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रोहित: इस तरह की पिचों पर हम खेलना चाहते हैं, यह हमारी ताक़त है

ऑस्ट्रेलिया के हाथों नौ विकेट की हार के बाद भी भारत टर्निंग पिचें बनाना जारी रख सकता है

भारत को घर में पिछले एक दशक में सिर्फ़ तीन टेस्ट मैचों में हार मिली है। ये तीन मैच हैं: पुणे 2017, चेन्नई 2021 और अब इंदौर 2023

पुणे और इंदौर की हार में काफ़ी समानताए हैं। ऑस्ट्रेलिया ने दोनों मैचों में शिकस्त दी, स्टीवन स्मिथ ने उन दोनों मैचों में उनकी कप्तानी की और दोनों ही मौक़ों पर ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने उन भारतीय पिचों पर कमाल किया, जो काफ़ी टर्न ले रही थी।
कोई भी पिच किसी घरेलू टीम की जीत की गारंटी नहीं दे सकती। यहां तक ​​कि भारत को भी नहीं, जिन्होंने पिछले एक दशक में अपनी घरेलू परिस्थितियों में ज़बरदस्त प्रदर्शन किया है। गेंदबाज़ों की मददगार ऐसी पिचें, जिनमें चाहे सीम मूवमेंट, टर्न या अममान उछाल हो, एक मज़बूत मेहमान टीम को जीत का रास्ता दिखा सकती हैं।

भारतीय टीम यह बात जानती है। वे जानते हैं कि टर्निंग पिचें उन्हें पुणे या इंदौर जैसी परिणाम देंगी। पिछले हफ़्ते ही दिल्ली में अगर भारत का निचला क्रम पहली पारी में वापसी नहीं कराता और ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी नहीं ढहती तो मेज़बानों को शिकस्त का सामना करना पड़ सकता था।

भारतीय टीम ये सब जानती है। लेकिन इसकी संभावना नहीं है कि वे क्यूरेटर से पहले दिन से टर्न लेने वाली पिचों की मांग करना बंद कर देंगे। भारत का मानना है कि टर्निंग पिच उन्हें टेस्ट जीतने का सबसे अच्छा मौक़ा देती है, क्योंकि वे अपनी ताक़तों का अधिकतम इस्तमाल कर पाते हैं, जिसने उन्हें मुश्किल स्थिति से दिल्ली टेस्ट जीतने में मदद की।

इंदौर में ऑस्ट्रेलिया से नौ विकेट से हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, "सच कहूं तो हम इस तरह की पिचों पर खेलना चाहते हैं। यह हमारी ताक़त है, लिहाज़ा जब आप अपने घर पर खेल रहे हैं, तो आप हमेशा अपनी ताक़त पर खेलते हैं। इसको लेकर चिंता नहीं है कि बाहर लोग क्या बात कर रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "हम अपनी ताक़त पर खेलना चाहते हैं, और वह ताक़त स्पिन गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी में गहराई है। [भारत के] बाहर हर कोई उस लाभ का उपयोग करता है, तो इसमें ग़लत क्या है? हमें भी वही करना है, ख़ासकर जब हमें परिणाम मिल रहे हैं। अगर हमें परिणाम नहीं मिल रहे, तो मैं दुसरा कुछ सोचूंगा, लेकिन मुझे लगता है कि हम अच्छा खेल रहे हैं। हमें वह पिरणाम मिल रहे हैं जो हम चाहते हैं।"

इंदौर में हार से पहले भारत ने अपनी घरेलू ज़मीन पर खेले पिछले नौ टेस्ट मैचों में से आठ में जीत हासिल की थी। यह आंकड़ा नौ में नौ हो सकता था, अगर कानपुर में ढलते सूरज की रोशनी में न्यूज़ीलैंड की आख़िरी जोड़ी अटकी नहीं होती। इन नौ टेस्ट मैचों में से अधिकांश टेस्ट उन पिचों पर खेले गए जहां पहले दिन ही से गेंद टर्न हो रही थी।

कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।