मंगलवार को पंजाब किंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के बीच भिड़ंत होगी। दोनों ही टीमें अपना पिछला मैच जीत कर आ रही हैं। ऐसे में दोनों ही प्रतिद्वंद्वियों का यह प्रयास होगा कि वह अपनी जीत की लय को बरक़रार रखें। हालांकि आंकड़ों का रुख़ कर के देखते हैं कि आख़िर जीत की यह राह दोनों टीमों के लिए कितनी आसान या मुश्किल रह सकती है।
धवन के सामने उनादकट को मत लाना
शिखर धवन जयदेव उनादकट के सामने जमकर रन बरसाते हैं। ऐसे में हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस धवन से उनादकट को बचाने का भरपूर प्रयास करेंगे। धवन ने IPL में उनादकट की 44 गेंदों का सामना किया है, जिसमें उन्होंने 159 के स्ट्राइक रेट से 70 रन बनाए हैं। हालांकि उनादकट धवन को इस दौरान सिर्फ़ एक बार ही आउट कर पाए हैं।
पंजाब की सलामी जोड़ी को कौन भेजेगा पवेलियन?
पंजाब की सलामी जोड़ी को पवेलियन भेजने का बीड़ा ख़ुद कप्तान कमिंस और भुवनेश्वर कुमार उठा सकते हैं। धवन एक तरफ़ उनादकट की गेंदों पर 159 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं तो वहीं भुवनेश्वर के सामने उनका स्ट्राइक रेट 105 का हो जाता है। भुवनेश्वर की 74 गेंदों का सामना करते हुए धवन ने 78 रन बनाए हैं, जबकि उन्हें दो बार पवेलियन का रास्ता देखने पर भी मजबूर होना पड़ा है।
धवन के जोड़ीदार जॉनी बेयरस्टो को पवेलियन की राह कमिंस दिखा सकते हैं। कमिंस ने बेयरस्टो को IPL में दो बार अपना शिकार बनाया है। जबकि इस दौरान बेयरस्टो उनकी 25 गेंदों पर सिर्फ़ 16 रन ही बना पाए हैं।
अभिषेक की एक बार फिर हो सकती है बल्ले बल्ले
अभिषेक शर्मा ने पिछले मैच में ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए पावरप्ले में ही चेन्नई सुपर किंग्स को मैच से बाहर कर दिया था। पंजाब में भी को ऐसा गेंदबाज़ नहीं है जिसने अभिषेक को अधिक परेशान किया हो। अर्शदीप सिंह के ख़िलाफ़ अभिषेक ने तो 155.6 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। हालांकि हर्षल पटेल ने उन्हें एक बार ज़रूर अपना शिकार बनाया है लेकिन इस समय हर्षल अपनी ही लय तलाश रहे हैं।
हालांकि अगर अभिषेक के सामने अगर राहुल चाहर को लाया जाए, तब मामला ज़रूर फंस सकता है। क्योंकि चाहर ने IPL में अभिषेक को 10 गेंदें की हैं और उन्हें दो बार अपना शिकार भी बनाया है।
क्या फिर दिखेगा मारक्रम का पराक्रम?
ऐडन मारक्रम ने चेन्नई के ख़िलाफ़ जीत में अहम भूमिका निभाई थी। अभिषेक की ही तरह पंजाब के अधिकतर गेंदबाज़ों के विरुद्ध उनके आंकड़े अच्छे हैं लेकिन अभिषेक की ही तरह वह चाहर की फिरकी का तोड़ नहीं निकाल पाए हैं। चाहर की 24 गेंदों पर मारक्रम सिर्फ़ 24 रन ही बनाए हैं जबकि तीन पारियों में एक बार उन्हें पवेलियन भी लौटना पड़ा है। हालांकि हरप्रीत बराड़ भी उन्हें एक बार अपना शिकार बना चुके हैं।