स्ट्रॉस का इंग्लैंड को सुझाव : काउंटी चैंपियनशिप में कम टीमें, 50 ओवर प्रतियोगिता का पुनरोत्थान
अभी यह सुझाव केवल परामर्श के रूप में आए हैं और इन पर काउंटी टीमें अगले महीने वोटिंग करेंगीं
मैट रोलर
26-Aug-2022
ईसीबी के परफ़ॉर्मेंस क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष स्ट्रॉस ने बताया कि वह 2023 में भी काउंटी चैंपियनशिप में मुक़ाबलों की संख्या को 14 ही रखना चाहेंगे • Getty Images
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ऐंड्र्यू स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के पुरुष क्रिकेट का हाई-परफ़ॉर्मेंस रिव्यू करते हुए काउंटी चैंपियनशिप के शीर्ष डिवीज़न में कम टीमें रखने और 50 ओवर प्रतियोगिता का पुनरोत्थान करने के सुझाव दिए हैं।
2021-22 ऐशेज़ में ऑस्ट्रेलिया से 4-0 से सीरीज़ हारने के बाद इस रिव्यू की मांग की गई थी। फ़िलहाल यह सुझाव "परामर्श पड़ाव" पर हैं और इन पर चर्चा में पीसीए (खिलाड़ियों का एसोसिएशन), काउंटी टीमों के मुख्य कार्यकारी एवं क्रिकेट से जुड़े अध्यक्ष और निदेशक शामिल होंगे। यह चर्चा अगले सप्ताह के दौरान चलेंगी और फिर पुख़्ता दिशानिर्देश 9 सितंबर काउंटी टीमों के सामने रखे जाएंगे। हालांकि इन्हें लागू करने के लिए काउंटी अध्यक्षों द्वारा दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी और यह लॉर्ड्स में 20 सितंबर को एक बैठक के दौरान ही हो पाएगा।
इंग्लैंड की घरेलू 50 ओवर प्रतियोगिता रॉयल लंदन कप का आयोजन पिछले दो सीज़न से 'द हंड्रेड' के साथ ही चल रहा है और ऐसे में देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इसमें खेल नहीं पाए हैं। फलस्वरूप इंग्लैंड के दो युवा सितारों, जेक लिनटॉट और विल स्मीड को अपनी लिस्ट-ए डेब्यू के लिए पिछले महीने इंग्लैंड लायंस के लिए एक मैच तक का इंतज़ार करना पड़ा।
काउंटी चैंपियनशिप में इस साल टॉप डिवीज़न में 10 टीमों ने हिस्सा लिया है हालांकि हर टीम को 14 मैच खेलने को मिले हैं। ऐसे में किसी टीम ने किसी और से दो बार मैच खेला है तो कुछ टीमों के साथ केवल एक बार। प्रथम डिवीज़न में टीमों को बढ़ाने के लिए बहुमत 2018 में मिली थी लेकिन कोविड के चलते इसका चलन इस साल से हो पाया है। ऐसे में टूर्नामेंट की गुणवत्ता पर असर पड़ता दिखा है।
ईसीबी के ब्लॉग में बोर्ड के परफ़ॉर्मेंस क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष स्ट्रॉस ने बताया कि वह 2023 में भी काउंटी चैंपियनशिप में मुक़ाबलों की संख्या को 14 ही रखना चाहेंगे।
उनके अनुसार इससे "2024 और उसके बाद दीर्घकालिक संरचना के लिए तर्क-वितर्क का पर्याप्त समय" मिलेगा।
उन्होंने लिखा, "इस अनुसंधान में हमने 2014 से पूरी दुनिया में खेले गए क्रिकेट को परखा। हम घरेलू क्रिकेट और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बीच में अंतर को भी कम करना चाहते हैं। इस विश्लेषण ने हमें बताया की और देशों के मुक़ाबले इंग्लैंड के क्रिकेटर इस अंतर की वजह से अधिक संघर्ष करते हैं। हमने यह भी पाया कि यहां के स्पिनर इन परिस्थितियों में कम मौक़े पाते हैं और विदेश में जाकर प्रथम-श्रेणी क्रिकेट खेलना खिलाड़ियों के लिए कितना लाभदायक होता है।"
उन्होंने आगे लिखा, "हमारा अनुसंधान कहता है कि प्रथम-श्रेणी काउंटी और देशों के मुक़ाबले अधिक मात्रा में क्रिकेट खेलते हैं। खिलाड़ियों का भी यही मत है कि हमें प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में कटौती करने की ज़रूरत है। शुरुआती सुझाव यही होंगे कि 50 ओवर टूर्नामेंट का पुनरोत्थान हो और काउंटी चैंपियनशिप के शीर्ष डिवीज़न में कम टीम हों ताकि मानदंड बढ़े और लाल गेंद से कड़े मुक़ाबले देखने को मिलें।"
इस रिव्यू में किए गए कुछ और सुझावों में यूएई में नॉर्थ बनाम साउथ प्रथम श्रेणी मैचों का आयोजन, इंग्लैंड लायंस के कार्यक्रम में निरंतरता और लाल गेंद मैचों में इज़ाफ़ा, और अलग प्रारूप खेलने वाले खिलाड़ियों को आकर्षक अधिक सालों के लिए अनुबंध पर रखना शामिल हैं।
मैट रोलर ESPNcricinfo के असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।