इस मैच में
सुनील नारायण ने शानदार शतक लगाया। राजस्थान रॉयल्स (RR) के गेंदबाज़ों ने मैच में बने रहने के लिए अच्छा काम किया।
जॉस बटलर के लय में आने से पहले कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के स्पिनरों ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की थी। 46 गेंद में 103 रन की ज़रूरत थी और चार विकेट हाथ में थे, KKR अच्छी स्थिति में था लेकिन बाद में बटलर ईडन गार्डंस पर बरस पड़े। उन्होंने इनमें से 70 रन बनाए और आख़िरी 18 गेंद में हर गेंद पर प्रहार किया। इस दौरान उन्होंने पांच छक्के और छह चौके लगाए। एक आम टी20 दर्शक के लिए यह मैच किसी तोहफ़े से कम नहीं था, जहां बटलर ने मैच जीतने की संभावना को अकेले दम पर अपनी ओर मोड़ दिया था।
इस मैच में सब कुछ था। ट्विस्ट, टर्न और विवाद, गेंदों पर कमाल के प्रहार हुए और एक मजे़दार अंत देखने को मिला।
कर्ण शर्मा के टी20 बल्लेबाज़ी आंकड़े आपको उन प्रेरित चीज़ों के बारे में कोई चेतावनी नहीं देते हैं जो वह समय-समय पर कर देते हैं।
2014 में शारजाह में उन्होंने मिचेल जॉनसन पर हुक लगाकर छक्का लगाया। जॉनसन 2013-14 में ऐशेज़ और साउथ अफ़्रीका में कमाल का प्रदर्शन करके यहां पहुंचे थे। अब वह
मिचेल स्टार्क का सामना कर रहे थे और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को अंतिम ओवर में 21 रन की ज़रूरत थी। उन्होंने पहली गेंद पर ही बैकवर्ड प्वाइंट के ऊपर से फ्लैट छक्का लगा दिया। अगली तीन गेंद पर दो और छक्के आ गए। दोनों छक्के फिर से ऑफ़ साइड पर ही थे। अब RCB को अंतिम दो गेंद पर तीन रन चाहिए थे और वे मैच जीतने की पहली पसंद बन गए थे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका क्योंकि अगली दो गेंद पर दो कमाल की चीज़ हुई। पहली, एक लो फुल टॉस गेंद पर स्टार्क ने अपनी ही गेंद पर एक नीचा कैच लपका। इसके बाद रन आउट, जहां पर डीप से आ रही थ्रो पर फ़िल सॉल्ट ने कमाल का क्षेत्ररक्षण करते हुए गेंद को स्टंप्स से अड़ा दिया और RCB को मैच टाई कराने से रोक दिया।
रन की झड़ी लगना मज़ेदार हैं लेकिन वे तब और मजे़दार हो जाते हैं जब ऐसा होते पहले नहीं देखा गया हो। तभी तो 434 स्कोर का मैच (साउथ अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया, वनडे) अभी भी प्रसिद्ध है। लेकिन एक और कारण था कि गेम ने इतने सारे लोगों की कल्पनाओं पर कब्जा कर लिया, जहां सस्पेंस था। KKR और सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के बीच हुआ मैच भी कुछ इस तरह का था, जहां हर स्क्रीप्ट पलट रही थी। KKR 119 रनों पर छह विकेट पर थी। फिर कुछ हुआ यानि
आंद्रे रसल का प्रहार और टीम 208 रनों तक पहुंच गई। SRH 111 पर चार विकेट पर थी। फिर कुछ हुआ यानि
हाइनरिक क्लासन की विस्फ़ोटक पारी और उन्हें अब पांच गेंद में सात रनों की ज़रूरत थी। लेकिन फिर कुछ हुआ यानि
हर्षित राणा का अंतिम ओवर और मैच आखिरी बार फिर पलट गया।