कोलकाता टेस्ट में बतौर बल्लेबाज़ खेल सकते हैं जुरेल
जुरेल को एकादश में रेड्डी की जगह मौक़ा दिया जा सकता है, वहीं पंत भी चोट के बाद वापसी करते दिखाई देंगे
कार्तिक कृष्णास्वामी
12-Nov-2025 • 2 hrs ago
Dhruv Jurel ने अहमदाबाद में शतक जड़ने के साथ ही साउथ अफ़्रीका ए के ख़िलाफ़ भी दो शतक जड़ा • Associated Press
ऋषभ पंत के बतौर विकेटकीपर एकादश में जगह बनाने के साथ ही ध्रुव जुरेल भी बतौर बल्लेबाज़ भारतीय एकादश का हिस्सा हो सकते हैं। ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की जगह जुरेल को मौक़ा दिया जा सकता है, वहीं चोट के चलते वेस्टइंडीज़ टेस्ट सीरीज़ नहीं खेल पाने वाले पंत वापसी करते नज़र आएंगे।
भारत के सहायक कोच रायन टेन डशकाटे ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ कोलकाता टेस्ट से दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक तरह से जुरेल के खेलने की पुष्टि की।
पंत की अनुपस्थिति में जुरेल ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ खेला था और अहमदाबाद में अपना पहला टेस्ट शतक भी जड़ा था। इसके बाद जुरेल ने बेंगलुरु में साउथ अफ़्रीका ए के ख़िलाफ़ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा।
टेन डशकाटे से जब जुरेल की मौजूदा फ़ॉर्म के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, "इसका संक्षिप्त जवाब यही है कि मुझे नहीं लगता कि हम उन्हें इस टेस्ट से बाहर नहीं रख सकते। लेकिन ज़ाहिर तौर पर आप एकादश ही चुन सकते हैं और किसी अन्य को बाहर बैठना होगा। मुझे लगता है कि हमारे पास एक अच्छे संयोजन का विचार है।"
टेन डशकाटे ने कहा कि रवींद्र जाडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन गेंदबाज़ी ऑलराउंडरों की उपलब्धता बिना गेंदबाज़ी विभाग के साथ किसी समझौते के जुरेल को एकादश में रखे जाने की अनुमति देती है।
"जिस तरह से जुरेल ने पिछले छह महीने में प्रदर्शन किया है, पिछले सप्ताह बेंगलुरु में उन्होंने दो शतक भी जड़े इसलिए इस सप्ताह उनका खेलना निश्चित है। वॉशी (वॉशिंगटन), अक्षर और जड्डु (जाडेजा) के रूप में हमारे पास अतिरिक्त बल्लेबाज़ भी हैं इसलिए उनके होने से हमारे पास लचीलापन भी है। लेकिन मैं काफ़ी चकित हूंगा अगर हम इस सप्ताह जुरेल और पंत दोनों को खेलते हुए न देखें।"
वेस्टइंडीज़ सीरीज़ में भारत तीन ऑलराउंडर के साथ खेला जिसमें जाडेजा, वॉशिंगटन और अक्षर शामिल थे। रेड्डी को सिर्फ़ एक बार बल्लेबाज़ी का मौक़ा मिला और उन्होंने चार ओवर की गेंदबाज़ी की। उस सीरीज़ के दौरान भारत की ओर से कहा गया था कि वह रेड्डी को एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के रूप में देख रहे हैं और इसलिए वह उन्हें घरेलू टेस्ट में भी अधिक से अधिक गेम टाइम देना चाहते हैं ताकि वह एक टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर ख़ुद को तैयार कर सकें।
टेन डशकाटे ने कहा, "हमारा प्राथमिक उद्देश्य तो यही है कि हम पहले जीतने की रणनीति तैयार करें और फिर इसके बाद यह सुनिश्चित करें कि खिलाड़ियों को विकसीत होने का मौक़ा देना है। जहां तक नीतीश की बात है तो उनको लेकर हमारा विचार बदला नहीं है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ (सफ़ेद गेंद सीरीज़ में) अधिक गेम टाइम नहीं मिला लेकिन सीरीज़ की महत्ता और संभावित परिस्थतियों को देखते हुए मुझे लगता है कि उन्हें इस सप्ताह बाहर बैठना पड़ सकता है।"
साउथ अफ़्रीका हाल ही में पाकिस्तान में खेली टेस्ट सीरीज़ में 1-1 के नतीजे के साथ भारत पहुंचा है जहां केशव महाराज, साइमन हार्मर और सेनुरन मुथुस्वामी की स्पिन तिकड़ी ने मिलकर दो टेस्ट में 22 से कम की औसत के साथ 32 विकेट हासिल किए थे। टेन डशकाटे ने कहा कि यह स्पिनर्स ज़रूर चुनौती हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बल्लेबाज़ न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पिछले साल खेली गई घरेलू सीरीज़ के बाद स्पिन के ख़िलाफ़ अपने खेल को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।
टेन डशकाटे ने कहा, "ऐसा बहुत हद तक संभव है कि वह तीन स्पिनर्स के साथ मैदान में उतरें और एक तरह से यह किसी उपमहाद्वीप की टीम के ख़िलाफ़ खेलने जैसा ही होगा। सामान्य तौर पर जब आप साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ खेलते हैं तो आपके लिए चिंता का विषय उनके तेज़ गेंदबाज़ होते हैं, मुझे लगता है कि वह दो तेज़ गेंदबाज़ और तीन स्पिनर्स के साथ मैदान में उतरेंगे।"
"लेकिन उपमहाद्वीप में खेलना भी अपनी तरह की चुनौती है। यह एक अच्छी चुनौती होगी। मुझे उम्मीद है कि हमने न्यूज़ीलैंड सीरीज़ से सबक लिया है। हमने स्पिन खेलने की अपनी योजना पर काम किया है। और आप सही कह रहे हैं जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान में प्रदर्शन किया है उसे देखते हुए हमारे लिए यह पहलू काफ़ी अहम रहने वाला है।"
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo में सहायक एडिटर हैं।
