चेन्नई (A++) - ऋतुराज गायकवाड़ का बल्ला इस मैच में नहीं चला, लेकिन इसके बाद, डेवन कॉन्वे और अजिंक्य रहाणे ने खुलकर हाथ खोले। रहाणे ने 37 रनों की तेज़ पारी खेली। वहीं कॉन्वे के गगनभेदी छक्कों ने दर्शकों का मन मोह लिया। अपनी 83 रनों की पारी में 6 छक्के और 6 चौके जड़े। शिवम दुबे भी छक्के लगाने की रेस में पीछे नहीं रहे और 5 छक्के लगाकर 25 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। 14वें ओवर में 146 का स्कोर 20 वें ओवर तक 226 तक पहुंच गया। आख़िरी ओवर में मोईन अली और जाडेजा ने भी अपने हाथ खोले।
बेंगलुरु (A)- विराट कोहली और महिपाल लोमरोर सस्ते में पवैलियन लौट गए। लेकिन इसके फ़ाफ़ डुप्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल ने चार्ज संभाला, चिन्नास्वामी के पिच पर जैसे छक्कों की बारिश देखने को मिली। मैक्सवेल ने 8 छक्कों के साथ 76 रनों की पारी खेली तो डुप्लेसी ने 4 छक्कों और 5 चौको के साथ 62 रन जोड़े। 14वें ओवर तक 159 के स्कोर पर 4 विकेट गिरे थे। इसके बाद दिनेश कार्तिक ने तेज़ी से 28 रन जोड़े। आख़िरी ओवरों में सुयश प्रभुदेसाई ने थोड़ी उम्मीद जगाई लेकिन बेंगलुरु की टीम 8 रन से हार गई।
गेंदबाज़ी
बेंगलुरु (B)- मोहम्मद सिराज को शुरुआती सफलता गायकवाड़ के विकेट के रुप में मिली। लेकिन इसके बाद बल्लेबाज़ ही हावी रहे। वेन पर्नेल, विजयकुमार वैशाख, ग्लेन मैक्सवेल और हर्षल पटेल रनों की रफ़्तार को नहीं रोक पाए। वनिंदु हसरंगा ने अजिंक्य रहाणे को गुगली से चौंकाया। हर्षल ने कॉन्वे को बोल्ड किया तो शिवम दुबे का विकेट पर्नेल के खाते में गया। कुल 17 छक्कों में से वैशाख को 5 छक्के और पर्नेल को चार छक्के पड़े। अंबाती रायुडू का विकेट वैशाख को मिला लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। 4 वाईड और 2 नो बाल सहित 7 अतिरिक्त रन गेंदबाज़ों ने दिए।
चेन्नई (A) - आकाश सिंह ने विराट का सबसे अहम विकेट लिया। लेकिन इसके बाद मैक्सवेल और डुप्लेसी की तूफ़ानी पारी को गेंदबाज़ रोक नहीं पाए। महिष थीक्षना ने ख़तरनाक दिख रहे मैक्सवेल को लौटाया और मोईन अली ने डुप्लेसी का महत्वपूर्ण विकेट लिया। तुषार देशपांडे के खाते में लोमरोर, दिनेश कार्तिक और पर्नेल का विकेट गया। महिश पथिराना को भी दो विकेट मिले। गेंदबाज़ों ने 6 वाइड के साथ 11 अतिरिक्त रन दिए। लेकिन टोटल काफी बड़ा था इसलिए बचाने में कामयाब रहे।
फ़ील्डिंग
बेंगलुरु (A)- कैच लपकने में बेंगलुरु ने कोई गलती नहीं की। पर्नेल और सिराज ने बाउंड्री पर कैच लपका तो कार्तिक ने विकेट की पीछे ऊंचा कैच लपका। प्रभुदेसाई के हाथों में जाडेजा का कैच गया। हालांकि चेन्नई की पारी में छक्के ज्यादा और चौके कम पड़े ।
चेन्नई (A+) - कप्तान धोनी ने मैक्सवेल और डुप्लेसी दोनों के ही काफी ऊंचे कैच परिपक्वता के साथ लपके। तो रहाणे ने बाउंड्री पर उछलकर एक छक्का बचाया और गेंद को रिंग के अंदर धकेल दिया। गायकवाड़ ने लोमरोर और शाहबाज़ का कैच लपका तो कार्तिक का एक आसन कैच छोड़ा भी। 12 मैदानी चौकों को फील्डर्स नहीं रोक पाए।
रणनीति
चेन्नई (A++) - कई खिलाड़ियों को लगी चोटों से परेशान चेन्नई ने पथिराना को टीम में लिया और और उन्होंने आख़िरी ओवर में ज़िम्मेदारी लेकर टीम को जीत दिलाई। वहीं 14 रन बनाने वाले रायुडू की जगह आकाश को इंपैक्ट प्लेयर के रुप में लिया जिन्होंने विराट को बोल्ड किया। कप्तान धोनी पूरे समय अपने मैदानी रणनीति पर मुस्तैद दिखाई दिए और अपने गेंदबाज़ों का इस्तेमाल सोच समझ कर किया।
बेंगलुरु (B) - बिना किसी बदलाव के उतरी बेंगलुरु की टीम में एक बल्लेबाज़ की कमी दिखाई दी जो मैच को फ़िनिश कर सकता था। मोहम्मद सिराज की जगह सुयश प्रभुदेसाई को इंपैक्ट प्लेयर के रुप में उतारा जिन्होंने 19 रनों की अहम पारी खेली।