आईपीएल नीलामी से पहले जगदीशन की दहाड़
लगातार पांच शतक लगाकर तमिलनाडु के बल्लेबाज़ ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किया
शशांक किशोर
21-Nov-2022
शतक लगाने के बाद जगदीशन • ESPNcricinfo/Daya Sagar
नारायण जगदीशन बहुत सकारात्मक इंसान हैं। उनके दोस्तों और टीम के साथियों के अनुसार वह ख़राब से ख़राब परिस्थितियों में भी उम्मीद खोज़ लेते हैं। ऐसा तब भी हुआ जब आईपीएल 2020 के दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने गुस्से में कहा था कि चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बेंच पर बैठे युवाओं के पास ललक की कमी है।
जगदीशन भी उन युवाओं में से एक थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इससे दुःखी है तो उन्होंने कहा कि यह धोनी का तरीक़ा है, ताकि युवा आगे आकर प्रदर्शन करें।
पिछले सप्ताह जगदीशन उन आठ खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्हें उनकी फ़्रैंचाइज़ी सीएसके ने रिलीज़ किया। यह सीएसके के साथ उनके चार सालों के संबंधों का अंत था। इस दौरान जगदीशन को सिर्फ़ सात मैच खेलने को मिले।
एक सप्ताह के बाद जगदीशन फिर से सुर्ख़ियों में हैं। इस साल विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में आने से पहले उनके नाम पांच सालों और 36 मैचों में सिर्फ़ तीन लिस्ट-ए शतक थे। नौ दिन में ही लगातार पांच शतक लगाकर उन्होंने अपनी शतकों की संख्या को लगभग तीन गुना करके आठ कर लिया है।
सोमवार को उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ 141 गेंदों में 25 चौकों और 15 छक्कों की मदद से 277 रनों की विश्व रिकॉर्ड पारी खेली। इसकी मदद से तमिलनाडु ने तीन विकेट पर 506 रन का सर्वोच्च स्कोर खड़ा किया। इसके पहले जगदीशन, हरियाणा (128), गोवा (168), छत्तीसगढ़ (107) और आंध्रा (114) के ख़िलाफ़ भी शतक लगा चुके हैं।
जगदीशन के लिए कहा जाता है कि वह बहुत सुरक्षित खेल खेलते हैं। हालांकि इस घरेलू सीज़न में उन्होंने इसे ग़लत साबित किया है। उन्होंने अरुणाचल के ख़िलाफ़ मैच में अपना शतक 76 गेंदों में पूरा किया लेकिन अगले 100 रन पूरे करने में उन्हें सिर्फ़ 38 गेंदें लगी।
जगदीशन ने सात आईपीएल मैचों की चार पारियों में 111 के स्ट्राइक रेट से 73 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 39 रन है। हालांकि वह वहां अधिकतर मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करने आते थे, जबकि वह इस साल एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में कमाल कर रहे हैं।
उन्होंने टी20 गेम की गति को देखते हुए अपने कौशल में कई तरह की वृद्धि की है। 2018-19 आईपीएल के दौरान जब सीएसके के लिए उन्हें मैच खेलने को नहीं मिल रहे थे, तब वह सुबह में चेन्नई में लीग मैच खेलते थे और फिर शाम को टीम से जुड़ जाते थे।
जगदीशन के पिता सीजे नारायण भी क्रिकेट खेल चुके हैं। वह टाटा के लिए विकेटकीपिंग करते थे, जिनकी टीम में दिलीप वेंगसरकर भी शामिल हुआ करते थे। उनका परिवार कोयंबटूर में रहता है, जहां से उन्होंने आयु-वर्ग क्रिकेट खेल अपनी पहचान स्थापित की।
जहां आईपीएल में उन्हें खेलने के बहुत कम मौक़े मिलते हैं, तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) 2021 में उन्होंने 10 पारियों में 125.37 के स्ट्राइक रेट से 336 रन बनाए, जो टूर्नामेंट में तीसरा सर्वाधिक था।
आप कह सकते हैं कि विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उनके चार शतक अलुर के छोटे मैदान पर आए, लेकिन जिन्होंने उनकी इस पारी को देखा है उन्हें पता है कि वह अपनी पारी को कैसे आगे बढ़ाते हैं। मैदान में उपस्थित कई आईपीएल टीमों के स्काउट ने उनकी इस पारी की सराहना है, जिसमें सीएसके के स्काउट भी शामिल हैं।
अब देखना होगा कि अगले महीने होने वाली नीलामी में कौन-कौन सी आईपीएल टीमें उन पर दांव लगाना चाहेगी?
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं।