पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ बरिंदर सरां ने लिया संन्यास
भारत के लिए 2016 में खेले थे छह वनडे और दो T20I
ESPNcricinfo स्टाफ़
29-Aug-2024
बरिंदर सिंह को महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे कैप सौंपी थी • Getty Images
भारत के लिए खेल चुके पंजाब के तेज़ गेंदबाज़ बरिंदर सरां ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। सरां 2016 में भारत के लिए छह वनडे और दो T20I खेले थे।
सरां ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, "मैं अधिकारिक तौर पर अपने जूते टांग रहा हूं, अगर मैं अपना सफ़र देखूं तो यह बहुत शानदार रहा है। 2009 में बॉक्सिंग से क्रिकेट में आने के बाद क्रिकेट ने मुझे बहुत सारी यादें और अनुभव दिया है। तेज़ गेंदबाज़ी जल्दी ही मेरे लिए लक्की चार्म बन गई और IPL में खेलने के दरवाज़े खुले, जहां से मैं 2016 में भारत के लिए भी खेल सका।"
"भले ही मेरा अंतर्राष्ट्रीय करियर बहुत छोटा रहा, लेकिन यादों के बारे में सोचकर मैं हमेशा खुश रहूंगा। मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं कि मुझे सही कोच और प्रबंधन मिला, जिन्होंने मेरा पूरे सफ़र में साथ दिया। अब जब मैं अपने अगले सफ़र पर निकल रहा हूं तो मैं उन सभी मौक़ों को अपनाऊंगा जो क्रिकेट मुझे देगा। आखिर में बस यही कहकर अंत करना चाहता हूं कि आसमान की ही तरह सपनों की कोई सीमा नहीं होती।"
एक किसान के बेटे सरां बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज़ थे, उन्होंने खेलों में अपना करियर बॉक्सिंग के साथ शुरू किया था और भारत के लिए ओलंपिक पदक जीत चुके विजेंद्र सिंह की भिवानी बॉक्सिंग क्लब में ट्रेनिंग की। 2009 में उन्होंने बॉक्सिंग को छोड़कर क्रिकेट में हाथ आजमाए। सरां काफ़ी तेज़ गेंदबाज़ तो नहीं थे लेकिन उनकी निरंतरता और कौशल ने सभी के साथ युवराज सिंह को भी प्रभावित किया था, तब उन्होंने ट्वीट करके लिखा था, "यह मुझे युवा ज़हीर ख़ान की याद दिलाता है।"
वह जब चंडीगढ़ स्थित एकेडमी में ट्रेनिंग कर रहे थे तो उन्होंने अंडर-19 का एक गैटोरेड स्पीडस्टर प्रतियोगिता जीती थी जहां उन्हें दुबई स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कमेटी की एकेडमी में ट्रेनिंग करने का मौक़ा मिला। चोटों ने उनका करियर प्रभावित किया लेकिन 2015 IPL नीलामी में उन्होंने राहुल द्रविड़ को प्रभावित किया और राजस्थान रॉयल्स ने उनको ख़रीदा। इसके बाद वह किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), सनराइज़र्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के लिए भी खेले।
अगर अंतर्राष्ट्रीय करियर की बात की जाए तो उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर वनडे डेब्यू किया था। जबकि T20I डेब्यू उन्होंने इसी साल ज़िम्बाब्वे दौरे पर किया था। कुल मिलाकर उन्होंने भारत के लिए छह वनडे खेले जिसमें 5.34 की इकॉनमी से सात विकेट लिए, 56 रन देकर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वहीं दो T20I मैचों में उन्होंने 5.12 की इकॉनमी से छह विकेट लिए और 10 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 2021 में पंजाब के लिए विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में खेलने के बाद से ही वह पेशेवर क्रिकेट से दूर थे।