ड्वेन प्रिटोरियस आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ़ से खेलते हैं, जिनके बल्लेबाज़ी कोच माइक हसी के अनुसार, अगर आपके लिए कोई भी कौशल मैदान पर लंबे समय से फ़ायदा पहुंचा रहा है तो उसे नोट करते रहना चाहिए। प्रिटोरियस ने भी वही किया। उनके पर्सनल वेबसाइट पर पांच बिंदु दिए गए हैं, जो कि वह बल्लेबाज़ी के लिए जाते वक़्त याद करते हैं।
मेरा मानना है कि जब भी मेरी बॉडी लैंग्वेज अच्छी होती है तब मैं अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलता हूं। इसलिए जब मैं मैदान पर बल्लेबाज़ी के लिए आता हूं, तो पहले पांच या छह मीटर मैं दौड़ कर जाता हूं, फिर अपने पैरों को ऊपर उठाकर कूदता हूं। ये सब चीज़ें मेरी ऊर्जा को बढ़ा देती है और फिर मैं ख़ुद से कहता हूं, 'चलो अब चलते हैं'।इसके बाद मैं सोचता हूं कि मुझे अगली तीन गेंदों पर क्या करना है? क्या मुझे समय लेना है या पहली गेंद से ही आक्रमण करना है? मेरा तरीक़ा क्या होना चाहिए? इसके बारे में मैं सोचता हूं और इसके बाद मैं उस दिन के खेल का अपना तरीक़ा तय करता हूं।मुझे इस बात की स्पष्टता मिलती है कि मैं किस तरह के शॉट खेलना चाहता हूं। क्या मुझे हवाई शॉट खेलना है या फिर डिफ़ेंड करना है? क्या मैं अगली तीन गेंदों को छोड़ना चाह रहा हूं या फिर अगली तीन गेंदों पर धमाका करना है? इससे मुझे स्पष्टता मिलती है।चौथी और सबसे ज़रूरी चीज़ ये याद रखना है कि कब गियर बदलना है या इसकी टीम को कब ज़रूरत है? तब मैं ख़ुद से कहता हूं, 'तैयार हो जाओ!'आख़िर में मुझे गेंद के साथ अच्छा संपर्क बनाना है और मैं ख़ुद से कहता हूं कि सामने वाला गेंदबाज़ अच्छा संपर्क बनवाने के लिए ही दौड़ रहा है।भारत के ख़िलाफ़ पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय में
नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने उतरे प्रिटोरियस ने 13 गेंदों में 29 रन बनाए, जिससे साउथ अफ़्रीका के रिकॉर्ड रन चेज़ का रास्ता खुला। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के स्मार्ट स्टैट्स के अनुसार प्रिटोरियस ने भले ही 29 रन बनाए हों, लेकिन
असल में मैच पर इसका असर
38 रन का हुआ।
प्रिटोरियस ने अपनी पारी की दूसरी ही गेंद पर तीसरे बिंदु 'स्पष्टता' को लागू किया और भुवनेश्वर कुमार पर चौका लगाया। इसके बाद उन्होंने भारत के प्रमुख स्पिनर युज़वेंद्र चहल को मिडविकेट पर स्लॉग स्वीप कर छक्का लगाकर परेशान किया।
भारत ने अब हार्दिक पंड्या की ओर रुख़ किया। गुजरात टाइटंस के लिए
आईपीएल फ़ाइनल में एक सनसनीखेज़ स्पेल करने वाले हार्दिक की पहली गेंद शॉर्ट ऑफ़ लेंथ पर थी, जिसे प्रिटोरियस ने कंधे के पास से डिफ़ेंड किया। कुछ गेंदें इसी तरह से उछल रही थीं, जबकि कुछ और गेंदें ठीक से बल्ले पर नहीं आ रही थीं, लेकिन इससे प्रिटोरियस के विचारों की स्पष्टता पर कोई असर नहीं पड़ा।
डीप स्क्वेयर लेग और लॉन्ग लेग की मौजूदगी के बावजूद प्रिटोरियस ने चार गेंदों में तीन छक्के लेग साइड पर लगाए, जिससे साउथ अफ़्रीका का स्कोर पांच ओवर में एक विकेट पर 60 रन हो गया। जब प्रिटोरियस ने पावरप्ले के आख़िरी ओवर में अधिकतम फ़ायदा उठाने की कोशिश की तो हर्षल पटेल ने अपने स्लो डिपर गेंद से उन्हें बोल्ड कर दिया। हालांकि तब तक प्रिटोरियस ने डेविड मिलर और
रासी वान दर दुसें के लिए एक बेहतरीन मंच तैयार कर दिया था।
साउथ अफ़्रीका के दर्शकों के लिए प्रिटोरियस का यह प्रदर्शन आश्चर्यजनक नहीं आना है। उनका नाबाद 77 रनों का सर्वोच्च टी20 स्कोर नंबर तीन पर ही आया है, जो उन्होंने
श्रीलंका के ख़िलाफ़ 2019 में बनाया था। इससे पहले वह उसी साल
मज़ांसी सुपर लीग के फ़ाइनल में 21 गेंदों में 43 रन की पारी खेल चुके थे।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में वान दर दुसें ने कहा, "मुझे लगता है कि ड्वेन शायद विश्व क्रिकेट के उन लोगों में से एक हैं जो गेंद पर सबसे तेज़ प्रहार करते हैं। अगर आप उनके घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों को देखेंगे तो पाएंगे कि जब भी नंबर तीन पर उन्हें मौक़ा मिला है, वह सफल रहे हैं। इस मैच में भी उन्होंने ऐसा ही किया। हम जानते हैं कि जब वह हाथ खोलने लगते हैं तो उन्हें गेंदबाज़ी करना वाकई में मुश्किल होता है क्योंकि वह बहुत शक्तिशाली है। उन्हें अपनी इस पारी से काफ़ी आत्मविश्वास मिलेगा और आगे जब भी वह सीरीज़ में खेलेंगे, मुझे लगता है कि निश्चित रूप से भारतीय गेंदबाज़ों पर दबाव होगा।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है