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हरमनप्रीत : एशिया कप में अपने ख़राब फ़ॉर्म को पीछे छोड़ देंगी शेफ़ाली

भारतीय कप्तान ने बताया कि इस टूर्नामेंट में टीम सभी खिलाड़ियों को मैच खेलने का अवसर देगी

इंग्लैंड दौरे पर शेफ़ाली वर्मा ने एक भी अर्धशतक नहीं लगाया  •  Getty Images

इंग्लैंड दौरे पर शेफ़ाली वर्मा ने एक भी अर्धशतक नहीं लगाया  •  Getty Images

इंग्लैंड दौरे पर अपने ख़राब फ़ॉर्म को पीछे छोड़ने के प्रयास में शेफ़ाली वर्मा को अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर का समर्थन मिला है। पूरे दौरे पर शेफ़ाली के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला और उनके फ़ुटवर्क की आलोचना हुई। इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ केट क्रॉस ने इसी का फ़ायदा उठाते हुए उन्हें लगातार दो मैचों में अंदर आने वाली गेंद पर बोल्ड किया।
पिछली 18 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में शेफ़ाली ने एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी का जौहर दिखाया है। राष्ट्रमंडल खेलों के पहले मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 33 गेंदों पर 48 रनों की पारी इनमें से एक है। हरमनप्रीत को उम्मीद है कि 18 वर्षीय शेफ़ाली को आगामी एशिया कप में मैच खेलने के पर्याप्त मौक़े मिलेंगे जहां भारत दो हफ़्तों में संभवतः आठ मैच खेल सकता है।
इस टूर्नामेंट के लिए सिलेट पहुंचने के बाद कप्तान हरमनप्रीत ने कहा, "हमारे जो अभ्यास सत्र हुए हैं, उनके आधार पर मैं कह सकती हूं कि वह अच्छा कर रही हैं। (ख़राब फ़ॉर्म) जीवन का सार है। कभी आप अच्छा खेलते हैं तो कभी आप अच्छी फ़ॉर्म को बरक़रार नहीं रख पाते। वह अच्छी नज़र आ रही हैं और इस दौर से बाहर निकलने के लिए उन्हें क्रीज़ पर थोड़ा समय बिताने की ज़रूरत है। वह प्रतिदिन कड़ी मेहनत कर रही हैं। यह ऐसा मंच है जहां आप ख़ुद को व्यक्त करते हुए ख़ुलकर क्रिकेट खेल सकते हैं। हम उन्हें अपना आत्मविश्वास वापस पाने के लिए पर्याप्त मैच-टाइम देने का प्रयास करेंगे।"
मैच खेलने के पर्याप्त मौक़े केवल शेफ़ाली को नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ियों को भी दिए जाएंगे ताकि वह छह महीनों में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकें। इस दल में एस मेघना, डी हेमलता और किरण नवगिरे जैसी कई खिलाड़ी हैं जो घरेलू क्रिकेट में ख़ूब रन बनाने के बाद राष्ट्रीय टीम की दहलीज़ पर पहुंची हैं।
भारतीय कप्तान ने कहा, "हमारा पहला लक्ष्य उन खिलाड़ियों को मौक़े देना है जिन्हें अब तक यह नहीं मिले हैं। एक टीम के रूप में हमें कई क्षेत्रों पर काम करना है, विशेषकर हम किस तरह (बल्ले के साथ) पहले छह ओवरों का इस्तेमाल करेंगे। अगर कोई आता है तो उन्हें भी क्रीज़ पर समय बिताने का मौक़ा मिलेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "हम अपने मध्यक्रम में बदलाव करने की कोशिश करेंगे जिससे अन्य खिलाड़ियों को भी अवसर मिले। अंतिम ओवरों में भी हमारे पास हार्ड-हिटर हैं तो हम उन्हें भी मौक़े देंगे। हमारी गेंदबाज़ी में हम अलग संयोजन आज़माएंगे। हमारे लिए यह टूर्नामेंट महत्वपूर्ण है, यह खिलाड़ियों के लिए प्रदर्शन करने का बढ़िया मंच है। यहां अच्छा करने से उन्हें विश्व कप के लिए बहुत आत्मविश्वास मिलेगा।"
बतौर खिलाड़ी और कप्तान हरमनप्रीत बढ़िया लय से गुज़र रही हैं। इसी वर्ष की शुरुआत में उनके बल्लेबाज़ी फ़ॉर्म पर सवाल उठाए गए थे जिसे उन्होंने लगातार अच्छी पारियों के साथ जड़ से मिटा दिया है। इंग्लैंड के विरुद्ध दूसरे वनडे में 143 रनों की उनकी पारी की तुलना 2017 वनडे विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में उनकी 171 नाबाद रनों की पारी से की गई।
हरमनप्रीत ने कहा, "शुरुआत से ही मुझे इस ज़िम्मेदारी का आभास था और मैं इसका आनंद लेती हूं। जब से मैं पूर्णकालिक कप्तान बनी हूं, मुझे मज़ा आ रहा है। मेरे साथी खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ़, चयनकर्ता, बीसीसीआई - सभी ने मेरी सराहना की है। आपको बस समर्थन चाहिए होता है और उसके बाद केवल प्रदर्शन बचता है। हमारा ध्यान प्रदर्शन पर है। हम केवल एक-दूसरे का समर्थन करने और मैदान पर जाकर ख़ुद को व्यक्त करने की बात करते हैं।"
पूर्णकालिक भारतीय कप्तान बनने के बाद हरमनप्रीत ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में टीम को रजत पदक दिलाया। इसके बाद उनके नेतृत्व में भारत ने 23 सालों में इंग्लैंड में अपनी पहली सीरीज़ जीती। हरमनप्रीत का मानना है कि यह "ज़िम्मेदारी का आनंद लेने" तथा चयनकर्ता, बोर्ड और अपने साथी खिलाड़ियों के "भरोसे" से ही संभव हो पाया है।
उन्होंने कहा, "जब हम इंग्लैंड गए थे, हम अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते थे। हमने ख़ुद पर अच्छा करने या मैच जीतने का दबाव नहीं डाला। हम अपने अभ्यास सत्रों में गणनात्मक थे; हम जानते थे कि हम क्या कर रहे हैं और सब कुछ योजनाबद्ध था। हम कुछ चीज़ों पर काम कर रहे थे; हमने यह नहीं सोचा था कि 'हम यहां इतिहास रचने आए हैं'। हम बस वही कर रहे थे जो हमें करना था। जब आपके पास योजनाएं होंगी और आप किसी चीज़ की दिशा में काम कर रहे होंगे, तो परिणाम मिलेंगे। हमने जो किया है उससे हम हैरान नहीं हैं।"

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।