आंकड़े झूठ नहीं बोलते : क्या ऑस्ट्रेलिया को उसके पसंदीदा मैदान पर मात दे पाएगा भारत?
मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में मौक़ा दिया जाना चाहिए
नवनीत झा
07-Oct-2023
रविवार को भारत इस वर्ल्ड कप का अपना पहला मुक़ाबला खेलेगा। शुभमन गिल की ख़राब तबीयत के चलते उनके पहले मैच में खेलने पर संदेह है। गिल की अनुपस्थिति में इशान किशन कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी आग़ाज़ कर सकते हैं। वर्ल्ड कप में भारत का ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं है लेकिन बदलते दौर में भारत ने कई बार ऑस्ट्रेलिया को बड़े अवसरों पर धूल चटाई है। इस हाई वोल्टेज मुक़ाबले को ध्यान में रखते हुए उन आंकड़ों का रुख़ करते हैं जो कि रविवार को भी अपना असर दिखा सकते हैं।
चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया को चकमा देना नहीं आसान
चेन्नई में भारत की जीत का प्रतिशत 53.8 है। भारत ने यहां अब तक कुल 14 वनडे मुक़ाबले खेले हैं, जिसमें उसे सात में जीत मिली है। जबकि ऑस्ट्रेलिया ने एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले अपने सात मैचों में से छह में जीत हासिल की है। चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया की जीत का प्रतिशत 83.3 है जो कि किसी भी अन्य अंतर्राष्ट्रीय टीम से बेहतर है।
ज़ैम्पा हैं भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए सबसे बड़ा ख़तरा
भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी दुनिया की सबसे मज़बूत बल्लेबाज़ी क्रम में से एक है। किसी भी मुक़ाबले से पहले टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी पर ही असली दारोमदार रहता है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क और ऐडम ज़ैम्पा भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए असली मुश्किल बन सकते हैं। इन दोनों ही गेंदबाज़ों ने वनडे में कई बार भारतीय बल्लेबाज़ों को एक लाइन से आउट किया है।
स्टार्क ने रोहित को तीन बार, गिल और के एल राहुल को दो-दो बार आउट वनडे में आउट किया है। जबकि ज़ैम्पा ने वनडे में रोहित को चार बार, गिल को दो बार, कोहली कोहली को पांच बार, राहुल और हार्दिक पंड्या को चार-चार बार और रविंद्र जडेजा को तीन बार आउट किया है। ऐसे में रविवार को चेन्नई में भारतीय बल्लेबाज़ों को इन दोनों से ही सावधान रहना होगा।
कौन है स्टार्क का तोड़?
स्टार्क का तोड़ कोई और नहीं बल्कि ख़ुद आईपीएल में उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलने वाले और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली हैं। कोहली और स्टार्क का अब तक 11 वनडे मैचों में आमना सामना हुआ है और स्टार्क सिर्फ़ एक बार ही कोहली को पवेलियन चलता कर पाए हैं।
अगर कोहली ज़ैम्पा और जॉश हेज़लवुड का तोड़ निकालने में सफल हो जाते हैं तब भारत की गाड़ी चल पड़ेगी। हेज़लवुड ने कोहली को वनडे में काफ़ी परेशान किया है। हेज़लवुड 60 गेंदों पर कोहली 38 रन ही बना पाए हैं जबकि सात पारियों में चार बार वह हेज़लवुड को अपना विकेट भी दे चुके हैं।
शमी को खिलाना है ज़रूरी
चेन्नई की पिच को देखते हुए भारतीय टीम हार्दिक सहित जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को बतौर मुख्य तेज़ गेंदबाज़ प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकती है। रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव और जडेजा स्पिन डिपार्टमेंट की ज़िम्मेदारी संभाल सकते हैं। हालांकि मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भारतीय टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। शमी मोहाली में भी ऑस्ट्रेलिया के लिए घातक साबित हुए थे।
शमी ने वनडे में डेविड वॉर्नर को तीन बार, स्टीव स्मिथ को चार बार, ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टॉयनिस को तीन-तीन बार पवेलियन की राह दिखाई है। हालांकि हार्दिक भी स्मिथ को वनडे में पांच बार पवेलियन भेज चुके हैं। अश्विन ने वनडे में तीन बार ग्लेन मैक्सवेल को अपना शिकार बनाया है। कुलदीप यादव एलेक्स केरी को पांच बार जबकि कैमरन ग्रीन को दो बार वनडे में अपना शिकार बना चुके हैं।