ओएन मॉर्गन और जॉस बटलर ने तीसरी विकेट के लिए 112 रन जोड़े • Getty Images
इंग्लैंड 163 पर 4 (बटलर 101*, मॉर्गन 40, हसरंगा 3-21) ने श्रीलंका 137 (हसरंगा 34, मोईन 2-15, रशीद 2-19) को 26 रन से हराया
दो दिन पहले दुबई में, हम सभी ने सोचा था कि हमने जॉस बटलर का सबसे अच्छा प्रदर्शन देखा है, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी को धराशायी कर दिया था। अपने बढ़िया फ़ॉर्म को बरक़रार रखते हुए उन्होंने शारजाह की अलग और कठिन परिस्थितियों में अपना पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ा। अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर बटलर इंग्लैंड के लिए तीनों प्रारूपों में शतक बनाने वाले पहले पुरुष और कुल मिलाकर दूसरे खिलाड़ी भी बन गए।
शारजाह की धीमी सतह पर, जहां गेंद नीची रह रही थी, बटलर ने 67 गेंदों का सामना किया और नाबाद 101 रन बनाए। पारी के पहले भाग में संघर्ष करते हुए धीमी गति से बल्लेबाज़ी करने के बाद बटलर ने दूसरे भाग में अपने हाथ खोले। अंतिम 22 गेंदों पर छह छक्कों की मदद से उन्होंने कुल 51 रन बटोरे।
ऐसा करते हुए, बटलर ने 45 गेंदों में बनाए गए अपने सबसे धीमे टी20 अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक के बाद रनों की गति को बढ़ाकर टीम के स्कोर को 4 विकेट पर 163 पर पहुंचाया। इंग्लैंड ने ओस से गिली हो रही गेंद के साथ कसी हुई गेंदबाज़ी की और इस लक्ष्य का बचाव किया। उनकी चुनौती को और अधिक जटिल बना दिया टिमाल मिल्स की चोट ने। अपने दूसरे ओवर के बीच में मिल्स गेंदबाज़ी छोड़कर मैदान से बाहर चले गए।
बीच मझदार में फंसी इंग्लैंड की पारी
इंग्लैंड की पारी के आधे रास्ते पर, टीम के सदस्यों के चेहरे उनकी नई लाल रंग की पतलून की तरह दिखाई दे रहे थे जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के किट नियमों के चलते सामान्य नीले रंग से अलग थी। चार मैचों में अपना पहला टॉस हारने के बाद इंग्लैंड को रनों का पीछा करने की बजाय स्कोर खड़ा करने को कहा गया। पहले 10 ओवरों में संघर्ष करने के बाद इंग्लैंड केवल 47 रन बना पाया जो 2014 के बाद से पारी के इस मोड़ पर सबसे कम स्कोर था।
पहले ओवर के बाद से श्रीलंका से स्पिनरों ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को जकड़कर रखा। पहले जेसन रॉय, वनिंदु हसरंगा की गेंद को आड़े हाथों लेने के प्रयास में बोल्ड हुए। डाविड मलान और जॉनी बेयरस्टो भी पावरप्ले के भीतर अपनी विकेट गंवा बैठे। इसके बाद ड्रिंक्स ब्रेक से पहले लगातार 33 गेंदों पर इंग्लैंड एक भी बाउंड्री लगाने में सफल नहीं हुआ।
ड्रिंक्स के बाद पलटवार
एनर्जी ड्रिंक का एक घूंट और कवर की दिशा में ड्राइव ने बटलर को 31 गेंदों में अपना तीसरा चौका दिलाया। इसने श्रीलंका के दृष्टिकोण में आ रहे आत्मघाती बदलाव का संकेत दिया। डेथ ओवरों में आते आते उनके तेज़ गेंदबाज़ फ़ुल लेंथ खोजते रहे जिसपर प्रहार करना बटलर के लिए आसान हो गया। पहले लहिरु कुमारा और फिर कप्तान दसून शनका को दो-दो छक्के जड़कर बटलर ने इंग्लैंड की पारी को तेज़ी प्रदान की।
दुश्मांता चमीरा द्वारा डाले गए अंतिम ओवर में शतक पर बटलर का कोई ध्यान नहीं था। लेकिन छूटे कैच के बाद आख़िरी गेंद उन्हें सही ठिकाने पर मिल गई और पैरों पर आ रही फ़ुल टॉस को स्क्वेयर लेग सीमा रेखा के बाहर मारकर उन्होंने अपना शतक पूरा किया।
ओस का हुआ आगमन
इंग्लैंड की पारी के अंतिम ओवरों में श्रीलंका के खिलाड़ी गेंद को सुखाने के लिए तौलिये का इस्तेमाल करते नज़र आए थे। इसका मतलब यह था कि शारजाह में ओस ने अपने दर्शन दे दिए थे। इस बात को ध्यान में रखते हुए मॉर्गन ने मोईन अली को पहला ओवर करवाया जहां तीसरी गेंद पर पथुम निसंका रन आउट हुए। क्रिस वोक्स के एक महंगे ओवर के बाद आदिल रशीद को आक्रमण पर लगाया गया और उन्होंने दो गुगली गेंदों पर पहले चरिथ असलंका और फिर कुसल परेरा को बड़े शॉट लगाने पर मजबूर किया और कवर पर कैच करवाया। इंग्लैंड ने पहली बार किसी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में पावरप्ले में स्पिन के चार ओवर डलवाए।
हालांकि श्रीलंका आगे बढ़ता रहा। भानुका राजापक्षा ने लियम लिविंगस्टन को सिर के ऊपर से छक्का जड़ा और वोक्स द्वारा दिए गए जीवनदान का भरपूर फ़ायदा उठाया। वोक्स ने दमदार वापसी करते हुए ऑफ़ कटर गेंद पर राजापक्षा को आउट कर श्रीलंका की आधी टीम को 76 के स्कोर पर पवेलियन वापस भेजा। इसके बाद इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ी जब मिल्स मैदान से बाहर चले गए।
रशीद के ओवर समाप्त हो चुके थे और वोक्स का एक ही ओवर बचा था। उन्होंने मिल्स के ओवर को पूरा करते हुए अपना स्पेल समाप्त किया। अब दारोमदार लिविंगस्टन पर था कि वह अपनी गेंदबाज़ी से टीम को मैच में बनाए रखे। अपनी ज़िम्मेदारी को पूरा करते हुए उन्होंने 17वें ओवर में हसरंगा को लांग ऑन पर रॉय और सैम बिलिंग्स की बढ़िया फ़ील्डिंग की मदद से चलता किया। तीन गेंदों बाद विकेटों के पीछे से बटलर ने एक सटीक थ्रो के साथ विपक्षी कप्तान शनका को क्रीज़ से बाहर पाया और श्रीलंका के मैच जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।