पांच मैचों की टी20 सीरीज़ के
निर्णायक मुक़ाबले में टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था।
सूर्यकुमार यादव की शानदार अर्धशतकीय पारी की मदद से भारत ने एक मुश्किल पिच पर 166 रनों का स्कोर खड़ा किया था। हालांकि दूसरी पारी में पिच बल्लेबाज़ी के लिए काफ़ी आसान दिखने लगी। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि पूरे मैच के दौरान हल्की बारिश होती रही, जिसके कारण गेंद बेहतर तरीक़े से बल्ले पर आने लगी।
दूसरी ओर वेस्टइंडीज़ की टीम ने भले ही दूसरे ओवर में अपना पहला विकेट गंवा दिया था लेकिन निकोलस पूरन और ब्रैंडन किंग लगातार आक्रामक शॉट खेलते रहे। पूरन ने 35 गेंदों में 47 और किंग ने 55 गेंदों में 85 रनों की तेज़-तर्रार पारी खेली।
क्या सही क्या ग़लत
शुभमन गिल का हालिया फ़ॉर्म भारतीय टीम के लिए निश्चित रूप से एक चिंता का विषय है। साथ ही हार्दिक ने इस सीरीज़ में लगातार कुछ चौंकाने वाले फ़ैसले लिए हैं, जो काफ़ी हद तक उनके हक़ में नहीं गए हैं। हालांकि सूर्यकुमार यादव एक बार फिर से अपने रंग में आ चुके हैं, जो निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए एक अच्छी ख़बर है।
यशस्वी जायसवाल, 2: चौथे टी20आई में बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलने वाले यशस्वी से आज के मैच में भी काफ़ी उम्मीदें थी लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए। यह पिच बिल्कुल भी वैसी नहीं थी, जहां आप शुरू से ही बड़ा शॉट लगाएं। यहां टिक कर खेलने की ज़रूरत थी, लेकिन वह पहले ही ओवर में बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में अकील हुसैन की गेंद पर आउट हो गए।
शुभमन गिल, 2: गिल भी आज अतिआक्रमकता का शिकार बने। वह पावरप्ले में भारत को तेज़ शुरुआत दिलाने के प्रयास में थे, जो एक बढ़िया रणनीति थी लेकिन वह इसमें क़ामयाब नहीं हो पाए और अकील के ख़िलाफ़ ही स्वीप लगाने के प्रयास में पगबाधा आउट हो गए।
सूर्यकुमायर यादव, 9.5: भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने का पूरा श्रेय सूर्यकुमार को ही जाता है। कुछ एक जीवनदान के साथ वह अपनी आक्रमकता और संयम को बढ़िया तरीक़े से संतुलित करते हुए भारत को एक अच्छे स्कोर तक ले गए लेकिन फ़िनिशिंग और बेहतर हो सकती थी।
तिलक वर्मा, 7.5 : सूर्यकुमार के बाद तिलक भारतीय टीम की तरफ़ से इस सीरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। वह आज भी काफ़ी अच्छे टच मे दिख रहे थे और पावरप्ले के अंतिम ओवर में उन्होंने 19 रन बनाए। हालांकि अपनी पारी को बड़ा करने में वह क़ामयाब नहीं हो पाए। वहीं गेंदबाज़ी में उन्होंने अपने पहले ही ओवर में विकेट चटका कर भारत को वापसी करने का एक मौक़ा ज़रूर दिया।
संजू सैमसन, 4: संजू के पास आज एक अच्छी पारी खेलने का बेहतरीन मौक़ा था लेकिन एक लेंथ गेंद को बिना किसी फ़ुटवर्क के ड्राइव लगाने के प्रयास में वह कैच आउट हो गए।
हार्दिक पंड्या, 3: पिच कठिन थी और चार विकेट भी गिर चुके थे, ऐसे में हार्दिक ने पहले कुछ गेंदों पर डिफ़ेंसिव अप्रोच के साथ बल्लेबाज़ी की लेकिन जैसी ही उन्होंने अपना गियर चेंज करने का प्रयास किया, एक सिक्सर लगाने के बाद आउट हो गए। गेंदबाज़ी में आज वह काफ़ी महंगे साबित हुए।
अक्षर पटेल, 5 : अक्षर ने आख़िरी के ओवरों में एक सिक्सर की मदद से 13 रनों की पारी खेली ज़रूर खेली, जो मैच के उस पड़ाव पर काफ़ी महत्वपूर्ण था। उस समय भारत 150 के आंकड़ें को पार करने के लिए भी संघर्ष कर रहा था। हालांकि जिस पिच पर अकील हुसैन ने भारत के दोनों ओपनर को आउट किया, वहां अक्षर को सिर्फ़ एक ओवर गेंदबाज़ी करने का मौक़ा मिला।
कुलदीप यादव, 7: इस पूरे दौरे पर कुलदीप ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की है। आज भी उन्होंने काफ़ी किफ़ायती गेंदबाज़ी की लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ उनके ख़िलाफ़ ज़्यादा रिस्क नहीं ले रहे थे।
मुकेश कुमार, 5: बल्लेबाज़ी के दौरान मुकेश ने सिर्फ़ एक गेंद का सामना किया, जिस पर उन्हें एक भाग्य का चौका मिला लेकिन गेंदबाज़ी के दौरान उन्हें काफ़ी देर से गेंद थमाई गई। हालांकि अपने 1 ओवर के स्पेल में उन्होंने 10 रन ख़र्च किए।
अर्शदीप सिंह, 7: बल्लेबाज़ी के दौरान अर्शदीप ने चार गेंदों में आठ रन बनाए, जो काफ़ी महत्वपूर्ण रन थे। इसके बाद गेंदबाज़ी के दौरान उन्होंने भले ही पहले ही ओवर में काइल मेयर्स का विकेट हासिल किया लेकिन 2 ओवर की गेंदबाज़ी में उन्होंने 20 रन भी ख़र्च किए।
युज़वेंद्र चहल, 1: चहल से आज काफ़ी उम्मीदें थीं, पहली पारी में ऐसा प्रतीत भी हुआ था कि पिच स्पिनर्स के लिए थोड़ी मददगार है। हालांकि वह बदलती हुई परिस्थितियों मैच में किसी भी तरह का प्रभाव नहीं छोड़ पाए और काफ़ी महंगे साबित हुए।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं