़ी था।
RCB को जीत के लिए अंतिम ओवर में 21 रन बनाने थे और कर्ण शर्मा ने मिचेल स्टार्क की चार गेंदों पर तीन छक्के जड़ दिए थे। RCB यह मुक़ाबला जीत चुका होता अगर पांचवीं गेंद पर स्टार्क ने अपने फ़ॉलो थ्रू में एक बेहतरीन कैच नहीं लपका होता और अंतिम गेंद पर भी नाटकीय घटनाक्रम ही देखने मिला।
इस मैच का तात्पर्य क्या है?
KKR ने अब तक इस सीज़न में कुल सात में से पांच मैच जीत लिए हैं और वो 10 अंकों के साथ वापस अंक तालिका में दूसरे स्थान पर आ गई है। बेहतर रन रेट के चलते KKR, SRH से एक पायदान ऊपर है। जबकि अब तक आठ मैच खेल चुकी RCB की यह सातवीं हार है, ऐसे में उसके अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदें अब लगभग समाप्त हैं। RCB को अगर अब यहां से अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीद ज़िंदा रखनी है तो ना सिर्फ़ उसे सारे मैच जीतने होंगे बल्कि बेहतर अंतर के साथ भी जीत सुनिश्चित करनी होगी।