हरप्रीत बराड़ पर लगाया गया वह स्लॉग, मार्कस स्टॉयनिस पर लगाई गई वह स्वीप। इस तरह के कई शॉट्स को
समीर रिज़वी ने ना जाने कितनी बार अपने होम ग्राउंड पर अभ्यास सत्रों में आज़माया है। उनकी इंस्टाग्राम UP T20 लीग में लगाए गए उनके शॉट्स की रील्स से भरी हुई है, लेकिन रिज़वी उन शॉट्स को पिटारे से IPL में डेब्यू करने के लगभग एक साल बाद इस सीज़न
दिल्ली कैपिटल्स (DC) के
आखिरी लीग मैच में निकालते दिखे। हर एक शॉट
पंजाब किंग्स (PBKS) की पार्टी को ख़राब कर रहा था और दूर लखनऊ में बैठी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सपनों को पंख लगा रहे थे।
PBKS के 207 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने 10 ओवर में दो विकेट पर 93 रन बना लिए थे। उनको अभी भी 60 गेंदों में 11.4 के जरूरी रन रेट से 114 रन बनाने की दरक़ार थी। अगले ओवर की जब पहली ही गेंद पर सेदिकुल्लाह अटल आउट हुए तो रिज़वी को क्रीज़ पर उतरने का मौक़ा मिला। 12.3 ओवर पर अज़मतुल्लाह ओमरज़ई भूल गए कि रिज़वी लेग साइड पर कितने मज़बूत हैं, जब उन्होंने पुल करके फ़ाइन लेग पर चौका लगाया। इसके बाद अगली ही गेंद पर स्कूप से छक्का लगाकर रिज़वी ने बताया कि अभी PBKS की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
रिज़वी लेग साइड पर कितने मज़बूत हैं, उनकी बैट स्विंग कितनी तेज़ है, यह उन्होंने मार्को यानसन की शरीर को पीछा करती बाउंसर गेंद पर छक्का लगाकर दिखाया। दूसरे छोर पर करूण नायर जब 15वें ओवर की आख़िरी गेंद पर आउट हुए तो DC को अभी भी 30 गेंद में 52 रनों की ज़रूरत थी।
रिज़वी अब पूरी कमान संभाल चुके थे। बराड़ की एक गेंद को उन्होंने वाइड लांग ऑन पर फ़ुल स्विंग के साथ उड़ाकर मारा। ओमरज़ई पर फिर उन्होंने एक शानदार पुल लगाया। PBKS के सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ आए तो उन्होंने अर्शदीप सिंह पर लांग लेग पर एक शानदार पुल पर छक्का जड़ दिया और आख़िर में स्टॉयनिस पर लगाया गया उनका स्वीप शॉट सोने पर सुहागा था।
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने पिछले साल उनको 8.40 करोड़ में ख़रीदा था। उन्होंने पिछले सीज़न आठ मैचों की पांच पारियों में मात्र 12.75 की औसत से रन बनाए और फिर सीज़न के अंत में उन्हें रिलीज़ कर दिया गया।
इस साल दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने उनको मात्र 95 लाख रूपये में अपनी टीम में शामिल किया। पिछले साल भी उनके बल्ले से निकले शॉट्स ने सुर्ख़ियां बटोरी थीं, लेकिन उनको आत्मविश्वास पिछले मैच में मुंबई इंडियंस (MI) के ख़िलाफ़ खेली गई 39 रन की पारी से मिला।
खु़द रिज़वी को भी अपने पर विश्वास नहीं हो पा रहा था। वह अभ्यास में शॉट्स तो अच्छे जड़ रहे थे, लेकिन मैच में उन पर अमलीजामा नहीं पहना पा रहे थे। लेकिन अब जब उन्होंने आख़िरी लीग मैच में 25 गेंद में नाबाद 58 रन की पारी खेली तो रिज़वी ने भी माना कि उनको इस पारी से बहुत सुकून मिला है।
मैच के बाद पुरस्कार समारोह में रिज़वी ने कहा, "काफ़ी अच्छा लगा रहा है। पिछले दो-तीन महीनों से मैंने नेट्स में काफ़ी अभ्यास किया। इससे पहले मुझे इतना विश्वास नहीं था कि मैं इस प्लेटफ़ॉर्म पर इतना अच्छा कर सकता हूं, लेकिन इस पारी ने मेरे अंदर आत्मविश्वास जगाया है।"
मैच के बाद जब रिज़वी पत्रकार वार्ता में रिज़वी आए, तो उन्होंने कहा, "परिस्थिति ऐसी थी कि ज़रूरी रन रेट अधिक था। तो शुरुआत में मेरी योजना यही थी कि कुछ गेंद शुरू में देखूं और फिर उसके बाद देखता हूं कि विकेट कैसा बर्ताव कर रहा है और मैं किन-किन गेंदबाज़ों को चुन सकता हूं। तो शुरू में मैंने तीन-चार गेंदें लीं और बाद में अपने शॉट्स खेले। जैसे मैं क्रीज़ पर गया तो करूण भैया ने भी आक्रमण किया और उन्होंने एक ओवर में चार लगातार चौके लगाए। तो वहां से मेरे ऊपर से दबाव हटा और मैंने बस तीन-चार गेंदें जमने के लिए ली।"
200 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा करने में दबाव होता है, लेकिन रिज़वी की बातें सुनकर लगा कि उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था। उन्होंने अपने माइंडसेट को अपनी बातों से समझाने का प्रयास किया।
रिज़वी ने कहा, "क्रिकेट में आप किसी भी चीज़ को मुश्किल में नहीं रख सकते हैं। आपको माइंडसेट जीतने का ही रखना होता है, क्योंकि इस टूर्नामेंट में कुछ भी स्कोर चेज़ हो सकता है, जैसे पिछले सीज़न 260 भी चेज़ हुए हैं। तो पाटा विकेट को देखते हुए 200 या 220 तो चेज़ करने लायक स्कोर होता है। इस तरह के चेज़ में एक पॉज़िटिव सोच के साथ जाना होता है और मैं इसी सोच के साथ क्रीज़ पर उतरा था। विकेट अच्छा था तो मुझे अपने शॉट्स खेलने का मौक़ा मिला।"
नायर आउट हुए तो बराड़ और अर्शदीप के भी ओवर बचे थे। तो उस समय हिट भी लगाने थे। रिज़वी ने उस समय स्ट्ब्स के साथ हुई चर्चा के बारे में भी खुलकर बात की।
उन्होंने कहा, "चार ओवर में 50 के क़रीब रन चाहिए थे, तो यह ऐसा समय था जब आप गेंदबाज़ नहीं चुन सकते हैं। उस समय आपको गेंदों को चुनना होता है और स्कोर करना होता है कि कौन गेंदबाज़ क्या गेंद डाल रहा है। उस समय शॉट चयन अहम हो जाता है, तो मेरी भी यही योजना थी कि गेंदबाज़ क्या गेंद करने जा रहे हैं और क्या शॉट हम लगा सकते हैं। मेरी स्ट्ब्स से बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि वह भी आक्रमण करेंगे और मुझे भी आक्रमण करना है। तो हमने योजना के अनुरूप ही बल्लेबाज़ी की।"
"जो मैं अपने दिमाग़ में सोचता था कि ऐसा शॉट खेलना है, ऐसी पारी खेलनी है, वह मैं आज उन शॉट्स को खेलने में क़ामयाब रहा और वाकई में मुझे सुकून मिला है।"
PBKS की पार्टी ख़राब करके रिज़वी को निश्चित रूप से सुकून मिला होगा कि उन्होंने सीज़न का अंत एक सकारात्मकता के साथ किया है। उम्मीद है अगली बार जब रिज़वी IPL में लौटेंगे तो उनमें किसी तरह का डर नहीं, बल्कि एक निडरता, एक आत्मविश्वास होगा।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26