सनराइज़र्स हैदराबाद: मैच 13, अंक 12, नेट रन रेट : -0.230
शेष मैच: बनाम पंजाब किंग्स
सनराइज़र्स हैदराबाद ने आख़िरकार हार के सिलसिले को तोड़ते हुए मुंबई इंडियंस के विरुद्ध जीत दर्ज की। हालांकि केवल तीन रनों से जीतने का अर्थ यह है कि उनके नेट रन रेट में अधिक सुधार नहीं हो पाया है।
अगर हैदराबाद अपना अंतिम मैच जीतती है और दिल्ली कैपिटल्स व रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अपना अपना मैच हारती है, तब भी हैदराबाद के लिए काम आसान नहीं होगा। अगर दिल्ली 200 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 50 रन से हारती है तो हैदराबाद को पंजाब को 73 रनों से हराना होगा।
साथ ही उसे उम्मीद करनी होगी की कोलकाता नाइट राइडर्स अपना अंतिम मैच हार जाए।
दिल्ली कैपिटल्स: मैच 13, अंक 14, नेट रन रेट 0.255
शेष मैच: बनाम मुंबई इंडियंस
दिल्ली कैपिटल्स की पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ 17 रन की आसान जीत उनके लिए काफ़ी अच्छी ख़बर है, लेकिन प्लेऑफ़ में स्थान प्राप्त करने की कोशिश कर रही अन्य सभी टीमों के लिए यह उत्साहजनक ख़बर नहीं है। दिल्ली का नेट रन रेट, जो पहले से ही बढ़िया था, अब 0.255 हो गया है। हालांकि पंजाब ने अंत में जो रन बनाए, उसका एक मतलब है कि अन्य टीमों के लिए अभी भी एक मौक़ा है।
दिल्ली के दृष्टिकोण से समीकरण सरल है। शनिवार को मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ आखिरी गेम जीतें और प्लेऑफ़ में स्थान प्राप्त कर लें। अगर वे उस मैच को हार भी जाते हैं और 14 अंक पर बने रहते हैं, तब भी उनके पास क्वालिफ़ाई करने का एक अच्छा मौक़ा है। अगर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, गुजरात टाइटंस से हार जाती है तो दिल्ली के लिए प्रवेश पाने का बढ़िया अवसर होगा। हालांकि नेट रन रेट की बात आती है, तो दिल्ली अभी तक सुरक्षित नहीं है।
फ़र्ज़ कीजिए कि दिल्ली अपना आखिरी गेम 30 रन (171 का पीछा करते हुए) से हार जाती है, तो उनका नेट रन रेट 0.123 तक गिर जाएगा। वर्तमान में कोलकाता नाइट राइडर्स 0.160 पर है, इसलिए अपने आख़िरी गेम में किसी भी अंतर से जीत उन्हें 0.123 से ऊपर रहेगी। यदि दिल्ली 15 रन से हार जाती है, तो उनका नेट रन रेट 0.179 हो जाएगा। हालांकि कोलकाता अपना आख़िरी मैच दिल्ली के मैच से पहले खेलेगी। ऐसे में कोलकाता के मैच के बाद दिल्ली की टीम को प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए ज़रूरी समीकरण का पता चल जाएगा।
पंजाब किंग्स: मैच 13, अंक 12, नेट रन रेट -0.043
शेष मैच: बनाम सनराइज़र्स हैदराबाद
दिल्ली से मिली हार के बाद पंजाब के लिए क्वालिफ़िकेशन के मौक़े बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनका नेट रन रेट नकारात्मक हो गया है, और यहां तक कि हैदराबाद के ख़िलाफ़ अपने आख़िरी गेम में 170 रन बनाने के बाद 40 रन की जीत भी इसे केवल 0.112 तक पहुंचा पाएगी। हालांकि, पिछले कुछ मैचों में जीत का अंतर बड़ा होना आम है। पिछले 12 में से सात मैचों में,जीत का अंतर 50 रन से अधिक रहा है।
साथ ही पंजाब लीग स्टेज का अंतिम मैच खेलेगी। इसका मतलब यह है कि उन्हें प्लेऑफ़ में पहुंचने की पूरी तस्वीर साफ़ पता चल जाएगी। साथ ही अगर बेंगलुरु या दिल्ली अपना अंतिम मैच जीत जाते हैं तो वे 16 अंकों तक पहुंच जाएंगे और पंजाब किंग्स प्लेऑफ़ में नहीं पहुंच पाएगी।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: मैच 13, अंक 14, नेट रन रेट -0.323
शेष मैच: बनाम गुजरात टाइटंस
बेंगलुरु की टीम चाहती है कि वह प्लेऑफ़ की दौड़ में बनी रहे तो दिल्ली को अपना अंतिम मैच हारना होगा। भले ही बेंगलुरु 200 का स्कोर बना लें और अपना आख़िरी गेम 100 रन से जीत लें, उनका एनआरआर केवल 0.071 तक ही सुधरेगा। अगर वे किसी भी अंतर से जीतते हैं तो दिल्ली इससे काफी आगे होंगी। साथ ही अगर ये दोनों टीमें हार जाती हैं और 14 अंको पर रहती हैं, तो दिल्ली को काफ़ी बड़े अंतर से हारना होगा।
दूसरे शब्दों में बेंगलुरु को टेबल टॉपर्स गुजरात के ख़िलाफ़ अपना आख़िरी गेम जीतना होगा, और उम्मीद करना होगा कि मुंबई के ख़िलाफ़ दिल्ली हार जाए।
कोलकाता नाइट राइडर्स: मैच 13, अंक 12, नेट रन रेट 0.160
शेष मैच: बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स
कोलकाता के पास अभी भी क्वालिफ़ाई करने का मौका है अगर वे अपना आख़िरी मैच जीतते हैं, और अगर दिल्ली और बेंगलुरु अपना आख़िरी मैच हार जाते हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, उनके पास अपेक्षाकृत बढ़िया नेट रन रेट का मतलब है कि अगर दिल्ली और बेंगलुरु हारती है तो कोलकाता के लिए एक मौक़ा बन सकता है।
लखनऊ सुपर जायंट्स: मैच 13, अंक 16, नेट रन रेट 0.262
शेष मैच: बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स
लखनऊ के पास इस समय 16 अंक है। उनके अलावा केवल चार और टीमें 16 अंकों तक पहुंच सकती हैं, जिनमें से एक है बेंगलुरु। अगर लखनऊ को अपने अंतिम मैच में बड़ी हार मिलती है और वहां बेंगलुरु गुजरात को बड़े अंतर से हराती है, तब ही लखनऊ के टॉप चार से बाहर होने की संभावना है।
उदाहरण के तौर पर अगर लखनऊ 201 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 60 रनों से हारती है, तब भी बेंगलुरु को 200 रन बनाने के बाद 89 रनों से मैच जीतना होगा। ऐसे में लखनऊ का प्लेऑफ़ में पहुंचना लगभग तय है। वह एक क़दम आगे जाकर शीर्ष दो में रहना चाहेगी जिससे फ़ाइनल में जाने के दो मौक़े मिलेंगे।
राजस्थान रॉयल्स: मैच 13, अंक 16, नेट रन रेट 0.304
शेष मैच: बनाम चेन्नई सुपर किंग्स
लखनऊ की तरह राजस्थान भी प्लेऑफ़ की दौड़ में आगे है। वह तब ही बाहर होगी जब वह 80 रनों से अपना अंतिम मैच हारेगी और दूसरी तरफ़ बेंगलुरु 80 रनों से अपना मुक़ाबला जीतेगी।
अगर लखनऊ और राजस्थान दोनों अपना अंतिम मैच जीतती है तो नेट रन रेट निर्धारित करेगा कि कौन पहला क्वालीफ़ायर खेलेगा। अगर लखनऊ 20 रनों से मैच जीतती है (180 रन बनाने के बाद) तो राजस्थान को 10 रनों से अपना मैच जीतना होगा। तब जाकर वह दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी।
एस राजेश ESPNcricinfo के स्टैट्स एडिटर हैं। @rajeshstats