रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु आठ विकेट पर 160 (डीविलियर्स 48, मैक्सवेल 39, बुमराह 2-26, यानसन 2-28) ने मुंबई इंडियंस नौ विकेट पर 159 (लिन 49, यादव 31, पटेल 5-27) को दो विकेट से हराया
दो खिलाड़ी जिन्होंने आईपीएल 2020 से कोई सीनियर स्तर का क्रिकेट नहीं खेला था, उन्होंने गेंद और बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) को गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल 2021 के 14वें सीजन के पहले मुकाबले में आखिरी गेंद पर जीत दिला दी। हर्षल पटेल ने चार ओवर में 27 रन देकर पांच विकेट लिए और मुंबई के आक्रामक बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। उन्होंने अपनी स्लो गेंद की विविधता और सटीक यॉर्कर्स से मुंबई को नौ विकेट पर 159 रनों पर ही रोक दिया।
इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी आरसीबी के हाथों में एक समय मैच था, जहां उन्हें 46 गेंद में 62 रन बनाने थे और आठ विकेट उनके पास बाकी थे, लेकिन इसके बाद मुंबई ने आरसीबी की बल्लेबाजी को ढहना शुरू किया, लेकिन वह जीत से मात्र एक कदम दूर रह गई। हालांकि, इस दौरान वह एबी डीविलियर्स का विकेट नहीं ले सके, क्योंकि वह आखिरी ओवर में रनआउट हुए थे। वैसे जब तक डीविलियर्स पवेलियन लौटे वह अपनी टीम को एक ऐसी स्थिति में ला दिए थे जहां से उनके लिए जीत इतनी दूर नहीं थी।
पटेल ने 16वां, 18वां और 20वां ओवर किया और वह मुंबई को 160 रन से नीचे रोकने के लिए अकेले जिम्मेदार रहे, क्योंकि उनके डेथ ओवरों में आने से पहले तो मुंबई 180 रन से ज्यादा तक पहुंचती दिख रही थी। उन्होंने ईशान किशन, पंड्या भाईयों, कायरन पोलार्ड और पदार्पण कर रहे मार्को यानसन को पवेलियन भेजा।
हर्षल की इस बेहतरीन गेंदबाजी का मतलब था कि आरसीबी भी डेथ ओवरों में बिखर सकती है और जीत भी सकती है, बस उन्हें डीविलियर्स की 27 गेंद में 48 रनों की बेहतरीन पारी की जरूरत थी, जो उन्होंने चेपॉक के धीमे विकेट पर डेथ ओवरों में करके दिखाई, जहां पर उन्होंने ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह पर करारे प्रहार किए। दूसरी ओर, गेंदबाजी में कमाल कर चुके पटेल का अभी क्रीज पर आकर आखिरी गेंद पर विजयी रन लगाना बाकी था। उन्होंने यानसन की यॉर्कर पर शॉर्ट फाइन लेग की ओर रन चुराकर आरसीबी को जीत दिलाई।
लिन टिके, सूर्य की दिखी चमक
शुरुआती ओवरों में ही पता चल गया था कि यह पिच किस तरह का बर्ताव करने वाली थी, रोहित शर्मा और क्रिस लिन जल्दी शॉट खेल रहे थे और गेंद ना सिर्फ पिच पर रुककर आ रही थी बल्कि नीचे भी रह रही थी। लिन को मौका मिला क्योंकि क्विंटन डिकॉक अभी भी क्वारंटीन में हैं। दोनों लय में लौट ही रहे थे कि रोहित रन आउट हो गए, जिससे मुंबई की मुश्किल बढ़ गई।
हालांकि लिन अपनी किस्मत के साथ खेल रहे थे। उनके कम से कम पांच किनारे लगे और वह सहज महसूस नहीं कर रहे थे, लेकिन बल्ले से लगे उनके छठे किनारे ने उन्हें पवेलियन लौटा दिया, लेकिन आउट होने से पहले जहां वह शुरुआत में 11 गेंद में छह रन बना पाए थे, अपनी पारी के अंत तक वह इसे 35 गेंद में 49 रन तक पहुंचा गए थे।
उन्होंने पारी के मध्य ओवरों में अपनी ताकत का इस्तेमाल किय और स्पिनर युजवेंद्र चहल और शाहबाज नदीम को निशाना बनाया। सूर्यकुमार यादव डगआउट से ही लय में दिखे, उन्होंने लिन के साथ मिलकर कई क्लीन हिट लगाए और तब लग रहा था कि मुंबई आसानी से 180 रनों तक पहुंच जाएगी। यादव, काइली जेमिसन की धीमी बाउंसर पर पवेलियन लौटे और मुंबई को अधर में छोड़ गए। दूसरी ओर, ईशान अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और वह लाइनअप में मौजूद बिग हिटर्स के साथ मिलकर मुंबई को शीर्ष पर ले जा सकते थे।
हर्षल की दमदार गेंदबाजी
पटेल ने अपनी पहली मानय गेंद पर सात रन खर्च किए, क्योंकि उन्हें पहले नो बॉल की और उसके बाद फ्री हिट पर छक्का खाया, कुल मिलाकर उन्होंने अपने पहले ओवर में 15 रन दिए। इसके बाद उन्हें डेथ ओवरों में गेंदबाजी की जिम्मेदारी दी गई, जहां पर मुंबई के आक्रामक हिटर्स को रोकने का बड़ा जिम्मा था। उन्होंने आखिरी तीन ओवरों में सभी को भूलने पर मजबूर कर दिया, कम से कम इस मैच में कि आरसीबी की टीम इस टूर्नामेंट में बिना डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज के उतरी है। 16वें ओवर में उन्होंने हार्दिक को विकेट पर धीमी फुलटॉस की, वह इसे खेलने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे। इसके बाद उन्होंने सटीक यॉर्कर की, अंपायर नितिन मेनन को लगा कि गेंद का अंदरुनी किनारा लगकर पैड पर गेंद लगी है, लेकिन पटेल ने रिव्यू लिया और ईशान को पवेलियन लौटना पड़ा।
पटेल ने अपने आखिरी ओवर में धीमी गति की गेंद से परेशान करके रख दिया। क्रुणाल और पोलार्ड पहली दो गेंद को खेलने में कामयाब नहीं हुए और पवेलियन लौट गए। एक सटीक यॉर्कर उन्हें यानसन का भी विकेट दिलाकर हैट्रिक पूरा करा सकती थी, लेकिन यह गेंद ऑफ स्टंप के बाहर जाकर लग रही थी। हालांकि, इससे अगली गेंद उन्हें पारी में पांच विकेट लेने से नहीं रोक सकी, जब उन्होंने एक इनस्विंग यॉर्कर पर चाहर के विकेट बिखेर दिए। पटेल ने आखिरी पांच ओवरों में से तीन ओवर किए, जहां सिर्फ मुंबई 31 रन बना सकी और अपने आखिरी ओवर में तो पटेल ने मात्र एक ही रन दिया। यह उनके टी20 करियर में पहली बार एक पारी में पांच विकेट भी थे।
मैक्सवेल ने बनाई पारी, डीविलियर्स ने खत्म किया
अब जब देवदत्त पडिक्कल कोविड 19 होने के बाद पूरी तरह से फिट नहीं थे, तो आरसीबी ने सभी को चौंकाते हुए वॉशिंगटन सुंदर को विराट कोहली के साथ ओपनिंग पर भेजा। यह चाल कामयाब नहीं हुई, क्योंकि ना तो सुंदर गैप ढूंढ पा रहे थे और ना ही उनके पास टाइमिंग थी, लेकिन दूसरी ओर कोहली ने पावरप्ले में सजग शुरुआत की, जिसने उनकी टीम को मैच में बनाए रखा। सुंदर और पदार्पण कर रहे रजत पाटीदार जल्द आउट हुए जिससे ग्लेन मैक्सवेल को जल्द ही नंबर चार पर क्रीज पर उतरने का मौका मिल गया। तीन गेंद ही हुई थी कि मैक्सवेल ने राहुल चाहर पर रिवर्स स्वीप लगाते हुए चौका जड़ दिया। इसके कुछ देर बाद ही वह क्रुणाल की गेंद पर आगे निकले और लांग ऑन की दिशा में लंबा छक्का जड़ दिया। यह उनका आईपीएल में लंबे समय बाद पहला छक्का था, क्योंकि यूएई में सन 2020 में हुए आईपीएल में वह एक भी छक्का नहीं लगा पाए थे।
लग रहा था कि आरसीबी की टीम आईपीएल की इस सबसे सफल टीम को रौंदकर रख देगी, क्योंकि मैक्सवेल और कोहली क्रीज पर कमाल दिखा रहे थे। आरसीबी ने मैक्सवेल को रन बनाने की खुली छूट दी थी, जिसका वह लुत्फ उठा रहे थे। यह रणनीति आरसीबी के लिए सफल भी हो रही थी क्योंकि अभी तुरुप के इक्के डीविलियर्स का आना बाकी था।
बुमराह ने 13वें ओवर में कप्तान कोहली को फंसा लिया और स्कोर अचानक से दो विकेट पर 98 रन हो गया। अगले चार ओवर के अंदर आरसीबी का स्कोर छह विकेट पर 122 रन तक पहुंच गया, लेकिन डीविलियर्स वहां पर तब भी मौजूद थे। 18 गेंद पर 34 रन चाहिए थे और उन्होंने बोल्ट के ओवर में 15 रन निकाले, जब मुकाबला संतुलन में आया तो उन्होंने बुमराह के ओवर में दो करारे चौके लगाए, यह पारी का 19वां ओवर था। इस समय कोई भी टीम मैच जीत सकती थी। मुकाबले में रोमांच तब आया जब वह आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर रन आउट हो गए, लेकिन यानसन आखिरी गेंद पर पटेल को रन लेने से नहीं रोक पाए।