शुभमन गिल शुक्रवार को जब कैनबरा में अभ्यास के लिए आए तो सबसे पहले नेट्स के पीछे गए, जहां पर सिर्फ़ 10 यार्ड से थ्रोडाउन हो सकता था। पहले पांच मिनट में उन्होंने कुछ बेहतरीन ड्राइव और बैकफ़ुट पंच लगाएं।
इसके बाद उन्होंने भारत के कोच
रायन टेन डेशकाटे से गुड लेंथ पर गेंद फेंकने को कहा और वह उन गेंदों को डिफ़ेंड करने लगे। ऐसा लग रहा था कि उनका बायां अंगूठा उनको कोई समस्या नहीं दे रहा, जिसे वह पर्थ में अभ्यास के दौरान चोटिल कर बैठे थे।
गिल ने इसके बाद आकाश दीप और यश दयाल की गेंदबाज़ी को खेला। भारत के दूसरे सहायक कोच
अभिषेक नायर ने बताया, "अभी वह बल्लेबाज़ी कर रहे हैं और फिर हमारे फ़िज़ियो उसका असेसमेंट करेंगे। इसके बाद ही हमें कुछ पता चल पाएगा। हालांकि जिस तरह से मैंने देखा और जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाज़ी की, मुझे लगता है कि वह बेहद आराम से, बिना किसी तकलीफ़ के बल्लेबाज़ी कर रहे थे और वह मैच में भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। फ़िलहाल वह इनडोर नेट्स में गेंदबाज़ी कर रहे हैं और इसके बाद ही पता चल पाएगा कि क्या वह अभ्यास मैच में खेल पाएंगे या नहीं।"
भारत बुधवार रात कैनबरा पहुंचा, जहां एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए फ़ैंस का एक समूह खड़ा था। इसके बाद वे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बेनीज़ से मिलने पहुंचे। भारत शनिवार से शुरू होने वाले प्रधानमंत्री एकादश के ख़िलाफ़ दिन-रात्रि मैच के साथ एडिलेड में होने वाले पिंक-बॉल टेस्ट की अपनी तैयारियों को तेज़ करेगा। हालांकि मौसम का पूर्वानुमान बहुत ख़राब है और दो दिवसीय अभ्यास मैच का पहला दिन बारिश में धुल सकता है।
नायर ने कहा, "चाहे पिंक बॉल हो या रेड बॉल, असल फ़र्क दिमाग़ में होता है। बेशक दोनों में कुछ फ़र्क है लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास तैयारी के लिए छह से आठ दिन का समय है। जब हम पर्थ में थे, तब भी हम पिंक बॉल के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। रोहित [शर्मा] ने भी पिंक बॉल के साथ ट्रेनिंग की थी, तो हमने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हम अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करेंगे, और जो करना चाहिए, वह करेंगे।"
भारत ने अब तक चार पिंक-बॉल टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से आख़िरी मार्च 2022 में हुआ था। वे उस मैदान पर वापस पहुंचेंगे, जहां पिछली बार वे 36 रनों पर ऑल आउट हुए थे। हालांकि इस बार माहौल पूरी तरह अलग है।
टीम के कप्तान रोहित का वापस आना भी टीम के मनोबल को और भी ऊंचा करेगा। रोहित पहले ही पिंक बॉल के खिलाफ पर्थ में खेल रहे थे और उन्होंने इसे ऐडिलेड में भी जारी रखा। हालांकि वह कुछ थोडे़ रस्टी नज़र आए, लेकिन उन्होंने अपने कुछ ख़ास शॉट्स भी दिखाए, जिनमें एक पैर पर खड़े होकर पुल शॉट भी था, जिस पर उन्होंने सभी का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा।
नायर ने कहा, "जब रोहित शर्मा आसपास होते हैं, तो बहुत हंसी-ठिठोली होती है, इससे माहौल और मनोबल बना रहता है। रोहित पहले हमारे पास नहीं थे, लेकिन वह हमारे साथ [आत्मिक रूप से] थे। तो कोई खास फ़र्क नहीं पड़ा।"
ऋषभ पंत ने लगभग पूरी ट्रेनिंग के दौरान दौड़ते हुए आउटफील्ड पर बिताया। केएल राहुल बार-बार 100-यार्ड की स्प्रिंट करते रहे। विराट कोहली ने अपने ड्राइव से उन फ़ैंस का ध्यान आकर्षित किया जो उन्हें देखने आए थे।
जायसवाल ने सबसे अधिक अभ्यास किया और वह अभ्यास ख़त्म होते-होते तेज़ गेंदबाज़ी में भी हाथ आजमाने लगे। सीमा के किनारे से दो कदम रन अप लेते हुए उन्होंने ध्रुव जुरेल को गेंद फेंकी और गेंद बिल्कुल उनके स्टंप्स के ऊपर से गुजर गई।
"तेज़ गेंदबाज़ होना बहुत कठिन काम है, यार," उन्होंने हंसी में कहा और फिर से थ्रोडाउन का सामना करने के लिए पैड पहनने लगे।