पिछले तीन महिला विश्व कप के कुछ यादग़ार पल
हरमनप्रीत का 171 या फिर श्रबसोल का स्पेल? आपको कौन सा पसंदीदा है?
विशाल दीक्षित
26-Sep-2025 • 1 hr ago
अन्या श्रबसोल ने 2017 विश्व कप जिताने वाली विकेट ली थी • Getty Images
हम 13वें महिला वनडे विश्व कप के बहुत क़रीब हैं और इस टूर्नामेंट ने पिछले 52 सालों में कई शानदार पल दिए हैं। चलिए पिछले तीन विश्व कप से पांच यादगार लम्हों और प्रदर्शनों को देखते हैं, जिन्होंने खेल को किसी न किसी तरह बदल दिया।
अलिसा हीली का 2022 नॉकआउट में दबदबा
ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़े मंच पर बड़े विपक्षियों के ख़िलाफ़ और नॉकआउट मैचों में हमेशा चमकती है। अलिसा हीली ने 2022 विश्व कप में ये सब एक साथ कर दिखाया और ऑस्ट्रेलिया को सातवां वनडे विश्व कप जिताया।
सेमीफ़ाइनल में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पहले बल्लेबाज़ी करते हुए हीली ने 91 गेंदों में शतक पूरा किया और 107 गेंदों पर 129 रन बनाए, जिसमें 17 चौके और एक छक्का शामिल था। उनकी पारी से ऑस्ट्रेलिया ने 157 रन से जीत दर्ज की।
चार दिन बाद फ़ाइनल में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने 170 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच, सीरीज़ और विश्व कप ख़िताब तीनों जीत लिया। वह टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा 509 रन बनाने वाली बल्लेबाज बनीं।
हीली ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए ये अद्भुत विश्व कप था, लेकिन मेरे लिए फ़ाइनल की पारी बेहद ख़ास थी। बड़े मैच में योगदान देकर टीम को जीत दिलाना हमारे लिए बहुत ख़ास था।"
2017 सेमीफाइनल में हरमनप्रीत की 171*
2017 का विश्व कप महिला क्रिकेट के लिए टर्निंग प्वाइंट माना जाता है और उस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी पारी हरमनप्रीत कौर की थी। यह बारिश से प्रभावित मैच था।
कंधे की चोट के बावजूद हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों पर 20 चौके और 7 छक्के जड़े। वह 50 से 100 तक सिर्फ 26 गेंदों में और फिर 100 से 150 तक सिर्फ 17 गेंदों में पहुंचीं। उनकी यह पारी तुरंत क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गई।
हरमनप्रीत कहती हैं, "वह पारी मेरे और महिला क्रिकेट दोनों के लिए बेहद ख़ास थी। उसके बाद मेरी ज़िंदगी और महिला क्रिकेट दोनों में बहुत बदलाव आए। जब हम भारत लौटे, तो लोगों की भीड़ और उनका स्वागत बेहद ख़ास था। आज भी उस पारी को याद करके रोंगटे खड़े हो जाते हैं।"
2017 सेमीफाइनल में झूलन द्वारा लानिंग को आउट करना
अगर हरमनप्रीत की 171* नहीं होती, तो शायद इस विकेट की और भी ज़्यादा चर्चा होती। अनुभवी झूलन गोस्वामी ने दुनिया की सबसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ों में से एक मेग लानिंग को आउट किया। गेंद ऑफ़ स्टंप पर आकर हल्का सा बाहर निकली और ऑफ़ स्टंप उड़ गया।
गोस्वामी ने बाद में खुलासा किया कि उन्होंने पहले दो मैचों में विकेट नहीं मिलने पर ख़ुद को टीम से बाहर करने की बात कही थी, लेकिन कोच ने उन्हें लीड करने के लिए कहा और उन्होंने शानदार वापसी की।
श्रीलंका की पहली बड़ी वनडे कप जीत
आख़िरी गेंद पर छक्का, एक विकेट से जीत। किसी बड़ी टीम के ख़िलाफ़ पहली जीत। महिला वनडे में श्रीलंका की बल्लेबाज़ द्वारा एक पारी में सबसे ज़्यादा छक्के। 2013 में इंग्लैंड को हराकर श्रीलंका ने इतिहास रच दिया।
चमारी अतापत्तू की अगुवाई में टीम ने 238 रनों का पीछा किया, लेकिन स्कोर 157/5 हो गया। इसके बाद एशानी लोकुसुरियागे ने शानदार 56 रनों की पारी खेली और आख़िरी गेंद पर दिलानी मनोडारा के छक्के से श्रीलंका ने जीत दर्ज की।
कप्तान शशिकला सिरिवर्दने ने कहा, "मैच जीतने के बाद हम सब दौड़ते हुए मैदान पर पहुंचे। वह पल कभी नहीं भूल सकता। उस मैच ने हमारी ज़िंदगी और क्रिकेट बदल दी।"
अन्या श्रब्सोल ने तोड़े दिल
पहले साउथ अफ़्रीका का, फिर भारत का। अन्या श्रब्सोल ने 2017 में दो लगातार नॉकआउट में कमाल किया और इंग्लैंड को चौथा विश्व कप जिताया।
सेमीफ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने आख़िरी ओवर में विजयी चौका मारा।
फ़ाइनल में भारत को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे और दो विकेट बचे थे। श्रब्सोल ने आख़िरी ओवर में दो विकेट लेकर इंग्लैंड को ख़िताब दिलाया और ऐतिहासिक छह विकेट लेकर प्लेयर ऑफ़ द मैच बनीं।
श्रब्सोल ने बाद में कहा, "मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती, यह अविश्वसनीय मैच था।"
ऐंड्रयू फ़िडेल फ़र्नांडो के इनपुट्स के साथ
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं