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कोहली वाली नो-बॉल (जो नहीं थी), स्टार्क की ब्यूटी और बुमराह की अंगूठा तोड़ गेंद

ESPNCricinfo के लेखकों ने चुनी IPL 2024 में अपनी पसंदीदा गेंद

Abhishek Sharma is bowled by Mitchell Starc , Kolkata Knight Riders vs Sunrisers Hyderabad, IPL 2024 final, Chennai, May 26, 2024

मिचेल स्टार्क ने किया अभिषेक शर्मा को क्लीन बोल्ड  •  BCCI

सिद्धार्थ मोंगा
यदि आप मिचेल स्टार्क के जितने लंबे समय तक खेल चुके होंगे और आप तेज़, फुल तथा सीधी गेंद डालने वाले गेंदबाज़ होंगे तो स्टंप को बिखेरने वाली रील की इतनी उपलब्धता हो जाएगी कि एक पूरी वेब सीरीज़ एपिसोड बना ली जाए। आप इसे बड़े मैचों के पहले झटकों तक भी सीमित कर लें तो भी आपके पास बहुत कंटेंट होगा। पूरी तरह भरे MCG स्टेडियम में 2015 विश्व कप फ़ाइनल में ब्रैंडन मक्कलम को डाली गई यॉर्कर को किसी भी मौक़े पर भूल पाना आसान नहीं है, लेकिन IPL फ़ाइनल में अभिषेक शर्मा को क्लीन बोल्ड करने वाली गेंद उससे भी बेहतर थी। लेग स्टंप पर गिरने के बाद यह पैड की ओर कोण बना रही थी, लेकिन देर से हुई स्विंग और सीम ने बाएं हाथ के बल्लेबाज़ को खोलकर रख दिया। बल्ले के बाहरी किनारे को छोड़ती हुई गेंद जाकर ऑफ़ स्टंप पर लगी थी। लेंथ एकदम सटीक थी। विकेट के सबसे ऊंचे भाग को हिट करने लायक फुल, लेकिन ऐसी नहीं कि जिस पर आप आगे निकलकर खेल सकें।
अलगप्पन मुथु
जसप्रीत बुमराह ने IPL 2024 में 56 यॉर्कर फ़ेंके थे, जो दूसरे सर्वाधिक फ़ेंकने वाले से 20 अधिक हैं। उन्होंने इसकी मदद से सात विकेट भी हासिल किए और ये भी दूसरे बेस्ट से चार अधिक हैं। बुमराह ने छह विकेट क्लीन बोल्ड के तौर पर हासिल किए थे। हर गेंद बल्लेबाज़ के लिए इतनी मुश्किल थी कि वह चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए। उनकी यॉर्कर तेज़, सटीक, स्विंग वाले और डिप कर रही होती हैं। पृथ्वी शॉ का सामना भी एक ऐसी गेंद से हुई और 39 गेंदों में 66 रन बना होने के बाद भी वह कुछ नहीं कर पाए। उनकी डिफेंस की पहली चीज़ उनका बल्ला समय पर नीचे ही नहीं आ पाया। शॉ को लगा था कि बल्ला समय पर आ जाएगा और इसी वजह से उन्होंने अपनी डिफेंस की दूसरी चीज़ यानि कि अपने पैर को लाइन से हटा लिया था। इस तरह से उनके स्टंप को बचाने के लिए कुछ भी मौज़ूद नहीं था।
कार्तिक कृष्णास्वामी
निश्चित तौर पर यह बॉल ऑफ़ द सीज़न की रेस में आने वाली गेंद नहीं थी, लेकिन विराट कोहली का हर्षित राणा के ख़िलाफ़ कॉट एंड बोल्ड ने दिखाया कि टॉप लेवल पर क्रिकेट किस ओर जा रहा है। धीमी गति की गेंद राणा के हाथ से छूट गई थी और यह ऊंची फुलटॉस में तब्दील हुई जो बल्लेबाज़ के शरीर पर जा रही थी। कोहली गेंद की अप्रत्याशित कोण से पूरी तरह चौंक गए और उन्होंने रिटर्न कैच थमा दिया। राणा ने तुरंत किसी तरह का जश्न नहीं मनाया क्योंकि शायद उन्हें लग रहा था कि इस गेंद को नो-बॉल दिया जाएगा।
मैदानी अंपायर ने इसे सही गेंद करार दिया था, लेकिन कोहली ने भी इसी भरोसे से रिव्यू मांगा था कि इसे नो-बॉल दिया जाएगा। किसी अन्य सीज़न में कोहली अपनी पारी को जारी रखते, लेकिन IPL 2024 में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला कि अंपायरिंग में विशेषता को खत्म किया गया। क्या यह सही बात है? किसे पता। उस दिन तीसरे अंपायर ने अपना निर्णय दो नंबरों पर लिया। बॉल ट्रैकिंग का कहना था कि गेंद क्रीज़ तक पहुंचने तक 0.92 मीटर ऊंची होती और कोहली की कमर की ऊंचाई जिसे सीज़न शुरू होने से पहले मांपा गया वह 1.04 मीटर थी।