भारतीय महिला टीम के पास विश्व कप जीतने का सुनहरा मौक़ा
मेज़बान टीम टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा संतुलित नज़र आ रही है लेकिन इंग्लैंड, साउथ अफ़्रीका और बांग्लादेश उन्हें कड़ी चुनौती देंगी
ESPNcricinfo स्टाफ़
25-Sep-2025 • 1 hr ago
हरमनप्रीत कौर की टीम इस बार काफ़ी संतुलित नज़र आ रही है • ICC/Getty Images
भारत
पिछले कई विश्व कप की तुलना में इस बार की भारतीय महिला टीम काफ़ी संतुलित नज़र आ रही है। दिल्ली में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ निर्णायक वनडे सीरीज़ में मौजूदा विश्व चैंपियन को जिस तरह से कड़ी टक्कर दी, उससे यह पूरी तरह से साफ़ हो गया कि भारत एक बड़े टूर्नामेंट में एक अच्छी टीम के साथ उतर रहा है।प्रतिका रावल ने सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे टीम को स्थिरता मिली है। हालांकि उनके स्ट्राइक रेट पर कुछ सवाल भी खड़े हुए हैं। हरलीन देओल को नंबर 3 पर काफ़ी समय से बल्लेबाज़ी कर रही हैं और जेमिमाह रोड्रिग्स अब नंबर पांच अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं।
टीम की उपकप्तान स्मृति मांधना लगातार रन बना रही हैं और कप्तान हरमनप्रीत कौर भी फ़ॉर्म में हैं। गेंदबाज़ी में दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, राधा यादव, एन श्री चरणी, अरुंधति रेड्डी और क्रांति गौड़ के पास एकसाथ काफ़ी मैच खेलने का अनुभव भी है।
फ़ील्डिंग और कैचिंग में अस्थिरता के अलावा टीम की सबसे बड़ी चिंता अमनजोत कौर की फ़िटनेस है। अमनजोत किस तरह से वापसी करती हैं, यह भारतीय टीम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण होगा। इंग्लैंड दौरे के बाद जुलाई में चोटिल हुईं अमनजोत ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ घरेलू वनडे सीरीज़ से बाहर रहीं। उनकी सीम-बॉलिंग और बल्लेबाज़ी का संतुलन भारत के लिए अहम है।
रेणुका सिंह ठाकुर ने स्ट्रेस इंजरी से वापसी करने के बाद पूरी सीरीज़ के दौरान अच्छा प्रदर्शन करते हुए, टीम में अपनी अहमियत को फिर से साबित की।
कुल मिलाकर यह भारत का पहला महिला वनडे विश्व कप जीतने का सबसे बड़ा मौक़ा हो सकता है।
भारतीय टीम
हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मांधना, प्रतिका रावल, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, जेमिमाह रोड्रिग्स, रेणुका सिंह, अरुंधति रेड्डी, ऋचा घोष, क्रांति गौड़, अमनजोत कौर, राधा यादव, एन श्री चरणी, स्नेह राणा, उमा छेत्री
मुख्य खिलाड़ी
स्मृति मांधना बेहतरीन फ़ॉर्म में रही हैं•Getty Images
सिर्फ़ आंकड़े ही यह साबित करने के लिए काफ़ी हैं कि स्मृति मांधना भारत के लिए विश्व कप की सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक हैं। 2022 से अब तक 2100 रन, आठ शतक, 58.33 की औसत और 99.15 का स्ट्राइक रेट मांधना के अहमियत को दर्शाता है। इस दौरान किसी और बल्लेबाज़ ने 1800 रन भी नहीं बनाए। आंकड़ों से इतर मांधना ने प्रतिका रावल के साथ ओपनिंग में बख़ूबी आक्रामक भूमिका निभाई है। जब से शेफ़ाली वर्मा टीम का हिस्सा नहीं हैं। मांधना ने टीम के लिए तेज़ी से रन बटोरने का काम काफ़ी अच्छी तरह से किया है।उनके शॉट चयन की स्पष्टता और विश्व कप से पहले पिछली सीरीज़ में दो शतक यह दिखाते हैं कि उनमें रनों की कितनी भूख है।
अनुमानित परिणाम
कम से कम उपविजेता। - एस. सुदर्शनन
इंग्लैंड
नैट सीवर-ब्रंट पहली बार विश्व कप में इंग्लैंड की कप्तानी करेंगी•Getty Images
इंग्लैंड की टीम इस टूर्नामेंट में एक नए कोच और नए कप्तान के साथ उतर रही है। उनका ऐशेज़ और T20 विश्व कप काफ़ी निराशाजनक रहा था। टीम ने अपने संयोजन में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया था। लेकिन यह टूर्नामेंट उनकी टीम के लिए एक बड़ी परीक्षा है। हेड कोच शार्लट एडवर्ड्स और कप्तान नैट सीवर ब्रंट पर यह ज़िम्मेदारी होगी कि वे इस प्रतिभाशाली टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकाल सकें और 2017 की जीत के बाद फिर से सफलता दिला सकें।
टीम के 11 में से आठ खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने 2022 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ फ़ाइनल मैच का हिस्सा थे। उस मैच में इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड में महिला क्रिकेट पर लगातार निवेश और बढ़ते खेल ने टीम की गहराई बढ़ाई है। लेकिन यह नया दौर अप्रैल में ही शुरू हुआ है और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में भले ही इंग्लैंड ने दोनों व्हाइट बॉल सीरीज़ जीती हों लेकिन भारत से दोनों फ़ॉर्मेट में हार ने उनकी चिंता बढ़ाई है।
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टैमी ब्यूमोंट और एमी जोन्स की ओपनिंग साझेदारी सफल रही, लेकिन भारत के ख़िलाफ़ उनका असर कम दिखा। मिडल ऑर्डर मज़बूत करने के लिए इंग्लैंड ने अनुभवी डैनी वॉयट हॉज को टीम में वापस बुलाया है।
सीमर लॉरेन बेल 'द हंड्रेड' में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज़ रहीं। वह टीम के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का नेतृत्व करेंगी। इंग्लैंड की स्पिन गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी सोफ़ी एक्लस्टन, चार्ली डीन, लिंसी स्मिथ और सारा ग्लेन के स्पिन अटैक पर होगी।
इंग्लैंड की टीम
नैट सीवर-ब्रंट (कप्तान), एम एर्लोट, टैमी ब्यूमोंट, लॉरेन बेल, ऐलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सोफ़िया डंकली, सोफ़ी एक्लस्टन, लॉरेन फ़िलर, सारा ग्लेन, एमी जोंस (विकेटकीपर), हीदर नाइट, एम्मा लैम्ब, लिंसी स्मिथ, डैनी वायट हॉज
मुख्य खिलाड़ी
नैट सीवर-ब्रंट विश्व कप जैसे बड़े मंच पर हमेशा से इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रही हैं। 2017 में दो शतक, फ़ाइनल में एक अर्धशतक और 2022 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दो नाबाद शतक। अब वह आधिकारिक तौर पर कप्तान भी हैं और पहली बार किसी वैश्विक टूर्नामेंट में टीम की अगुवाई करेंगी। हाल ही में भारत के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में वह 160 रन बनाकर सबसे सफल बल्लेबाज़ रहीं। छह महीने बाद उन्होंने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वार्म-अप में गेंदबाज़ी भी की।
अनुमानित परिणाम
सेमीफ़ाइनल।
- वैल्करी बेन्स
साउथ अफ़्रीका
टैज़मिन ब्रिट्स हालिया समय में अच्छी लय में रही हैं•PCB
साउथ अफ़्रीका की टीम ने जून में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में जीत हासिल की थी। ICC टूर्नामेंट में उनके लिए ट्रॉफ़ी का सूखा समाप्त हो चुका है। पिछले साल से साउथ अफ़्रीका की महिला टीम की लय कुछ ख़ास नहीं रही है। उस तरह के प्रदर्शन के बाद भी टीम नए कोच मांडला मशिम्बयी के नेतृत्व में आत्मविश्वास से भरी है। यह उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट होगा। टीम में मुख़्यत: उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो पिछले दो T20 विश्व कप के फ़ाइनल तक पहुंचे थे।
लॉरा वूलवार्ट एक ऐसी कप्तान हैं जो उदाहरण पेश करके टीम को संभालती हैं। टीम में मरिज़ान कैप, एनेरी डर्कसन, सुने लूस, नदीन डी क्लर्क जैसे ऑलराउंड विकल्प मौजूद हैं। साथ ही नोनकुलुलेखो मलाबा के नेतृत्व में कई स्पिन विकल्प भफी हैं। अगर कमी की बात की जाए तो शबनम इस्माइल जैसी तेज़ गेंदबाज़ की है। उनकी अनुपस्थिति में कैप की स्विंग, आयाबोंगा ख़ाका और मसाबा क्लास की सटीकता पर निर्भरता बढ़ेगी। टुमी सेखुखुने के पास अच्छी गति तो है, लेकिन उनके लिए स्ट्राइक गेंदबाज़ का दर्जा पाना मुश्किल होगा।
दल
लॉरा वूलवार्ट, एनेके बॉश, टैज़मिन ब्रिट्स, नदीन डी क्लर्क, एनेरी डर्कसन, सिनालो जाफ़्टा, मरिज़ान कैप, आयाबोंगा खाका, मसाबा क्लास, सुने लूस, कराबो मेसो, नोनकुलुलेको मलाबा, टुमी सेखुखुने, नोनडुमिसो शंगासे, क्लोए ट्रायन
मुख्य खिलाड़ी
आज जब महिला क्रिकेट में बड़े स्कोर और ताक़तवर शॉट आम हो चुके हैं, टैज़मिन ब्रिट्स अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी से कमाल कर सकती हैं। 2025 में उन्होंने अपने छह वनडे शतकों में से चार शतक लगाए हैं, जिसमें करियर का सर्वश्रेष्ठ 171* भी शामिल है। उनका स्ट्राइक रेट इस साल 94.14 का रहा है। उन्होंने ड्राइव के साथ-साथ अपने स्वीप और स्लॉग स्वीप पर काफ़ी काम किया है। इससे पावरप्ले में उन्हें रोकना कठिन हो जाता है। वोल्वार्ट के साथ उनकी ओपनिंग साझेदारी और फ़ील्डिंग में योगदान उन्हें और भी अहम बना देता है।
अनुमानित परिणाम
सेमीफ़ाइनल। - फ़िरदौस मूंडा
बांग्लादेश
निगार सुल्ताना के पास एक बड़ी ज़िम्मेदारी है•ICC/Getty Images
बांग्लादेश ने इस विश्व कप में कम से कम दो मैच जीतने का लक्ष्य रखा है। लेकिन इसके लिए उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मैचों की बजाय घरेलू ट्रेनिंग कैंप पर ज़्यादा भरोसा किया है। टूर्नामेंट से पांच महीने पहले तक कोई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट न खेल पाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती है।
इसके बजाय उन्होंने अंडर-15 टीम के लड़कों के साथ कई मैच खेले, लेकिन सिर्फ़ एक मैच ही जीत पाए। क्वालीफ़ायर टूर्नामेंट से उन्हें हौसला मिल सकता है, जहां वे बेहद मामूली अंतर (0.003) से आगे बढ़े। तब शरमिन अख्तर और कप्तान निगार सुल्ताना सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में से एक थीं, जबकि लेगस्पिनर रबेया ख़ान ने आठ विकेट लिए थे।
दल
निगार सुल्ताना (कप्तान), नाहिदा अख्तर, फ़रगाना हक़, रुब्या हैदर, शरमिन अख़्तर, सोभाना मोस्तारी, ऋतु मोनी, शॉर्ना अख़्तर, फ़हीमा खातून, रबेया ख़ान, मारूफ़ा अख़्तर, फ़रीहा त्रिसना, संजिदा अख़्तर, निशिता अख़्तर, सुमैया अख़्तर
मुख्य खिलाड़ी
निगार सुल्ताना की बल्लेबाज़, विकेटकीपर और कप्तान की तिहरी भूमिका कई बार बोझिल लगती है, लेकिन उन्होंने तीनों भूमिकाएं शानदार ढंग से निभाई हैं। विश्व कप में भी उन्हें यही करना होगा। मैदान पर और मैदान के बाहर उनकी स्पष्टता उन्हें बांग्लादेश की प्रेरणादायी कप्तान बनाती है।
अनुमानित परिणाम
आठवां स्थान। - मोहम्मद इसाम