आर अश्विन "ऑल टाइम ग्रेट हैं" और
रवींद्र जाडेजा "टॉप ऑलराउंडरों में से एक हैं"।
मोहाली टेस्ट के तीसरे दिन श्रीलंका को पारी और 222 रनों से रौंदने के बाद कप्तान
रोहित शर्मा ने इन मीठे शब्दों के साथ घरेलू धरती पर भारत के दो सबसे बड़े मैच विनरों की प्रशंसा की।
दूसरी पारी में चार विकेट लेने वाले अश्विन के नाम अब टेस्ट क्रिकेट में 436 सफलताएं हैं। 434 विकेट लेने वाले कपिल देव को पछाड़कर अश्विन अब भारत के लिए
दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं।
इस चैंपियन ऑफ़ स्पिनर के बारे में रोहित ने कहा, "मेरे लिए वह ऑल टाइम ग्रेट हैं। उन्होंने इतने सालों से देश की सेवा की है और उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है। उन्होंने कई मौक़ों पर मैच जिताऊ योगदान दिए हैं।"
वहीं दूसरी तरफ़ जाडेजा बल्ले के साथ नाबाद 175 रन बनाने के बाद गेंद के साथ कुल नौ विकेट लेकर इस एकतरफ़ा मैच के सबसे सफल खिलाड़ी रहे। यह उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर था और अब उनकी बल्लेबाज़ी औसत बढ़कर 36.46 पर जा पहुंची है।
जाडेजा की तारीफ़ करते हुए कप्तान ने कहा, "वह एक टॉप ऑलराउंडर हैं। उनके प्रदर्शन को ही देख लीजिए : नाबाद 175 रन बनाना और मैच में नौ विकेट लेना : हर मैच में वह अपने खेल के स्तर को ऊंचा कर रहे हैं। उनमें अच्छा प्रदर्शन करने की भूख है। वह हमेशा ज़िम्मेदारी लेने के लिए तैयार रहते हैं।"
रोहित ने आग कहा, "इसका उदाहरण हमें श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ में देखने को मिला। मैंने बातों ही बातों में उनसे पूछा कि क्या वह ऊपरी बल्लेबाज़ी करना चाहेंगे और वह उसके लिए तैयार थे। इसी वजह से
पहले टी20आई मैच में हमने उन्हें आगे बल्लेबाज़ी के लिए भेजा"।
"बतौर कप्तान मैं बल्लेबाज़ी में जाडेजा का अधिक इस्तेमाल करना चाहता हूं। हम उनकी गेंदबाज़ी की क्षमता के बारे में जानते हैं। सभी को उनकी फ़ील्डिंग का अंदाज़ा है। वह टीम को बहुत संतुलन प्रदान करते हैं।"
मोहाली टेस्ट में भारत के निचले क्रम ने भी बल्ले के साथ अहम योगदान दिया। एक समय पर टीम 228 रनों पर पांच विकेट गंवाकर एक मुश्किल स्थिति में थी। इसके बाद तीन विकेट के नुक़सान पर टीम ने 346 रन जोड़े। जाडेजा के अलावा अश्विन ने 61 रन बनाए जबकि मोहम्मद शमी ने 20 रनों की नाबाद पारी खेली।
इस प्रदर्शन पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए रोहित का कहना था, "टेस्ट मैचों में निचले क्रम का योगदान बहुत मूल्यवान होता है। मुझे साफ़ तौर पर याद है कि 2015 में जब विराट कोहली ने कप्तानी का भार संभाला था, हम निचले क्रम से मज़बूत योगदान प्राप्त करना चाहते थे और इसकी नींव रख दी गई थी। इसी वजह से हम इस बात पर ज़ोर देते हैं कि तेज़ गेंदबाज़ नेट में बल्लेबाज़ी के अभ्यास पर भी ध्यान दें और संभव हो सके उतना योगदान दें।"
ऐंड्रयू फ़िडेल फ़र्नांडो (@afidelf) ESPNcricinfo के श्रीलंकाई संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।