न्यूज़ीलैंड 260/9 (सैटर्थवेट 75, ए कर 50, वस्त्रकर 4-34, गायकवाड़ 2-46) ने भारत 198 (कौर 71, तहुहू 3-17, ए कर 3-17) को 62 रन से हराया
वेस्टइंडीज़ से पहला मैच हारने के बाद न्यूज़ीलैंड ने महिला विश्व कप में वापसी करते हुए लगातार दो मैच जीत लिया है। गुरुवार को उन्होंने हैमिल्टन में भारत को 62 रन से हराया। ऐमी सैटर्थवेट और अमीलिया कर के अर्धशतकों और लिया तहुहू ने तीन विकेट लेकर शानदार खेल दिखाया। बल्ले के बाद गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए अमीलिया ने तीन विकेट भी लिया। इस गेंदबाज़ी की बदौलत न्यूज़ीलैंड ने भारत को 46.4 ओवर में ही सिमेट दिया और 62 रन की बड़ी जीत हासिल कर ली।
261 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की ओर से सिर्फ़ हरमनप्रीत कौर ही चल सकीं। उन्होंने 63 गेंद में 71 रन बनाए और आठवें बल्लेबाज़ के रूप में आउट हुईं। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए कीवी टीम की ओर से सैटर्थवेट ने बेहतरीन पारी खेली और अमीलिया व मैडी ग्रीन के साथ अर्धशतकीय पारियां खेली। इसके अलावा उन्होंने पांचवें विकेट के लिए केटी मार्टिन के साथ 49 रन की साझेदारी की।
भारत ने टॉस जीतकर शाम की ओस को ध्यान में रखते हुए पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। हालांकि यह फ़ैसला सही नहीं साबित हुआ। न्यूज़ीलैंड ने पॉवरप्ले के 10 ओवर में 51 रन खड़े किए और सिर्फ़ एक विकेट गंवाया। सूज़ी बेट्स भाग्यशाली रहीं कि मेघना सिंह की एक गेंद पर अपना मोटा किनारा लगा बैठीं लेकिन गेंद स्लिप के ऊपर से निकल गई। हालांकि तीन गेंद के बाद बेट्स रन आउट हो गई।
दूसरी छोर से कप्तान सोफ़ी डिवाइन बहुत ही कम रिस्क ले रही थीं। वह कमज़ोर गेंदों पर प्रहार कर रही थीं, जबकि अच्छी गेंदों का सम्मान कर रही थीं। मेघना के दूसरे ओवर में उन्होंने लगातार दो चौके लगाए। इसके बाद अगले ही ओवर में उन्होंने झूलन गोस्वामी की गेंद पर भी ऐसा किया।
पहले बदलाव के रूप में बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ आईं। उनकी गेंद पर डीप स्क्वेयर लेग पर यास्तिका भाचिया ने अमीलिया कर का कैच छोड़ दिया। उस समय अमीलिया बस सात रन पर थी। दूसरे छोर पर डिवाइन 11वें ओवर में आउट हो गईं। इसके बाद सैटर्थवेट बल्लेबाज़ी के लिए आईं। उन्होंने अमीलिया के साथ 67 गेंदों पर 67 रन की साझेदारी की। इसके बाद अमीलिया ने विश्व कप का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया, जो कि वनडे मैचों में भारत के ख़िलाफ़ उनका पांचवां अर्धशतक है।
हालांकि इसके बाद वह गायकवाड़ की गेंद पर पगबाधा आउट हो गई। इसके बाद पारी संभालने की ज़िम्मेदारी सैटर्थवेट के कंधे पर थी और वह इस पर खरी भी उतरीं। 75 रन की पारी में उन्होंने नौ चौके लगाए। दूसरे छोर से केटी मार्टिन ने 51 गेंदों पर 41 रन की पारी खेली और सैटर्थवेट के साथ 49 रन जोड़कर न्यूज़ीलैंड की पारी को 250 से ऊपर पहुंचा दिया।
वस्त्रकर ने गेंदबाज़ी में प्रभावित किया जबकि फ़ील्डिंग में उनसे कैच छूटे और मिसफ़ील्डिंग भी हुई। हालांकि उन्होंने अपनी यॉर्कर से न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को शांत कर दिया। दूसरी तरफ़ से झूलन गोस्वामी ने मार्टिन को एक सटीक यॉर्कर पर बोल्ड कर महिला विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम कभी भी विश्वास में नहीं दिखी। लगातार डॉट गेंदों की वज़ह से स्मृति मांधना दबाव में आ गईं और जेस कर ने उनका विकेट ले लिया। यास्तिका भाटिया और दीप्ति शर्मा ने भी निराश किया। पॉवरप्ले में भारत का स्कोर 26 रन पर दो विकेट था। यास्तिका ने धीमी बल्लेबाज़ी की और 59 गेंदों पर सिर्फ़ 28 रन बनाए।
20 ओवर के भीतर भारत के तीनों शीर्ष क्रम के ख़ब्बू बल्लेबाज़ पवेलियन में थे। भारत को अब 30 ओवर में 211 रन की ज़रूरत थी। क्रीज़ पर आईं कप्तान मिताली राज और उपकप्तान हरमनप्रीत कौर ने चौथे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। लेकिन अमीलिया ने अपने तीसरे ही ओवर में लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर भारत की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कर हैट्रिक पर थीं लेकिन स्नेह राणा ने उनकी इस मंशा को टाल दिया।
कौर ने सातवें विकेट के लिए झूलन गोस्वामी के साथ 35 रन जोड़े लेकिन अब यह नाकाफ़ी था।
ऑन्नेशा घोष ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है