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अश्विन : पंत को राठी की अपील वापस नहीं लेनी चाहिए थी

अश्विन ने कहा कि पंत का अपील को वापस लेना और इस घटनाक्रम से जुड़ी चर्चा होने से गेंदबाज़ ख़ुद को छोटा महसूस कर सकता है

PTI
28-May-2025
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच IPL 2025 के अंतिम लीग मैच के दौरान दिग्वेश राठी द्वारा जितेश शर्मा को नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट किए जाने की अपील वापस लेने के लिए आर अश्विन ऋषभ पंत से प्रभावित नज़र नहीं आए।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "दिग्वेश राठी मेरे रिश्तेदार नहीं हैं, मैं नहीं जानता वह कौन हैं लेकिन मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि इससे गेंदबाज़ पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। चूंकि गेंदबाज़ की किसी को परवाह नहीं है इसलिए करोड़ों लोगों के सामने उसकी अपील को वापस ले लिया जाना चाहिए और उसका अपमान करना चाहिए?"
यह घटनाक्रम RCB की चेज़ के 17वें ओवर मेंहुआ जब राठी ने जितेश को आगे बढ़ता देख नॉन स्ट्राइकर एंड पर गिल्लियां बिखेर दी।
रिप्ले में दिखा कि जितेश क्रीज़ के बाहर थे लेकिन टीवी अंपायर ने माना कि राठी गिल्लियां बिखेरने से पहले अपनी डेलिवरी स्ट्राइड पूरी कर चुके थे। जब यह सब हो रहा था तब पंत ने अपील वापस ले ली और जितेश ने उन्हें गले लगा लिया। इसके बाद RCB ने यह मैच छह विकेट से जीत लिया।
अश्विन जो कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज़ों को रन आउट करने के समर्थन में मुखरता के साथ अपनी बात रखते रहे हैं, उनके अनुसार पंत को अपने गेंदबाज़ को बैक करना चाहिए था।
अश्विन ने कहा, "मुझे इस घटना के तकनीकी पहलुओं पर गौर करने दीजिए। क्या जितेश शर्मा को आउट दिया जाना उचित है, अगर वह (राठी) गेंद फेंकने से पहले क्रीज़ से बाहर निकल गए थे? हां, उन्हें आउट दिया जाना उचित है और गेंदबाज़ के इस क़दम को भी उचित ठहराया जाना चाहिए। दिग्वेश राठी ने फ़्रंट फ़ुट पर गेंद डाली और जितेश शर्मा क्रीज़ के अंदर थे। इसलिए, सभी तकनीकी संभावनाओं में, यह आउट नहीं है। और क्या हुआ? स्टंप पर गेंद लगने के बाद, (अंपायर) माइकल गॉफ़ ने दिग्वेश राठी से पूछा। उन्होंने उनसे यह नहीं पूछा, 'क्या आप निश्चित हैं?' बल्कि उन्होंने उनसे पूछा कि क्या वह अपील कर रहे हैं।
"उन्होंने (राठी) कहा, 'हां, मैं अपील कर रहा हूं।' इसलिए, वह (गॉफ़) तीसरे अंपायर के पास गए और तीसरे अंपायर ने सही फ़ैसला लिया। उन्होंने कहा, 'उन्होंने अपनी गेंद की स्ट्राइड पार कर ली है, बल्लेबाज़ क्रीज़ के अंदर है, मेरा फैसला है, नॉट आउट।'
"अब तक तो सब ठीक है। गेंदबाज़ ने हिट किया, अपील की, नॉट आउट। यह ऑफ़िस में एक अन्य दिन की तरह है। लेकिन क्या हुआ? इसके बाद, मैच के दौरान, कॉमेंटेटरों ने कहा, 'ऋषभ पंत ने अपील वापस ले ली है। खेल भावना का यह कैसा अद्भुत प्रदर्शन है!'
"इस सबसे ऊपर उठने की ज़रूरत है। मैं एक सवाल पूछ रहा हूँ। ज़रा सोचिए, दिग्वेश राठी आपका बेटा है और दिग्वेश राठी के कप्तान ने करोड़ों लोगों के सामने उसके फ़ैसले की आलोचना की है। यह वास्तव में बहुत ज़्यादा हो गया है क्योंकि देखिए, कप्तान का काम वास्तव में एक खिलाड़ी को बैक करना है। कप्तान का काम गेंदबाज़ को छोटा महसूस कराना नहीं है।"
अश्विन ने कहा कि राठी को छोटा महसूस कराया गया और हो सकता है कि वह फिर कभी गेंदबाज़ के छोर पर रन-आउट न कर पाएं।
अश्विन ने कहा, "हमें नहीं पता कि उन्होंने(पंत) उनसे (LSG कैंप) बात की है या नहीं।" लेकिन करोड़ों लोगों के सामने उस युवा खिलाड़ी को बदनाम करना बंद करें। क्या हम किसी और के साथ ऐसा करते हैं? एक गेंदबाज़ आपको छोटा क्यों दिखता है? यह वास्तव में अपमान है।
"क्या होता है कि एक गेंदबाज इतना छोटा महसूस करता है कि वह कभी ऐसा नहीं करेगा और लोग कॉमेंट सेक्शन में कहेंगे कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए। क्यों? उसे ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए?"