एक और सिक्सर के साथ पारी की समाप्ति होगी। एक्सट्रा कवर की दिशा में लगाया गया सिक्सर। कोहली काफ़ी इमोशनल हैं। उनके कई खिलाड़ियों ने घेर लिया है। वह रो रहे हैं। शशांक के आंखों में भी आंसू हैं।
RCB vs PBKS, फ़ाइनल at अहमदाबाद, IPL, Jun 03 2025 - गेंंद दर गेंद कॉमेंट्री
रजत पाटीदार, RCB कप्तान: यह मेरे लिए, विराट कोहली के लिए और सभी फ़ैंस के लिए वाक़ई ख़ास है। जिन्होंने सालों से सपोर्ट किया है, वे सभी इसके हक़दार हैं। क्वालीफ़ायर के बाद, हमने सोचा कि हम आगे बढ़ सकते हैं। मुझे लगता है कि इस पिच पर 190 एक अच्छा स्कोर था क्योंकि यह थोड़ी धीमी थी। गेंदबाज़ों का अपनी योजनाओं को अंजाम देना ज़बरदस्त था। क्रुणाल एक विकेट लेने वाला गेंदबाज़ है, जब भी हमें विकेट चाहिए होता है, मैं उसे देखता हूं। सुयश और तेज़ गेंदबाज़ पूरे सीज़न में अच्छे थे। शेफ़र्ड ने आज रात अहम विकेट लिया। मेरे लिए यह एक शानदार मौक़ा है और कोहली की कप्तानी करना मेरे लिए एक बड़ी सीख है, वह किसी और से ज़्यादा इसके हक़दार हैं। मैं सभी फ़ैंस से बस एक बात कहना चाहता हूँ - ई साला कप नमदू।
श्रेयस अय्यर, PBKS कप्तान: हुत निराश हूं, लेकिन जिस तरह से हमारी टीम ने इस टूर्नामेंट में खेला, वह अदभुत था। इसका बहुत श्रेय मैनेजमेंट और हर एक खिलाड़ी को जाता है। हमने यहां जो आख़िरी मैच खेला था, उसे देखते हुए मुझे व्यक्तिगत रूप से लगा था कि 200 एक पार स्कोर था। उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी की। क्रुणाल ज़बरदस्त थे, उसने अपने अनुभव का इस्तेमाल किया, वही टर्निंग प्वाइंट था। मैं अपनी टीम के हर एक सदस्य पर गर्व करता हूँ, बहुत सारे युवा खिलाड़ियों ने अपना पहला सीज़न खेला। उनकी निडरता अविश्वसनीय थी। काम अभी आधा ही हुआ है, हमें इसे अगले साल जीतना है। जिस तरह से हमने हर मैच में प्रदर्शन किया, वह सकारात्मक था, उन्होंने बहुत अनुभव हासिल किया है और हम अगले साल उस पर आगे बढ़ सकते हैं।"
पंजाब किंग्स को 12.5 करोड़ रुपये का उपविजेता चेक मिला। श्रेयस अय्यर ने वह चेक और शील्ड प्राप्त की।
साई सुदर्शन को इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द सीज़न का ख़िताब दिया गया है। उन्होंने इस सीजन सबसे ज़्यादा 759 रन बनाए।
क्रुणाल पंड्या को प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब दिया गया है। उन्होंने कहा, "जब हमने बल्लेबाज़ी की, तो हमने महसूस किया कि जितनी धीमी गेंदबाज़ी करोगे, उतना ही बेहतर होगा। इस फ़ॉर्मेट में, ऐसा करने के लिए हिम्मत चाहिए। मैंने बस खुद पर भरोसा रखा, सोचा कि मैं अपनी गति में बदलाव करूंगा और ज़्यादातर धीमी गति से गेंदबाज़ी करूंगा। मेरी सबसे बड़ी ताक़त यह रही है कि मैं यह सीखूं कि स्थिति की क्या मांग है। मैं जानता था कि आज रात विकेट लेने के लिए मुझे बहादुर होना होगा। मैंने सोचा कि मैं धीमी गेंदबाज़ी करके ऐसा करूंगा। अगर तेज़ी से गेंदबाज़ी करते, तो यह एक अच्छा विकेट होता, लेकिन अगर आपने मिश्रण किया, तो यह ज़्यादा मुश्किल था। पिच वास्तव में दूसरी पारी में आसान हो गई थी। मुझे RCB के साथ अब तक अपने समय में मज़ा आया है, मैंने पहले दिन ही कहा था कि मैं जीतना चाहता हूं। मैंने हार्दिक को भी बताया था कि पंड्या परिवार के पास 11 सालों में नौ ट्रॉफ़ियां होंगी।
विराट कोहली: यह जीत जितनी हमारी टीम की है, उतनी ही हमारे फ़ैन्स की भी है। ये 18 साल बहुत लंबे रहे हैं। मैंने अपनी युवा अवस्था, अपने सबसे अच्छे फ़ॉर्म वाले दिन, और अपना पूरा अनुभव इस टीम को दिया है। हर सीज़न में इसे जीतने की कोशिश की, हर बार अपना सब कुछ झोंक दिया। अब जाकर यह पल मिलना अविश्वसनीय अहसास है। कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा। जब आख़िरी गेंद फेंकी गई, तो मैं भावनाओं में बह गया। अपनी हर एक ऊर्जा इस जीत में डाल दी -- और ये वाक़ई ग़ज़ब का एहसास है। ABD (एबी डिविलियर्स) ने इस फ्रेंचाइज़ी के लिए जो किया है, वो शानदार है। मैंने उसे कहा, 'ये जीत जितनी हमारी है, उतनी ही तुम्हारी भी है। मैं चाहता हूं कि तुम हमारे साथ इसे सेलिब्रेट करो।' वो पिछले चार साल से रिटायर हैं, लेकिन अब भी सबसे ज़्यादा 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' वही हैं। इससे पता चलता है कि उन्होंने इस टीम, इस लीग और मुझ पर कितना असर डाला है। उन्हें इस ट्रॉफ़ी को उठाने वाले मंच पर होना चाहिए था। ये जीत मेरे लिए सबसे ऊपर है। मैं इस टीम के साथ वफ़ादार रहा हूं। कई बार और रास्ते भी नज़र आए, लेकिन मैंने इन्हें चुना और इन्होंने भी मुझे। मेरा दिल बेंगलुरु के साथ है, मेरी रूह बेंगलुरु के साथ है। यह एक हाई-इंटेंसिटी टूर्नामेंट है। मैं बड़े टूर्नामेंट और बड़े लम्हे जीतना चाहता हूं। आज की रात मैं एक बच्चे की तरह सुकून से सोऊंगा। मैं हमेशा अपने आप को बेहतर करने की राह देखता हूं -- फ़ील्डिंग में भी कुछ ऐसा करूं जिससे फर्क पड़े। भगवान ने मुझे नज़रिए और टैलेंट दोनों से नवाज़ा है। मैंने सिर झुकाकर जितना हो सका उतनी मेहनत की। नीलामी में लोगों ने हमारी रणनीति पर सवाल उठाए, लेकिन हमें अपनी टीम पर भरोसा था। मैनेजमेंट ने हमें सकारात्मक बनाए रखा, खिलाड़ी अद्भुत थे। ये पल मेरे लिए सबसे बेहतरीन हैं
जितेंश: मैं इस वक़्त खुद को ज़ाहिर नहीं कर सकता। मैं विराट भाई के लिए बहुत ख़ुश हूं। उन्होंने 18 साल इंतज़ार किया है और मैं समझ सकता हूं कि उन्हें कैसा महसूस हो रहा होगा। जब आप किसी और के लिए इस टूर्नामेंट को महसूस करते हैं, तो यह जादुई बन जाता है। जब आप अपने लिए खेलते हैं, तो आप थोड़े शांत हो जाते हैं। लेकिन जब किसी और के लिए खेलते हैं, तो यह शानदार बन जाता है।
दिनेश कार्तिक: बहुत बड़ा दिन है यह। यह एक ऐसी टीम है जिसने 18 साल इंतज़ार किया, बहुत लंबा इंतज़ार करना पड़ा। एबी डीविलियर्स, कोहली, सबने दिल से कोशिश की। सपोर्ट स्टाफ़ ने भी। हमने शुरू से ही माना कि हम अच्छी टीम थे। हमारे पास सभी विभाग में अच्छे खिलाड़ी थे। यह शानदार था कि हर कोई अलग-अलग परिस्थितियों में आगे बढ़ा। आज रात हमने पार स्कोर से ज़्यादा बनाया, बल्लेबाज़ों को लगा कि यह आसान नहीं था। एंडी फ्लावर ने हमें हर कसौटी पर परखा, उन्होंने मुझे तराशा है, मो बोबाट के पास एक योजना और एक विज़न था।
फ़िल सॉल्ट: यह एक अविश्वसनीय एहसास है। मुझे नहीं पता कि मैं इस वक़्त मैं क्या महसूस कर रहा हूं। मैं सोया नहीं हूं। [पिता बनने पर] अब मेरे पास एक लकी चार्म है। मैं बहुत ख़ुश हूं। [फ़ैंस] हम जहां भी गए, हम सबसे ज़्यादा सपोर्टेड टीम रहे। यह एक बड़ा फ़ैन बेस है। एबी यहां है, क्रिस यहां है। यह अविश्वसनीय है। सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद।
जोश हेज़लवुड: मुझे लगता है कि 190 एक अच्छा स्कोर था, विकेट कभी ऊपर-नीचे हो रहा था। शायद दूसरी पारी में यह बेहतर हो गया होगा। सबने अपना योगदान दिया। कोहली के लिए यह बहुत मायने रखती है, शुरू से ही टीम के साथ रहना और आज रात यह नतीजा हासिल करना बहुत सारी भावनाएं बाहर लाएगा। (IPL में वापस आने का फ़ैसला सही साबित हुआ?) बिल्कुल, इससे बेहतर अनुभव नहीं मिल सकता।"
भुवनेश्वर कुमार: हम जानते थे कि विकेट आसान नहीं होगा और 190 बनाना भी आसान नहीं होगा। यह हमारे अंदाज़े से 10 रन ज़्यादा था। [क्रुणाल पर] उसकी गेंदबाज़ी ने हमारे लिए समीकरण बदल दिए। पेस बदलना आसान नहीं था, लेकिन हमने सोचा कि हम इसका ज़्यादा इस्तेमाल नहीं करेंगे।
11.30 pm "कभी-कभी जीत सिर्फ़ एक ट्रॉफ़ी नहीं होती... वो सालों का इंतज़ार, हर सीज़न की टूटी उम्मीदें, और फिर भी ना हारने वाला जुनून होती है।" आज IPL की सबसे इमोशनल कहानी मुक़म्मल हुई। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ने आख़िरकार ट्रॉफ़ी उठा ली। ये जीत सिर्फ़ विराट कोहली, रजत पाटीदार या क्रुणाल पंड्या की नहीं है। ये जीत उस हर फ़ैन की है जिसने हार के बाद भी अगली सुबह RCB की जर्सी पहनी।नऔर आज वो दीया पूरी दुनिया ने जलते देखा।
एक CSK के फ़ैन की तरफ़ से - शुक्रिया RCB,
तुमने बता दिया कि हारते-हारते भी जीतना मुमकिन है। तुमने भरोसा ज़िंदा रखा। तुमने क्रिकेट के प्रति इश्क़ को जिंदा रखा।
धीमी फुल गेंद को शशांक ने पढ़ा और डीपमिडविकेट की दिशा में लंबा सिक्सर जड़ा, अगर पहली गेंद पर सिक्स लग जाता तो मामला अलग बनता
लेग साइड में क्रॉस बल्ले से शॉट लगाने का प्रय़ास, टॉप एज़ लगा और डीप फ़ाइन लेग सीमा रेखा के बाहर गई गेंद
लो फुलटॉस गेंद को लेग साइड में उड़ा कर मारा गया, अच्छा कनेक्शन, सीमा रेखा के बाहर जाकर गिरेगी गेंद
फुल गेंद को सीधे बल्ले से मारा गया लेकिन कोई एलिवेशन नहीं मिली। अब ट्रॉफ़ी लगभग RCB की झोली में
सिक्सर का मौक़ा था लेकिन गंवा दिया शशांक ने, लेग स्टंप फुलटॉस गेंद, बल्ला चलाया गया लेकिन थाई पैड पर लगी गेंद
हेज़लवुड के हाथ में गेंद
यॉर्कर लेंथ गेंद को अपने ही पास सहला कर सिंगल लिया शशांक ने
फ्लिक किया गया, हल्का सा मिस फ़ील्ड फिर से , शॉर्ट बैकवर्ड स्क्वेयर लेग के फ़ील्डर के हाथ से छिटकी गेंद
मिस फ़ील्ड के कारण चौका मिलेगा, लो फुलटॉस गेंद, शफ़ल करतेे हुए स्कूप किया गया, फ़ाइन लेग के फ़ील्डर से मिस फ़ील्ड हुई
फिर से लगभग यॉर्कर गेंद, सीधे बल्ले से लांग ऑफ़ की तरफ़ ड्राइव किया गया और सिंगल के लिए मना किया गया
यॉर्कर गेंद स्टंप की लाइन में, कमाल की गेंदबाज़ी, बबल्लेबाज के पास कोई मौक़ा नहीं
लो फुलटॉस गेंद, सीधे बल्ले से प्रहार, लांग ऑन सीमा रेखा के ऊपर से जाएगी गेंद, क्या कमाल का प्रहार था। क्या इस मैच में अभी भी जान बाक़ी है।
भुली का आख़िरी ओवर
फुल गेंद को मिडविकेट की दिशा में कलाइयों के सहारे खेला गया, शशांक ने सिंगल के लिए मना किया
लो फुलटॉस गेंद को ऑन साइड में उड़ा कर मारने का प्रयास लेकिन संपर्क कुछ ख़ास नहीं। डीप मिडविकेट के फ़ील्डर ने दाहिने तरफ़ जाकर गेंद को पकड़ा
हवा में गेंद, शॉर्ट बैकवर्ड स्क्वेयर लेग के फ़ील्डर ने डाइव किया गया, उनके हाथ पर लग कर छिटकी गेंद, लो फुलटॉस को स्वीप करने का प्रयास था।
फुल गेंद को फ्लिक करने का प्रयास लेकिन पैड पर लग कर लेग साइड में गई गेंद, तेज़ी से सिंगल लिया गया
ओमरज़ाई भी पवेलियन जा रहे हैं। ऑफ़ स्टंप के क़रीब की गेंद, एक्सट्रा कवर के ऊपर से शॉट लगाने का प्रयास लेकिन बाहरी किनारा लग कर गेंद शॉर्ट थर्डमैन के फ़ील्डर के पास गई। धीमी गति से की गई गेंद
यॉर्कर गेंद लेग स्टंप के क़रीब, फ्लिक का प्रयास लेकिन पैड पर लगी गेंद, अपील हुई, अंपायर ने नकार दिया। पिचिंग लेग स्टंप के बाहर थी
यश गेंदबाज़ी करेंगे
लांग ऑफ़ के फ़ील्डर के पास फुल गेंद को ड्राइव करते हुए स्ट्राइक को ख़ुद के पास रखा है शशांक ने
ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद को डीप प्वाइंट के फ़ील्डर के ड्राइव किया गया
ओवर 20 • PBKS 184/7
RCB की 6 रन से जीत