मॉर्गन और गेंदबाज़ों ने कोलकाता नाइट राइडर्स को IPL अंक तालिका में नीचे से ऊपर लाया
पंजाब किंग्स की शुरुआत ख़राब रही और इस झटके से टीम उबर नहीं पाई
हेमंत बराड़
05-May-2021
कोलकाता नाइट राइडर्स 126/5 (मॉर्गन 47*, त्रिपाठी 41, ऑनरीकेज 1-5) ने पंजाब किंग्स 123/9 (अग्रवाल 31, जॉर्डन 30, कृष्णा 3-30, नारायण 2-22) को 5 विकेट से हराया।
अहमदाबाद में खेले गए IPL 2021 के पहले मुक़ाबले में ओएन मॉर्गन की 40 गेंदों पर 47 रनों की नाबाद पारी की बदौलत कोलकाता नाइट रिडर्स ने 20 गेंद शेष रहते हुए पंजाब किंग्स को 5 विकेट से मात दी।
हालांकि ये इतनी आसान जीत भी नहीं थी, एक समय कोलकाता के 3 विकेट 17 रन पर गिर गए थे लेकिन इसके बाद कप्तान मॉर्गन और राहुल त्रिपाठी के बीच हुई 66 रनों की साझेदारी पंजाब के लिए दरवाज़े बंद कर दिए। अपनी पारी के दौरान मॉर्गन ने T20 क्रिकेट में 7000 रन भी पूरे किए और टीम को अंक तालिका में नीचे से छलांग लगाते हुए पांचवें पायदान पर पहुंचा दिया।
इससे पहले टॉस जीतकर कोलकाता ने पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया और पंजाब की पारी शुरू से ही लड़खड़ाती रही और उन्हें मोमेन्टम नहीं मिल पाया। कोलकाता के तेज़ गेंदबाज़ों ने पंजाब को पावरप्ले में 37/1 रन ही बनाने दिए और 10 ओवर के बाद 56/3 रनों पर सीमित रखा।
इसके बाद पंजाब के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों को सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती की गेंदों को समझने में काफ़ी दिक़्क़त हुई। हालांकि इसके बाद मैदान पर ओस भी आई लेकिन फिर भी इन दोनों स्पिनर्स ने आपस में 8 ओवर में 46 रन देकर 3 विकेट साझा किए। अंतिल लम्हों में क्रिस जॉर्डन ने एक कैमियो ज़रूर खेला लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
कोलकाता के सीमर्स का कमाल
हाल ही अहमदाबाद में खेली गई भारत और इंग्लैंड के बीच T20I सीरीज़ में भी पिच तेज़ गेंदबाज़ों के माक़ूल थी और सोमवार को भी इसमें कोई बदलाव नज़र नहीं आया।
शिवम मावी काफ़ी तेज़ गेंदबाज़ी कर रहे थे, लगातार उनकी गेंदे सही टप्पे पर गिर रहीं थीं और स्कोरिंग रेट को उन्होंने नियंत्रण में रखा हुआ था। पैट कमिंस के ख़िलाफ़ केएल राहुल ने आक्रामक रवैया अपनाने की कोशिश ज़रूर की, उन्होंने थर्डमैन बाउंड्री के ऊपर से छक्का भी जड़ा लेकिन अगली ही गेंद पर वह शिकार हो गए। कमिंस का इस टूर्नामेंट में पावरप्ले के दौरान ये पहला शिकार था।
दूसरे छोर से शिवम मावी ने क्रिस गेल को पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन का रास्ता दिखा दिया था। शरीर से दूर खेलने की कोशिश में गेल के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए गेंद विकेटकीपक दिनेश कार्तिक के दस्तानों में पहुंच गई।
7 ओवर तक ही मावी ने अपनी गेंदबाज़ी का कोटा पूरा कर लिया था, उनका फ़िगर कुछ इस तरह रहा 4-0-13-1, लेकिन इसके बाद भी पंजाब को राहत नहीं मिली। अगले ही ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा ने दीपक हुड्डा को 1 रन पर बैकवर्ड प्वाइंट पर खड़े कप्तान ओएन मॉर्गन के हाथों कैच आउट करा दिया था। पंजाब का स्कोर अब 42/3 हो चुका था।
नारायन, चक्रवर्ती के चक्रव्यूह में फंस गया मध्यक्रम
13 गेंदों के अंतराल में 3 विकेट गंवाने के बाद इस संकट से उबारने की ज़िम्मेदारी अब मयंक अग्रवाल के कंधों पर थी। उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा के ख़िलाफ़ डीप मिडविकेट के ऊपर से एक छक्का लगाया और टीम का स्कोर 10वें ओवर में 50 के पार पहुंचाया। रनगति को बढ़ाने के प्रयास में अग्रवाल ने नारायण के ख़िलाफ़ भी शॉट लगाया लेकिन राहुल त्रिपाठी ने एक बेहतरीन कैच लपकते हुए मयंक की 31 गेंदों में 34 रनों की पारी पर विराम लगा दिया।
तुरंत ही बाद नारायण ने मोजेस ऑनरीकेज को क्लीन बोल्ड करते हुए पंजाब का स्कोर 75/5 कर दिया था।
इस मैच से पहले निकोलस पूरन के नाम 5 मैच में 3 शून्य था, लेकिन इस मैच में पूरन ने चक्रवर्ती की लगातार दो गेंदों पर एक छक्का और एक चौका लगाया। हालांकि ये ख़ुशी ज़्यादा देर नहीं रही क्योंकि वरुण चक्रवर्ती ने पूरन के ऑफ़ स्टंप को बिखेर दिया।
आख़िरी लम्हों में जॉर्डन ने 18 गेंदों पर 30 रनों की पारी खेली जिसमें 3 छक्के और एक चौका शामिल था, इसी की बदौलत पंजाब ने 120 का आंकड़ा पार किया।
कोलकाता का आग़ाज़ रहा ख़राब
लक्ष्य छोटा था यानी कोलकाता के सलामी बल्लेबाज़ों के पास ख़ुद को समय देते हुए अपना फ़ॉर्म वापस लाने का एक मौक़ा भी था। हालांकि इसमें एक बार फिर सलामी बल्लेबाज़ों की जोड़ी नाकाम रही। पहले ही ओवर में नितीश राणा ने मोजेस ऑनरीकेज की एक फ़ुलटॉस को सीधे शॉर्ट एक्सट्रा कवर में थमा बैठे। अगले ही ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद पर एक्रॉस द लाइन खेलने की कोशिश में शुभमन गिल विकेट के सामने पकड़े गए और 9 रन पर LBW आउट हो गए।
सुनील नारायण का स्वागत शुरू से ही बाउंसर के साथ हुआ, उन्होंने अर्शदीप सिंह की एक शॉर्ट गेंद को बहुत शानदार अंदाज़ में खेला लेकिन डीप मिडविकेट बाउंड्री पर मौजूद रवि बिश्नोई ने एक लाजवाब कैच लपकते हुए उन्हें पवेलियन की राह दिखाई। ये इतना लाजवाब कैच था कि पंजाब के सभी खिलाड़ी चकित रह गए थे।
मॉर्गन, त्रिपाठी ने पंजाब की उम्मीदों पर फेरा पानी
ओएन मॉर्गन और राहुल त्रिपाठी एक अलग इरादे के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे थे। ये दोनों ही बल्लेबाज़ तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ भी क़दमों का इस्तेमाल करने से परहेज़ नहीं कर रहे थे। दोनों के बल्ले से नियमित अंतराल पर बाउंड्री आ रही थी जिससे पंजाब एक बार फिर दबाव में थी। बिश्नोई ने भी कुछ मिसफ़ील्ड करते हुए दो चौके बल्लेबाज़ों को दिए जिससे पंजाब की परेशानी और बढ़ गई थी। कोलकाता ने पावरप्ले में 42/3 रन बनाए थे।
फील्ड फैलाने के बाद भी रन बनाने का सिलसिला थमा नहीं, पारी का 8वां और जॉर्डन के पहले ओवर से 13 रन आए। आख़िरकार दीपक हुड्डा ने इस साझेदारी को तोड़ा जब लंबा शॉट खेलने की कोशिश में त्रिपाठी लॉन्ग ऑन पर कैच आउट हुए, उन्होंने 32 गेंदों पर 41 रन बनाए। अब क्रीज़ पर आए आंद्रे रसल जो क़रीब क़रीब हर गेंद पर बड़ा शॉट लगाने की फ़िराक़ में थे, लेकिन या तो उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लग रहा था या गेंद सीधे फ़ील्डर को खोज ले रही थी। वह 9 गेंदों पर 10 रन बनाकर रन आउट हो गए, लेकिन तब कोलकाता को सिर्फ़ 24 रनों की दरकार थी और 35 गेंदें शेष थीं। मॉर्गन और कार्तिक ने इस लक्ष्य को कुछ ख़ूबसूरत बाउंड्री के साथ हासिल कर लिया।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन ने किया है।