चमीरा ने बेहतरीन गेंदबाजी के साथ बल्ले से भी बनाए अहम रन • PTI
लखनऊ सुपर जायंट्स153 पर 8 (डिकॉक 46, हुड्डा 38, रबाडा 4-38) ने पंजाब किंग्स 133 पर 8 (बेयरस्टो 32, मोहसिन 3-24) को 20 रन से हराया
क्रुणाल पंड्या पंजाब किंग्स के लक्ष्य का पीछा करने में विलेन साबित हुए और उन्होंने अपनी टीम की गेंदबाज़ी का नेतृत्व करते हुए 153 रनों के लक्ष्य का बचाव करा दिया, जहां लखनऊ सुपर जायंट्स अभी भी प्लेऑफ़ में जगह बनाने की दौड़ में बनी हुई है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब ने अच्छी शुरुआत की थी। उन्होंने पावरप्ले में एक विकेट के नुकसान पर 46 रन बनाए और 14 ओवर तक उनका स्कोर एक विकेट पर 108 रन था।
लेकिन जैसे ही रवि बिश्नोई ने शिखर धवन को बोल्ड किया, क्रुणाल पंड्या ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिए और एक बेहतरीन स्पेल कर डाला जहां से पंजाब के लिए ज़रूरी रन रेट तेज़ी से बढ़ता चला गया। दोहरे बर्ताव वाली पिच पर बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना मुश्किल हो चला था।
जॉनी बेयरस्टो, लियम लिविंगस्टन और ऋषि धवन ने अपने आक्रामक शॉट खेलने का कौशल दिखाया लेकिन सभी संघर्ष करते दिखे और पंजाब की टीम जीत से 20 रन दूर रह गई।
लखनऊ की टीम क्विंटन डिकॉक और दीपक हुड्डा के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 85 रनों की साझेदारी की वजह से 153 रन बनाने में क़ामयाब रहा। यह इस मैच में 35 से ज़्यादा रनों की अकेली साझेदारी थी। हालांकि, यह टीम मध्य ओवरों में बिखर गई, जहां पर उन्होंने 13 रनों के अंदर ही पांच विकेट गंवा दिए। अंत में दुश्मांता चमीरा और मोहसिन ख़ान ने कुछ बेहतरीन बाउंड्री लगाकर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
क्रुणाल बने स्टार
एंडी फ़्लावर ने फ़्रैंचाइज़ी सर्किट में बिताए अपने ढाई साल के अंदर अपनी टीमों को ऑलराउंडरों से भरा है और लखनऊ की टीम उनकी इस टी20 के शास्त्र को अलग ही स्तर पर ले गई है : उनके पास इस मैच में नौ गेंदबाज़ी विकल्प थे, जिसमें चोट से उबरते हुए आवेश ख़ान, मनीष पांडे की जगह खेलने उतरे थे।
क्रुणाल उस शैली के गेंदबाज़ रहे हैं, जिसकी आवश्यकता एक गेंदबाज़ के रूप में तभी होती है जब परिस्थितियां या मैच अप अनुकूल हों। अपने पहले ओवर की आख़िरी गेंद पर उन्होंने पंजाब की टीम में शीर्ष सात में बचे एकलौते बायें हाथ के बल्लेबाज़ भनुका राजापक्षा को एक आर्म बॉल पर आउट किया, जहां गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई कवर की दिशा में चली गई।
दायें हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए उनकी गेंद बाहर की ओर निकलती हैं और ऐसे में उन्होंने अपने आख़िरी तीन ओवरों में मात्र चार रन बल्ले से दिए और जितेश शर्मा को एलबीडब्ल्यू करके फंसा लिया। जब उनका स्पेल समाप्त हुआ तो पंजाब को 36 गेंद में 62 रनों की ज़रूरत थी और ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे जॉनी बेयरस्टो ही पंजाब के पास एक विशुद्ध बल्लेबाज़ बचे थे। जब चमीरा की गेंद पर उनके बल्ले का एक बड़ा किनारा लेती हुई गेंद डीप थर्ड मैन पर गई तो क्रुणाल ने उनका यह कैच लेकर पंजाब की मुश्किलें बढ़ा दी।
आईपीएल 2022 में क्रुणाल ने 6.18 के इकॉनमी से नौ विकेट लिए हैं और उन्होंने औसतन तीन ओवर हर मैच में किए हैं। दायें हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड और बेहतर है। राजापक्षा पहले बायें हाथ के बल्लेबाज़ हैं, जिन्हें उन्होंने इस सीज़न आउट किया है।
हुड्डा और डिकॉक की बेहतरीन साझेदारी
लखनऊ का शीर्ष क्रम शुरुआत में पिच की को समझने में जूझता दिखा और कगिसो रबाडा ने मात्र छह रन के निजी स्कोर पर केएल राहुल को विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया। डिकॉक ने रबाडा पर दो छक्के लगाए लेकिन इसके बावजूद पंजाब पावरप्ले में 39 रन ही जोड़ सकी।
हुड्डा ने ख़राब शुरुआत करते हुए 12 गेंद में केवल तीन रन बनाए, लेकिन जैसे ही उन्होंने ऋषि धवन और लिविंगस्टन पर छक्के लगाए, वह लय में आ गए। दूसरे छोर पर डिकॉक भी आक्रामक शॉट खेल रहे थे। हालांकि इस मैच में बेहतरीन गेंदबाज़ी करने वाले संदीप शर्मा ने डिकॉक को विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया। संदीप ने चार ओवर में मात्र 18 रन देकर एक विकेट लिया।
जब बिखर गई लखनऊ की टीम
लखनऊ की टीम एक समय 98 रन पर एक विकेट पर थी, लेकिन कुछ देर बाद स्कोर 111 पर छह और इसके बाद 126 पर सात हो गया। बेयरस्टो ने मिडविकेट से नॉन स्ट्राकर एंड पर डायरेक्ट थ्रो करके हुड्डा को पवेलियन भेज दिया, जो अच्छी फ़ॉर्म में थे।
राहुल चाहर ने मार्कस स्टॉयनिस को अपनी गेंद पर कैच आउट और जेसन होल्डर को डीप एक्स्ट्रा कवर पर आउट कराके लखनऊ की टीम के लिए मुसीबत बढ़ा दी, लेकिन अंत में मोहसिन ने चाहर पर एक छक्का और चमीरा ने रबाडा पर दो छक्के लगाकर अपनी टीम को 153 रनों के स्कोर तक पहुंचा दिया।
जमकर चमके मोहसिन
मोहसिन ख़ान को लखनऊ ने 20 लाख रुपये के बेस प्राइज़ पर ख़रीदा था। इस बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की बाहर जाती गेंदों ने उनके आक्रामण में एक अलग जान फूंकी। उत्तर प्रदेश के 23 वर्षीय मोहसिन केवल एक प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं लेकिन उनकी पावरप्ले में गति और मध्य ओवरों में धीमी गेंदों और डेथ ओवरों में सटीक यॉर्करों ने दिखाया कि वह क्या कमाल कर सकते हैं।
उन्होंने तीसरे ओवर में लिविंगस्टन का अहम विकेट लिया, जो उनकी गेंद पर स्कूप लगाने जा रहे थे। इसके बाद उन्होंने दो पुछल्ले बल्लेबाज़ों के विकेट लिए और अपनी टीम को जीत दिला दी।