चेन्नई सुपर किंग्स चार विकेट पर 107 (अली 46, डु प्लेसी 36*, शमी 2-21, अर्शदीप 1-7) ने पंजाब किंग्स आठ विकेट पर 106 (शाहरुख ख़ान 47, चाहर 4-13, सैम करन 1-12) को 6 विकेट से हराया
लगातार चार मैचों में ऐसा हुआ कि दूसरी पारी में अंत में गेंदबाजी करने वाली टीम ने वापसी करते हुए जीत दर्ज की, लेकिन आज चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने दूसरी टीम को मौका ही नहीं दिया कि वह वापसी कर पाए। चाहर के 13 रन पर चार विकेट के बेहतरीन स्पेल से चेन्नई ने पंजाब किंग्स को 106 रनों पर ढेर कर दिया और फिर आसानी छह विकेट से यह मुकाबला जीतकर आईपीएल 2021 में अपने पहले अंक हासिल किए।
चाहर की अगुआई में चेन्नई के गेंदबाजों की मास्टरक्लास ने पंजाब के शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया और इस बार कोई जादुई वापसी नहीं हुई। चाहर ने पंजाब के शीर्ष पांच में से चार बल्लेबाज़ों को चलता किया, जबकि पांचवे बल्लेबाज़ केएल राहुल रन आउट हुए। ज्यादातर रन बनाने के लिए अपने ऊपरी क्रम पर निर्भर पंजाब की टीम के लिए 26 रन पर पांच खिलाड़ी का आउट होना, इस मैच में जीत अर्जित करने की उम्मीदों का अंत था।
चाहर ने शानदार पहला स्पेल फेंका, जिसमें एमएस धोनी ने पावरप्ले के बाद भी उनसे लगातार चार ओवर करवाए और उन्होंने 13 रन देकर 4 विकेट झटके। उन्होंने राहुल को छोड़कर पंजाब के सभी बल्लेबाजों को आउट करके उनकी हालत खराब कर दी। अब सारी जिम्मेदारी शाहरुख ख़ान पर थी, जो अपना पहला आईपीएल खेल रहे थे। शाहरुख ने पूरी कोशिश की और किसी तरह से टीम का स्कोर 100 रनों के पार पहुंचाया। शाहरुख ने 36 गेंद में चार चौके और दो छक्कों की मदद से 47 रन बनाए। इससे पंजाब की टीम आठ विकेट के नुकसान पर 106 रन बनाने में कामयाब रही। यह आईपीएल इतिहास में वानखेड़े स्टेडियम पर अपने पूरे 20 ओवर बल्लेबाज़ी करने वाली किसी भी टीम के लिए सबसे कम स्कोर था।
चेन्नई के पास अपने नेट रन-रेट को बढ़ाने का अच्छा मौका था। मोईन अली (31 गेंदों में 46 रन) ने ठीक यही किया। मोईन आउट हुए तो मोहम्मद शमी ने दो लगातार गेंद पर सुरेश रैना और अंबाती रायुडू को चलता कर दिया, लेकिन इसके बावजूद चेन्नई ने बड़ी आसानी से चार विकेट के नुकसान पर 15.4 ओवरों में जीत हासिल कर ली।
चाहर ने किया स्ट्राइक, जाडेजा ने लगाई दहाड़
पहले ही ओवर में, चाहर ने मयंक अग्रवाल के बल्ले के पास से गेंद को आउट स्विंग कराया और गेंद जाकर ऑफ स्टंप के ऊपर जा टकराई। यह किसी भी स्विंग गेंदबाज के लिए उसके सपनों सरीखी गेंद थी। अग्रवाल डिफेंस करके गेंद रोकना चाहते थे लेकिन इस गेंद ने उन्हें खोलकर रख दिया। उन्होंने दो गेंद बाद क्रिस गेल को भी फंसाया, लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ ने बैकवर्ड प्वाइंट पर सीधा कैच छोड़ दिया।
अगले ओवर में राहुल तेजी से सिंगल चुराने के लिए नॉन-स्ट्राइकर छोर से दौड़ पड़े, जब गेंद गेल के पैड से लगकर शॉर्ट कवर पर लुढ़क गई थी, लेकिन उन्होंने मैदान में जाडेजा की पैंथर जैसी फुर्ती को आज़माने का चयन किया। राहुल रन लेने के लिए तो तेजी से निकले, लेकिन जाडेजा की एक सटीक तेज थ्रो ने उनकी पारी का अंत कर दिया और उन्हें निराश होकर पवेलियन लौटना पड़ा।
चाहर पिछली बार जरूर गेल के विकेट से चूक गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने नकल बॉल डालकर यूनिवर्स बॉस को बाहर का रास्ता दिखा दिया, क्योंकि उन्होंने इसे कवर की ओर हवा में जल्दी खेल दिया। यह फिर से जाडेजा की दिशा में था और आगे डाइव लगाकर एक अच्छा कैच पकड़ने में उन्हें कोई भी समस्या नहीं हुई। चाहर ने इसके बाद अपने अंतिम ओवर में दीपक हुड्डा का विकेट निकाला, जो दूर की गेंद को मिड ऑफ पर मार लपके गए। उनका अंतिम ओवर मेडन रहा और सात ओवर की गेंदबाजी के बाद पंजाब के सभी मुख्य बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे और स्कोर अभी भी पांच विकेट पर 26 रन ही था।
वानखेड़े में शाहरुख ने दिखाया जलवा
शाहरुख डेथ ओवरों में अपनी हार्ड हिटिंग के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार वह सिर्फ पांचवे ओवर में ही क्रीज़ पर आ गए थे। समस्या यह थी कि पंजाब की टीम में अब सिर्फ वही विशुद्ध बल्लेबाज क्रीज पर थे। ऐसे में उन्होंने अपने स्वाभाविक खेल को छोड़कर स्कोरबोर्ड को चलाए रखना जरूरी समझा। पंजाब को एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अब उन्हीं के हाथों में थी। चाहर के ओवर खत्म होने के साथ बल्लेबाज़ी भी आसान हो गई और जब भी उन्हें हाथ खोलने का मौका दिया गया उन्हाेंने गेंद को सीमा पार पहुंचाया। वह अंतिम ओवर में आउट हो गए और अपने पहले आईपीएल अर्धशतक से तीन रन दूर रह गए, लेकिन उन्होंने सुनिश्चित किया कि टीम ऑल आउट न हो और स्कोर 100 रन पार कर जाए।
लक्ष्य का पीछा करने में मोईन रहे नायक
चेन्नई ने फ़ाफ़ डुप्लेसी के साथ गायकवाड़ की अपनी सलामी जोड़ी पर भरोसा दिखाया, लेकिन दोनों ही पंजाब की अच्छीी तेज गेंदबाजी के खिलाफ मुश्किल में लग रहे थे। हालांकि, लक्ष्य कम होने के चलते यह उतना मायने नहीं रहा। जल्द ही चेन्नई ने पावरप्ले में गायकवाड़ का विकेट गंवा दिया। डुप्लेसी ने मोईन अली के सहयोग से दूसरे विकेट के लिए 7.3 ओवरों में 66 रन जोड़े और चेन्नई इसके बाद कोई हालत में मैच हारने नहीं वाली थी। अली ने छठे ओवर में क्रीज पर पैर जमाते ही अपने अंदाज में गेंद को सीमा रेखा के बाहर मारना शुरू कर दिया, जबकि डुप्लेसी दूसरा छोर संभाले थे। हालांकि, अली आड़े बल्ले से रविचंद्रन अश्विन को डीप मिडविकेट पर मारने की कोशिश में आउट हो गए। वह अपने अर्धशतक से चार रन दूर रह गए।