कोहली के विराट अर्धशतक से बेंगलुरु की प्लेऑफ़ की उम्मीदें बरक़रार
हर्षल की चोट के बाद मैक्सवेल और डुप्लेसी ने खेली अहम पारियां
देवरायण मुथु
19-May-2022
विराट कोहली ने 73 रनों की पारी खेली • BCCI
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 170 पर 2 (कोहली 73, डुप्लेसी 44, राशिद 2-32 ) ने गुजरात टाइटंस 168 पर 5 (हार्दिक 62*, मिलर 34, हेज़लवुड 2-39) को आठ विकेट से हराया
विराट कोहली ने आख़िरकार ख़राब फ़ॉर्म को पीछे छोड़ा और 73 रन बनाकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के प्लेऑफ़ में जाने की उम्मीदों को बरक़रार रखा। हालांकि प्लेऑफ़ में जाने के लिए उन्हें मुंबई इंडियंस की मदद चाहिए होगी। अगर दिल्ली कैपिटल्स मुंबई को हरा देती हैं तो बेहतर नेट रन रेट होने के कारण वह चौथे स्थान पर पहुंच जाएगी और बेंगलुरु का सफ़र समाप्त हो जाएगा। बेंगलुरु की जीत ने पंजाब किंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के टॉप चार में पहुंचने की संभावनाओं को ख़त्म कर दिया।
कोहली के गुजरात टाइटंस के विरुद्ध इस सीज़न के दूसरे अर्धशतक की बदौलत बेंगलुरु ने 169 के लक्ष्य को हासिल कर लिया। दूसरे छोर पर फ़ाफ़ डुप्लेसी ने कोहली का साथ दिया और 115 रनों की सलामी साझेदारी में 44 रनों का योगदान दिया। डुप्लेसी के आउट होने के बाद अपने अगले ही ओवर में राशिद ख़ान ने कोहली को चलता किया लेकिन मैच तब तक बेंगलुरु की तरफ़ झुक गया था। ग्लेन मैक्सवेल ने एक तूफ़ानी पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।
जब बेंगलुरु के विशेषज्ञ डेथ गेंदबाज़ हर्षल पटेल एक ही ओवर डालने के बाद चोटिल हो गए, तब किसी ने इतनी दमदार जीत की कल्पना भी नहीं की होगी। दाएं हाथ में चोट लगने के बाद हर्षल मैदान से बाहर चले गए थे। हार्दिक पंड्या (62 नाबाद) और राशिद (19 नाबाद) के फ़िनिशिंग टच के बावजूद बेंगलुरु वानखेड़े की धीमी पिच पर गुजरात को 168 के स्कोर पर रोकने में क़ामयाब रही।
मैक्सवेल ने दिखाया मैजिक
गुरुवार को एक हाथ से लाजवाब कैच लपककर मैक्सवेल ने अपना पहला योगदान दिया। इसके बाद उन्होंने पावरप्ले में दो ओवर डाले, केवल दो रन दिए और मैथ्यू वेड को चलता किया। वेड अंपायर के निर्णय से निराश थे क्योंकि उन्हें लगा कि पगबाधा दिए जाने से पहले गेंद उनके बल्ले का निचला किनारा लेकर पैड पर लगी थी। उन्होंने रिव्यू की मांग की और अल्ट्रा-ऐज पर कोई थिरकन नहीं हई। दूसरे रिप्ले से लग रहा था कि गेंद बल्ले पर लगने के बाद पैड से टकराई थी लेकिन तीसरे अंपायर ने पास फ़ैसले को बदलने के लिए पुख्ता सबूत नहीं था। 14 रन के स्कोर पर हार्दिक का विकेट मैक्सवेल को मिल जाता अगर लॉन्ग ऑन पर सुयश प्रभुदेसाई कैच नहीं टपकाते।
मिलर और हार्दिक का पलटवार
जब डुप्लेसी के डायरेक्ट हिट ने ऋद्धिमान साहा को नौवें ओवर में चलता किया, गुजरात का स्कोर 62 रन पर तीन विकेट था। डेविड मिलर, हार्दिक का साथ देने क्रीज़ पर आए और इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। हार्दिक स्पिन को मदद कर रही पिच पर टाइमिंग के लिए संघर्ष कर रहे थे। एक गेंद पर तो उन्होंने इतनी ताक़त के साथ बल्ला घुमाया कि बल्ला ही उनके हाथों से फिसलकर स्क्वेयर लेग की ओर चला गया।
स्पिन के ख़िलाफ़ मिलर ने आक्रामक रुख़ अपनाया और मैक्सवेल और शाहबाज़ अहमद की गेंदों पर 23 रन बटोरे। हालांकि वनिंदु हसरंगा ने अपनी ही गेंद पर एक लाजवाब कैच लपककर मिलर की पारी समाप्त की।
हर्षल की अनुपस्थिति में भी बेंगलुरु ने हार्दिक को रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने पर मजबूर किया। 42 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद हार्दिक ने राशिद के साथ मिलकर अंतिम दो ओवरों में 34 रन बटोरे। इसके बावजूद वह 170 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए।
किंग कोहली का जलवा
पावरप्ले में 34 रन बनाकर कोहली ने बेंगलुरु की पारी को वह तेज़ी प्रदान की जिसकी उन्हें ज़रूरत थी। वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद दर्शक उनका समर्थन कर रहे थे और उन्होंने तीसरे ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद को उनके सिर के ऊपर से चौके के लिए भेजा।
भाग्य ने भी कोहली का साथ दिया। जब शमी की गेंद ने हरकत की, गेंद बाहरी किनारे को छोड़ती हुई गई कीपर के पास। जब हार्दिक की गेंद पड़कर अंदर आई, अंदरूनी किनारा लगने के बाद वह स्टंप्स के बगल से निकल गई। कोहली को 16 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब राशिद डीप स्क्वेयर लेग पर कैच लपकने के प्रयास में ग़लती कर बैठे।
कोहली की तूफ़ानी पारी ने राशिद को पावरप्ले के भीतर ही गेंदबाज़ी पर आने के लिए मजबूर किया। कोहली ने उन्हें भी अपना निशाना बनाया और 33 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने राशिद के विरुद्ध अपने करियर का पहला छक्का भी जड़ा।
हालांकि कोहली ने साई किशोर के ख़िलाफ़ संभलकर बल्लेबाज़ी की। उनकी गेंद घूम रही थी और एक बार तो वह बाहरी निकलती गेंद पर बीट भी हुए, लेकिन यह कोहली का दिन था। वह इतने जोश में थे कि डुप्लेसी के बल्ले से निकले चौके के लिए भी वह जश्न मना रहे थे।
अपने दूसरे स्पेल में राशिद ने बेंगलुरु को झटके दिए। उन्होंने डुप्लेसी और कोहली को लगातार ओवरों में चलता किया। उन्हें मैक्सवेल की विकेट भी मिल जाती जब गेंद लेग स्टंप पर जाकर लगी। बेल नीचे गिरी नहीं और मैक्सवेल को जीवनदान मिल गया। इसका लाभ उठाते हुए उन्होंने बाउंड्री की झड़ी लगाई और टीम को जीत दिलाई।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।