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जो रूट इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बने रहना चाहते हैं

इंग्लैंड कप्तान के अनुसार वेस्टइंडीज़ में 1-0 की सीरीज़ का हार के बावजूद टीम का बर्ताव उत्साहजनक रहा

Joe Root leads England off after their defeat, West Indies vs England, 3rd Test, Grenada, 4th day, March 27, 2022

रूट ने कहा है कि मेरी मंज़िल है इस टीम को आगे बढ़ाने का है।  •  Getty Images

जो रूट ने कहा है कि वेस्टइंडीज़ में मिली सीरीज़ हार के बावजूद इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ी उनके नेतृत्व का समर्थन करते हैं और इसीलिए वह कप्तान बने रहना चाहते हैं। इस सीरीज़ हार से इंग्लैंड के लिए कैरिबियाई धरती पर अब लगातार पांच श्रृंखलाएं बिना जीते के समाप्त हुई है और यह वहां इतिहास में उनका सबसे ख़राब रिकॉर्ड है। इंग्लैंड ग्रेनेडा आए थे पहले दो मैचों में अच्छे प्रदर्शनों के बलबूते पर लेकिन दोनों पारियों में ख़राब बल्लेबाज़ी के चलते उन्हें चौथे दिन सुबह के खेल में ही 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यही नहीं, इस हार का अर्थ है कि 2021 के शुरुआती महीनों के बाद पिछले 17 टेस्ट में इंग्लैंड केवल एक मैच जीत पाया है।
मैच के बाद बीटी स्पोर्ट चैनल से बात करते हुए रूट ने कहा, "मैंने इस मैच से पहले और इस दौरे के दौरान कई बार स्पष्ट किया है कि मेरी मंज़िल है इस टीम को आगे बढ़ाने का है। नतीजे आपके हाथ में नहीं होते लेकिन मुझे विश्वास है यह ग्रुप मेरे साथ है। हमने काफ़ी चीज़ों को ठीक से किया है और उन्हें बस सही नतीजों में परिवर्तित नहीं कर पाए हैं।"
इंग्लैंड ने पहले दोनों टेस्ट में काफ़ी अच्छा खेल दिखाया, हालांकि दोनों में पिच ऐसे सपाट मिले कि दोनों टीमों से चार खिलाड़ियों ने कुल पांच शतकीय पारियां खेली। दोनों मुक़ाबलों में वेस्टइंडीज़ को मैच बचाने के लिए आख़िरी दिन लंबी पारियां खेलनी पड़ी और ऐसे में इंग्लैंड के पास 2004 के बाद वेस्टइंडीज़ में पहली बार सीरीज़ जीतने का मौक़ा बनता दिखा।
ग्रेनेडा में पहले बल्लेबाज़ी करने को आमंत्रित किए जाने के बाद टीम 67 पर सात और 114 पर नौ विकेट गंवा बैठी लेकिन फिर साक़िब महमूद और जैक लीच के बीच 90 रनों की साझेदारी ने उन्हें बचाया।इसके बावजूद जॉशुआ डासिल्वा की शतकीय पारी से 93 रनों से मैच में पीछे चले जाने के बाद दूसरी पारी में आठ विकेट पर 101 के स्कोर पर पहुंचते टीम को वापसी का कोई अवसर नहीं मिला।
रूट ने कहा, "हमने इस सीरीज़ में अपनी क़ाबिलियत को कई बार दर्शाया लेकिन सीरीज़ हारने से हम ज़रूर काफ़ी दुखी हैं। हमने बतौर बल्लेबाज़ी क्रम पहले दो मैचों में बहुत सुधार दिखाया था और इसी वजह से कल के खेल से बहुत नाराज़ हैं। सीरीज़ के संदर्भ में यह एक बड़ा दिन था और उसी दिन हमने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला।"
इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को छोड़ कर युवा खिलाड़ियों में निवेश किया था। ऐसे में तीन खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौक़ा मिला - ऐलेक्स लीज़, साक़िब और मैट फ़िशर। रूट ने उनकी तारीफ़ करते हुए कहा, "पूरे दौरे में टीम का बर्ताव उत्साहजनक रहा। हम यहां जीतने ज़रूर आए थे लेकिन हम यहां से कई अच्छी चीज़ें लेकर जाएंगे। हमें टीम के तौर पर सुधार लाते रहना पड़ेगा और जब हम जीतेंगे तब उसकी आदत सी बना लेनी पड़ेगी। एक बड़ी चीज़ जो उभर कर आई है कि हमने कुछ नए खिलाड़ियों के बारे में बहुत कुछ सीखा। यह उनके करियर के शुरुआती दिन हैं और यह एक आशाजनक बात है।"
इंग्लैंड के अंतरिम मुख्य कोच पॉल कॉलिंगवुड ने कहा कि टीम के भविष्य का फ़ैसला ईसीबी में स्थायी रूप से प्रबंध निदेशक की नियुक्ति के बाद ही लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने भी अपने मुख्य कोच नियुक्त होने और रूट को कप्तान बनाए रखे जाने की उम्मीद जताई।
उन्होंने कहा, "ड्रेसिंग रूम से साफ़ पता चलता है कि सभी खिलाड़ी जो के साथ खड़े हैं। जो ख़ुद इस टीम को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कप्तानी का उनके बल्लेबाज़ी पर कोई असर नहीं पड़ता है क्योंकि वह अब भी बहुत रन बना रहे हैं। वह इस टीम की क़िस्मत बदलने के लिए बेक़रार हैं और यही सबसे बड़ी बात है।"