टीम प्रीव्यू : पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट में एक अश्वेत कप्तान की अगुआई में खेलेगा साउथ अफ़्रीका
भले ही लोगों की निगाहें इस टीम पर नहीं है, लेकिन तेम्बा बवूमी की यह टीम बढ़िया फ़ॉर्म के साथ विश्व कप में प्रवेश कर रही है
साउथ अफ़्रीका लगातार तीन टी20 सीरीज़ जीत कर इस टूर्नामेंट में प्रवेश कर रहा है • AFP/Getty Images
बड़ी तस्वीर
यह पहला बार हो रहा है कि साउथ अफ़्रीका किसी बड़े टूर्नामेंट में प्रवेश कर रहा है और लोगों की निगाहें उस पर नहीं है। 1992 विश्व कप की तरह वह पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग नहीं ले रहा है। इस टीम के पास 1999 विश्व कप की तरह दमदार प्रदर्शन करने की क्षमता नहीं है और तो और इस टीम में 2015 के विश्व कप टीम की तरह सुपरस्टार खिलाड़ियों की कमी है।हालिया फ़ॉर्म
साउथ अफ़्रीका लगातार तीन टी20 सीरीज़ जीतकर इस टूर्नामेंट में प्रवेश कर रहा है। हालांकि उनमें से दो सीरीज़ उन टीमों के ख़िलाफ़ थी जो सुपर 12 चरण का हिस्सा नहीं है - आयरलैंड और श्रीलंका। इसके अलावा उन्होंने गत चैंपियन वेस्टइंडीज़ को 3-2 से मात दी थी।बल्लेबाज़ी
साउथ अफ़्रीका अक्सर इस प्रारूप में गेंदबाज़ी के विकल्पों के साथ जाना पसंद करता है। इस वजह से टीम की बल्लेबाज़ी थोड़ी कमज़ोर दिखाई देती है। साथ ही बवूमा, क्विंटन डिकॉक, एडन मारक्रम और रीज़ा हेंड्रिक्स के रूप में टीम में सलामी बल्लेबाज़ों की भरमार है। इसके चलते मध्यक्रम में बड़े शॉट लगाने वाले खिलाड़ी कम है और अगर टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिलती है तो पारी को संभालना मुश्किल हो जाता है। ख़ास तौर पर रासी वान दर दुसें और डेविड मिलर का फ़ॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय है।गेंदबाज़ी
तेज़ गेंदबाज़ी के लिए मशहूर साउथ अफ़्रीका ने इस टीम में तीन मुख्य स्पिनरों का समावेश किया है। तबरेज़ शम्सी और केशव महाराज निश्चित तौर पर हर मैच खेलेंगे लेकिन इनमें से कोई भी स्पिनर एक विशेषज्ञ ऑलराउंडर नहीं है। इसके चलते टीम को तेज़ गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर को खिलाना होगा और टीम में केवल दो मुख्य तेज़ गेंदबाज़ों की जगह बचेगी। इसके अलावा टीम के पास कोई नामित डेथ गेंदबाज़ भी नहीं है।इन पर होगी नज़र
अपनी सटीक गेंदबाज़ी के साथ शम्सी छोटे प्रारूपों में साउथ अफ़्रीका के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। 2019 के बाद इमरान ताहिर की ग़ैरमौजूदगी में उन्हें लगातार मैच खेलने का मौक़ा मिला है और वह बेहतर होते चले गए हैं। आक्रामक गेंदबाज़ होने के साथ-साथ वह रन रोकने की भूमिका भी निभा सकते हैं। इस साल सबसे ज़्यादा टी20 अंतर्राष्ट्रीय विकेट चटकाने वाले शम्सी विश्व कप में भी अपनी छाप छोड़ सकते हैं।बड़ा सवाल
आम तौर पर साउथ अफ़्रीका इस सवाल के साथ बड़े टूर्नामेंट में प्रवेश करता है : क्या अबकी बार ट्रॉफ़ी मिलेगी?संभावित प्लेइंग-XI
1. क्विंटन डिकॉक , 2 तेम्बा बवूमा (कप्तान), 3 एडन मारक्रम, 4 रासी वान दर दुसें, 5 डेविड मिलर, 6 हेनरिक क्लासेन, 7 वियान मुल्डर, 8 कगिसो रबाडा, 9 केशव महाराज, 10 लुंगिसानी एनगिडी/अनरिख़ नॉर्खिये, 11 तबरेज़ शम्सीफ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।