वेस्टइंडीज़ और बांग्लादेश ऐसे समय पर एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं जब उनके टी20 विश्व कप अभियान लड़खड़ा रहे हैं। दोनों सुपर 12 में अपने पहले दो मैच हारने के बाद अपनी पहली जीत हासिल करने के लिए बेताब हैं। उनके सेमीफ़ाइनल में जाने की संभावना कम है लेकिन इस समय एक जीत से दोनों टीमों को कुछ राहत मिलेगी।
इस टूर्नामेंट में अब तक वेस्टइंडीज़ ने ज़्यादा कमाल नहीं किया है। पहले मैच में इंग्लैंड द्वारा धराशायी किए जाने के बाद बल्लेबाज़ी क्रम से उलटफेर की उम्मीद थी लेकिन एक छोर पर लेंडल सिमंस की धीमी पारी ने उन्हें इतना पीछे धकेल दिया कि वह साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ एक बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाए। सुझाव तो यह भी था कि सिमंस ख़ुद को रिटायर आउट कर पवेलियन लौट सकते थे जिससे आने वाले धुरंधर बल्लेबाज़ों को प्रभाव डालने के लिए ज़्यादा समय मिलता। ख़ैर आठ विकेट की उस हार ने गत चैंपियन टीम के सेमीफ़ाइनल में जाने की राह को मुश्किल बना दिया है।
बांग्लादेश के लिए भी बल्लेबाज़ी एक बड़ी समस्या रही है। सबसे हालिया मैच में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वह भारी मशक़्क़त करने के बाद केवल 124 रन बना पाए थे। श्रीलंका के ख़िलाफ़ उन्होंने 170 रन ज़रूर बनाए लेकिन साधाराण गेंदबाज़ी और ख़राब फ़ील्डिंग के चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब ऐसा लग रहा है कि सुपर 12 में प्रवेश करने के लिए काफ़ी जद्दोजहद करने वाली बांग्लादेश के लिए यह विश्व कप अभियान पिछले वाले से अलग नहीं होगा।
बांग्लादेश के बल्लेबाज़ों को अब इस दलदल से निकलने के लिए कोई न कोई रास्ता निकालना ही होगा। वह पहले भी वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। एक और हार इस विश्व कप में दोनों टीमों के आगे जाने के दरवाज़े को बंद कर देगी।
बांग्लादेश : हार, हार, जीत, जीत, हार (पिछले पांच टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले)
वेस्टइंडीज़ : हार, हार, हार, जीत, हार
नुरुल हसन ने टी20 विश्व कप से पहले घरेलू मैचों में और ऑस्ट्रेलिया और ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपनी बल्लेबाज़ी से सभी को प्रभावित किया था। हालांकि वह इस फ़ॉर्म को विश्व कप में जारी नहीं रख पाए है। आमतौर पर नुरुल को एक लंबी पारी खेलने का समय नहीं मिलता है लेकिन वह स्थिति के अनुसार अपने खेल को ढालना जानते हैं। इसके अलावा विकेटों के पीछे वह अप्रभावित रहकर बढ़िया विकेटकीपिंग कर रहे हैं।
जब सिमंस साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दूसरे छोर पर संघर्ष कर रहे थे तब
एविन लुईस ने वेस्टइंडीज़ की पारी को संभाला। छह छक्के और तीन चौकों की मदद से उन्होंने 35 गेंदों में 56 रन बनाए। उस पारी ने लुईस के लाजवाब फ़ॉर्म और उनकी मज़बूत मानसिक स्थिति का परिचय दिया, दो ऐसी चीज़ें जिसकी उनकी टीम को आने वाले मैचों में सख़्त ज़रूरत है।
बांग्लादेश खिलाड़ियों में बदलाव करने की बजाए अपने बल्लेबाज़ी क्रम में फेरबदल करने के बारे में सोच सकता है। सौम्य सरकार का फ़ॉर्म उनके शीर्ष क्रम की समस्या का समाधान नहीं है और युवा शमीम हुसैन को चुनना उन्हें गहरे समंदर में फेंकने के जैसा होगा।
बांग्लादेश : (संभावित) 1 मोहम्मद नईम, 2 लिटन दास, 3 शाकिब अल हसन, 4 मुशफ़िकुर रहीम, 5 महमुदउल्लाह (कप्तान), 6 अफ़ीफ़ हुसैन, 7 नुरुल हसन (विकेटकीपर), 8 नासुम अहमद, 9 महेदी हसन, 10 शोरिफ़ुल इस्लाम, 11 मुस्तफ़िज़ुर रहमान
वेस्टइंडीज़ के पास रॉस्टन चेज़ और आंद्र फ़्लेचर के रूप में बल्लेबाज़ी के विकल्प मौजूद हैं जबकि चोटिल ओबेद मकॉए की जगह टीम में शामिल किए गए जेसन होल्डर भी चयन के लिए उपलब्ध हैं।
वेस्टइंडीज़ : (संभावित) 1 एविन लुईस, 2 लेंडल सिमंस, 3 निकोलस पूरन (विकेटकीपर), 4 क्रिस गेल, 5 कायरन पोलार्ड (कप्तान), 6 आंद्रे रसल, 7 शिमरॉन हेटमायर, 8 ड्वेन ब्रावो, 9 अकील हुसैन, 10 हेडन वॉल्श जूनियर, 11 रवि रामपॉल