बड़ी तस्वीर
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और राजस्थान रॉयल्स आईपीएल 2020 में अंक तालिका में क्रमशः सातवें और आठवें स्थान पर रही थी, लेकिन सीज़न 2021 में स्थिति उनके लिए विपरीत हैं क्योंकि, सीएसके की टीम गुरुवार को सनराइज़र्स को हराकर प्लेऑफ़ में अपनी जगह पक्की कर चुकी है। वहीं दूसरी ओर रॉयल्स की उम्मीदें अभी भी एक रस्सी पर टंगी हैं।
सीएसके की सफलता दो प्रमुख बिंदुओं पर टिकी है। पहली स्थिरता और दूसरी बल्लेबाज़ी की गहराई। शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर जैसे निचले क्रम के हिटरों के नंबर नौ और 10 पर आने की वजह से उनके बल्लेबाज़ों के पास आक्रामक रूप से खेलने का लाइसेंस था, ख़ासकर पावरप्ले के तुरंत बाद, जब अधिकांश टीमें कम जोखिम लेती दिख रही थीं। उन्होंने पिछले साल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए एक बार फिर बेहतरीन खेल दिखाया और खिलाड़ियों का समर्थन किया। पूरे सीज़न में उन्होंने केवल 14 खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया है जो किसी भी अन्य टीम की तुलना में चार खिलाड़ी कम है।
इस बीच, रॉयल्स को जोफ़्रा आर्चर (कोहनी की चोट), जॉस बटलर (पितृत्व अवकाश) और बेन स्टोक्स (मानसिक-स्वास्थ्य विराम) के रूप में में तीन प्रमुख विदेशी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से निपटने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। एविन लुईस और मुस्तफ़िज़ुर रहमान दोनों ने प्रभावित किया है लेकिन क्रिस मॉरिस ने यूएई लेग में संघर्ष किया है और लियम लिविंगस्टन का बल्ला शांत रहा है।
जब तक वे शनिवार के डबल-हेडर के दूसरे मैच के लिए पिच पर उतरेंगे, तब तक उनके पास क्वालीफ़ाई करने की संभावनाओं की एक बहुत स्पष्ट तस्वीर होगी, लेकिन कैंप से संदेश यह रहा है कि तीन में से तीन जीत से कम मंज़ूर नहीं है। उनके अंतिम दो मैच कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ हैं, दोनों अंक तालिका में चौथे स्थान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को रॉयल्स को जीत की ज़रूरत है, जिससे वह यह समझ सकें कि उनके पास अभी भी प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए दो मौक़ बचे हैं।
ख़बरों में
अपने सीज़न के साथ, क्या रॉयल्स अपनी नीति पर टिके रहेंगे या बदलाव करेंगे? उनके क्रिकेट निदेशक कुमार संगाकारा ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से अपनी हार के बाद स्वीकार किया कि मॉरिस ने "वह काम नहीं किया जैसा वह करना चाहते थे या हम उन्हें दूसरे चरण में करते देखना चाहते थे। वह इसे जानते हैं और हम इसे जानते हैं।" उनकी जगह ओशेन थॉमस और तबरेज़ शम्सी उम्मीदवार हैं। इस बीच लिविंगस्टन, ग्लेन फ़िलिप्स या डेविड मिलर के कारण अपना स्थान गंवाने के दबाव में आ सकते हैं। वहीं, रियान पराग भी पूरे सीज़न में 10 पारियों में 93 रन के बाद अपने स्थान पर टिके हुए हैं।
सीएसके अपनी योग्यता को साबित करने के बाद कुछ खिलाड़ियों को आराम दे सकती है, यदि ड्वेन ब्रावो या जॉश हेज़लवुड के कार्यभार को देखा जाता है तो सैम करन टीम में वापसी कर सकते हैं। हालांकि मुख्य कोच स्टीवन फ़्लेमिंग ने कहा कि वे बहुत ज़्यादा प्रयोग नहीं करेंगे।
संभावित XI
राजस्थान रॉयल्स : 1 एविन लुईस, 2 यशस्वी जायसवाल, 3 संजू सैमसन (कप्तान और विकेटकीपर), 4 लियम लिविंगस्टन, 5 महिपाल लोमरोर, 6 रियान पराग/शिवम दुबे, 7 राहुल तेवतिया, 8 क्रिस मॉरिस/ओशेन थॉमस, 9 चेतन साकरिया , 10 कार्तिक त्यागी, 11 मुस्तफ़िज़ुर रहमान
चेन्नई सुपर किंग्स : 1 ऋतुराज गायकवाड़, 2 फ़ाफ़ डुप्लेसी, 3 मोईन अली, 4 सुरेश रैना, 5 अंबाती रायुडू, 6 एमएस धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), 7 रवींद्र जाडेजा, 8 सैम करन/ड्वेन ब्रावो, 9 शार्दुल ठाकुर, 10 दीपक चाहर, 11 जॉश हेज़लवुड
रणनीति
सीएसके ने इस सीज़न में बीच के ओवरों में प्रति ओवर 8.67 रन बनाए हैं, वह राजस्थान के बाद दूसरे स्थान पर है। साथ ही वह डेथ ओवरों में सबसे तेज़ स्कोर करने वाली टीम है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, क्या रॉयल्स ओशेन थॉमस को मिडिल ओवर में रन गति पर काबू करने के लिए चुन सकती है? थॉमस ने हाल के सीपीएल सीज़न में तेज़ गति से गेंदबाज़ी की और उनकी छोटी गेंदें पावरप्ले के बाद के चरण में मोईन अली और सुरेश रैना के ख़िलाफ़ अच्छी तरह से मेल खा सकती हैं।
मोईन ने यूएई चरण में सीएसके के लिए चार मैचों में केवल चार ओवर ही फेंके हैं लेकिन शनिवार को यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लुईस ने 2019 की शुरुआत के बाद से ऑफ़ स्पिन के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 102.76 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं और यशस्वी जायसवाल के रूप में बाएं हाथ के ओपनिंग पार्टनर होने के साथ मोईन अगर पावरप्ले में गेंदबाज़ी करने आएं तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी।
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।