भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों की शानदार शुरुआत, मेहदी हसन मिराज़ का पहला वनडे शतक, श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल की शतकीय साझेदारी, चोटिल रोहित शर्मा का आतिशी अर्धशतक और अंतिम गेंद तक मैच का जाना। क्या कुछ नहीं देखा हमने भारत और बांग्लादेश के बीच मीरपुर में खेले गए दूसरे वनडे मैच में। अंतिम गेंद पर पांच रनों से जीत दर्ज करते हुए मेज़बान टीम ने 2-0 से वनडे सीरीज़ में अजेय बढ़त बनाई। आइए हम और आप मिलकर भारतीय एकादश के सदस्यों के प्रदर्शन पर एक नज़र डालते हैं।
क्या सही और क्या ग़लत ?
ढाका की गर्मी में पहले गेंदबाज़ी के लिए भेजे जाने के बाद भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों का प्रदर्शन सबसे सकारात्मक पहलू रहा। इसके अलावा श्रेयस की फ़ॉर्म का बरक़रार रहना और अक्षर का बल्ले के साथ योगदान देना टीम को रास आया होगा।
विपक्षी टीम को 69/6 की स्थिति से वापसी करने का अवसर देना और 270 रन ख़र्च करना किसी भी दिन गवारा नहीं होगा। फ़ील्डरों द्वारा साधारण ग़लतियां करने और स्टैंड-इन कप्तान के रक्षात्मक होने का भारत को नुक़सान हुआ।
प्लेयर रेटिंग्स (1-10, 10 सर्वाधिक)
शिखर धवन, 6 : धवन ने फ़ील्डिंग के दौरान चुस्ती दिखाते हुए दो कैच लपके जिसने बांग्लादेश को बैकफ़ुट पर धकेलने में मदद की। हालांकि मुस्तफ़िज़ुर रहमान की अतिरिक्त उछाल वाली गेंद का उनके पास कोई जवाब नहीं था और वह आठ के निजी स्कोर से आगे नहीं जा पाए।
रोहित शर्मा, 9 : अगर भारत इस मैच को अंतिम गेंद तक ले जा पाया तो उसमें कप्तान रोहित की अहम भूमिका रही। फ़ील्डिंग के दौरान मैच के दूसरे ही ओवर में चोटिल हुए रोहित को एक्स-रे के लिए अस्पताल ले जाया गया था और वह अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में पहली बार नौवें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए आए। कठिन समय पर निचले क्रम के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने तीन चौकों और पांच छक्कों की मदद से 28 गेंदों पर नाबाद 51 रन बनाए। अंतिम गेंद पर अगर वह छक्का लगा देते तो भारत को एक यादगार जीत मिलती।
विराट कोहली, 6 : रोहित की चोट ने भारत को अपने बल्लेबाज़ी क्रम को बदलने पर मजबूर किया। इस फ़ैसले के कारण कोहली को नई गेंद के सामने उतरना पड़ा और पिच को समझने से पहले ही वह बोल्ड होकर वापस चल दिए।
श्रेयस अय्यर, 9.5 : जहां दूसरे छोर पर एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए, श्रेयस ने एक छोर को संभाले रखा। उन्हें अक्षर के रूप में एक क़ाबिल जोड़ीदार मिला और उन्होंने एंकर की भूमिका बख़ूबी ढंग से निभाई। मज़बूत नींव रखने के बाद जब रन गति को आगे बढ़ाने का समय आया, वह बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में 82 के स्कोर पर आउट हुए।
वॉशिंगटन सुंदर, 8 : दो अनुभवी बल्लेबाज़ों को चलता करते हुए वॉशिंगटन ने बांग्लादेशी बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ दी। इसके बाद चौथे नंबर पर भेजे जाने के बाद उन्होंने साझेदारी निभाने का प्रयास किया। बल्ले के साथ उन्हें ज़्यादा सफलता मिली नहीं।
के एल राहुल, 5.5 : महमुदउल्लाह का अद्भुत कैच राहुल के लिए इस मैच का सर्वश्रेष्ठ पल था। इसके अलावा उन्होंने अपनी अति-रक्षात्मक कप्तानी से निराश किया। जब मेज़बान टीम 150 तक पहुंचने में संघर्ष कर रही थी, उनके फ़ैसलों ने बांग्लादेश को एक विशाल स्कोर तक पहुंचने का अवसर दिया। बल्लेबाज़ी के दौरान भी एक ख़राब शॉट खेलकर वह आउट हुए।
अक्षर पटेल, 9 : कठिन समय पर आकर अक्षर ने 100 के स्ट्राइक रेट से अर्धशतक जड़ा और भारतीय पारी को संभाला। उन्होंने श्रेयस का अच्छा साथ दिया लेकिन गेंदबाज़ी में वह विकेट लेने में नाकाम रहे।
शार्दुल ठाकुर, 7 : शार्दुल ने किफ़ायती गेंदबाज़ी की लेकिन डेथ ओवरों में उन्होंने बहुत रन ख़र्च किए। उनकी बल्लेबाज़ी से भारत को काफ़ी उम्मीद थी लेकिन शार्दुल ने मीरपुर की इस पिच पर संघर्ष किया।
दीपक चाहर, 5 : तीन ओवर डालने के बाद चाहर को हैमस्ट्रिंग में खिंचाव महसूस हुआ और वह मैदान से बाहर चले गए। उन्होंने बल्ले के साथ भी अधिक योगदान नहीं दिया।
मोहम्मद सिराज, 8 : इस साल वनडे क्रिकेट में सिराज का बोलबाला रहा है। उन्होंने पूरी जान लगाकर गेंदबाज़ी की और दो विकेट निकाले। वह महंगे साबित हुए लेकिन बांग्लादेश को कठिन स्थिति में डालने में सिराज की अहम भूमिका रही।
उमरान मलिक, 7.5 : वनडे क्रिकेट में अपने पैर जमा रहे उमरान ने अपनी अतिरिक्त गति से प्रभाव डाला। शाकिब को परेशान करने के बाद उन्होंने नाजमुल हुसैन शांतो और महमुदउल्लाह को आउट किया। डेथ ओवरों में वह महंगे रहे लेकिन यह उनके लिए सीखने का अच्छा अवसर होगा।