मैच (22)
एशिया कप (2)
IND-A vs AUS-A (1)
PAK vs SA (1)
ZIM vs NAM (1)
WCPL (2)
CPL (2)
County DIV1 (5)
County DIV2 (4)
Australia 1-Day (2)
IND W vs AUS W (1)
IRE vs ENG (1)
ख़बरें

अपोलो टायर्स बना भारतीय टीम का नया प्रायोजक

ड्रीम 11 के हटने के बाद से BCCI के पास भारत की अलग-अलग टीमों के लिए कोई प्रायोजक नहीं था

Shivam Dube and Suryakumar Yadav walk back after India's win, India vs Pakistan, Men's T20 Asia Cup, Dubai, September 14, 2025

एशिया कप में भारतीय टीम बिना किसी प्रायोजक के खेल रही है  •  Associated Press

मार्च 2028 तक की अवधि के लिए अपोलो टायर्स भारतीय क्रिकेट टीमों का नया मुख्य प्रायोजक होगा। मंगलवार को BCCI ने अपनी मीडिया रिलीज़ के ज़रिए जानकारी दी कि अनुबंध के तहत अपोलो टायर्स का लोगो भारत की पुरुष और महिला टीम की जर्सी पर सभी प्रारूपों में दिखाई देगा।
हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म ड्रीम11 को भारतीय टीम के साथ अपना स्पॉन्सरशिप समझौता तोड़ना पड़ा था।
BCCI सचिव देवाजित सैकिया ने कहा, "अपोलो टायर्स का हमारे नए प्रायोजक के रूप में आना हमारी टीमों की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है। हम इस बात से उत्साहित हैं कि यह भारतीय क्रिकेट में अपोलो का पहला बड़ा प्रायोजन है, जो इस खेल की बेजोड़ पहुंच और प्रभाव को दर्शाता है। यह एक व्यावसायिक समझौते से कहीं बढ़कर है; यह दो संस्थानों के बीच एक साझेदारी है जिसने लाखों लोगों का विश्वास और सम्मान अर्जित किया है।" इससे पहले PTI ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि नया स्पॉन्सरशिप समझौता 121 द्विपक्षीय मैचों और ICC इवेंट्स के 21 मैचों को कवर करेगा और इसकी क़ीमत 579 करोड़ रुपए है।
केंद्र सरकार ने अगस्त में ऑनलाइन गेमिंग (विनियमन और प्रोमोशन) बिल 2025 पारित किया था, जिसके तहत रियल-मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। यही ड्रीम 11 का मुख्य व्यवसाय था और इसी कारण उन्हें अपने स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट से हटना पड़ा था। इसके बाद से BCCI के पास भारतीय टीम के लिए कोई प्रायोजक नहीं था।
भारतीय पुरुष टीम इस समय UAE में एशिया कप बिना किसी प्रायोजक के खेल रही है। साथ ही महिला टीम भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ में भी बिना किसी प्रायोजक के खेल रही है।
ड्रीम 11 ने पहले 2023 से 2026 की अवधि के लिए लगभग 358 करोड़ रुपए की डील की थी, लेकिन बाद में उन्हें हटना पड़ा। 2 सितंबर को BCCI ने नए प्रायोजक की तलाश की प्रक्रिया शुरू की और लीड स्पॉन्सरशिप राइट्स के लिए एक्सप्रेशन ऑफ़ इंटरेस्ट आमंत्रित किया। बोली जमा करने की आख़िरी तारीख़ 16 सितंबर तय की गई थी। BCCI ने स्पष्ट कर दिया था कि शराब ब्रांड, बेटिंग या जुआ सेवाएं, क्रिप्टोकरेंसी, ऑनलाइन मनी गेमिंग, तंबाकू ब्रांड या कोई भी उत्पाद या सेवा जो सार्वजनिक नैतिकता को ठेस पहुंचाए वह टीम का प्रायोजक बनने के लिए पात्र नहीं होंगे।