वेस्टइंडीज़ 142 पर 7 (पूरन 40, चेज़ 39, शोरिफ़ुल 2-20) ने बांग्लादेश 139 पर 5 (लिटन 44, महमुदउल्लाह 31*, होल्डर 1-22) को तीन रन से हराया
आंद्रे रसल के किफ़ायती आख़िरी ओवर ने बांग्लादेश को तीन रनों से हराकर इस टी20 विश्व कप में वेस्टइंडीज़ के सफ़र को बरक़रार रखा है। अंतिम ओवर में जीत के लिए बांग्लादेश को 13 रनों की आवश्यकता थी लेकिन रसल ने महमुदउल्लाह के ख़िलाफ़ लगातार जड़ में गेंदबाज़ी की और उन्हें बड़े शॉट लगाने नहीं दिए।
टूर्नामेंट में बने रहने वाली वेस्टइंडीज़ के पास चिंता करने के लिए बहुत कुछ है, जैसे पहले 15 ओवरों में उनकी बल्लेबाज़ी और उनका ख़राब क्षेत्ररक्षण। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ रसल के अलावा ड्वेन ब्रावो और रवि रामपॉल ने डेथ ओवरों में बढ़िया गेंदबाज़ी की।
हालांकि अगर प्लेयर ऑफ़ द मैच निकोलस पूरन एक महत्वपूर्ण स्थिति में आकर 22 गेंदों पर 40 रनों की तेज़ पारी ना खेलते तो बांग्लादेश बहुत पहले ही इस मैच को अपनी झोली में डाल सकता था।
पूरन ने वेस्टइंडीज़ की गाड़ी को तेज़ी दी
पहले 15 ओवरों में बड़े शॉट की कमी की भरपाई करते हुए वेस्टइंडीज़ ने आख़िरी पांच ओवरों में सात छक्के लगाए। पूरन ने शाकिब को दो लगातार छक्के लगाकर इस सिलसिले की शुरुआत की। उन्होंने महेदी हसन के सिर के ऊपर से एक बड़ा शॉट भी खेला।
इसके बाद आख़िरी ओवर में अपनी दिशा से भटक रहे मुस्तफ़िज़ुर रहमान के ख़िलाफ़ जेसन होल्डर ने दो छक्के जड़े जिसके बाद 13वें ओवर में बाहर जाकर क्रीज़ पर वापस आए कायरन पोलार्ड ने छक्के के साथ पारी का अंत किया। इस ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के चलते वेस्टइंडीज़ के आख़िरी पांच ओवरों में 58 रन जोड़े।
निराशाजनक क्षेत्ररक्षण
डेथ ओवरों के तूफ़ान से पहले बांग्लादेश ने फ़ील्ड पर चार मौक़े गंवाए और वेस्टइंडीज़ को मैच में वापस आने का अवसर दिया। महेदी हसन ने 9 और 27 रन के स्कोर पर रॉस्टन चेज़ के दो कैच टपकाए। पहला कैच सातवें ओवर में उनकी ख़ुद की गेंदबाज़ी पर आया था और दूसरा 14वें ओवर में वाइड लॉन्ग ऑन क्षेत्र में।
लेकिन जो अगली गेंद पर हुआ उसने बांग्लादेश को सबसे भारी नुकसान पहुंचाया। इस मैच में विकेटकीपिंग कर रहे लिटन दास ने दो रनों के स्कोर पर लेग साइड पर पूरन को स्टंप आउट करने का मौक़ा गंवाया। इसके बाद 19वें ओवर में अफ़ीफ़ हुसैन ने होल्डर का कैच छोड़कर उन्हें जीवनदान दिया।
वेस्टइंडीज़ ने भी फ़ील्ड में कुछ ख़ासा प्रभावित नहीं किया। उन्होंने रन आउट के मौक़े गंवाए और अतिरिक्त रन भी दिए। और तो और उनके सबस्टिट्यूट फ़ील्डर हेडन वॉल्श और आंद्रे फ़्लेचर ने कुल मिलाकर तीन कैच टपकाए।
जले पर नमक
पहले 11 ओवरों में वेस्टइंडीज़ केवल दो चौके लगाकर स्कोरबोर्ड चलाने में संघर्ष कर रही थी। चेज़ और पोलार्ड पारी को संभाल ही रहे थे कि 13वें ओवर में पोलार्ड मैदान से बाहर चले गए।
शुरुआत में वह ज़्यादा दर्द में नहीं लग रहे थे तो ऐसा लगा कि शायद 16 गेंदों पर 8 रन बनाने के बाद उन्होंने किसी रणनीति के आधार पर बाहर जाने का फ़ैसला किया है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी लेकिन अगली गेंद पर बिना कोई गेंद खेले रसल के रन आउट ने उनके ज़ख़्मों पर नमक छिड़कने का काम किया। नॉन स्ट्राइकर छोर पर रसल क्रीज़ से आगे निकल आए थे जब चेज़ की स्ट्रेट ड्राइव पर गेंद तस्कीन अहमद के जूते पर लगने के बाद स्टंप्स पर जा लगी।
बांग्लादेश का दांव काम ना आया
मैच के पांचवें ही ओवर में शाकिब अल हसन को हैमस्ट्रिंग की समस्या हुई लेकिन उन्होंने वह दर्द को सहते हुए चार ओवर गेंदबाज़ी की। चोटिल शाकिब बल्ले से सबसे अधिक योगदान पावरप्ले में दे सकते थे इसलिए टीम ने उनसे पारी की शुरुआत करवाई।
हालांकि 12 गेंदों पर केवल नौ रन बनाकर वह पांचवें ओवर में रसल का शिकार बने। इस मैच में शाकिब का योगदान न्यूनतम था लेकिन चोट के साथ मैदान में रहकर उन्होंने ज़बरदस्त प्रतिबद्धता दिखाई।