मैच (23)
MLC (1)
ENG v WI (1)
IRE vs ZIM (1)
Men's Hundred (2)
एशिया कप (2)
विश्व कप लीग 2 (1)
Canada T20 (4)
Women's Hundred (2)
TNPL (3)
One-Day Cup (5)
SL vs IND (1)
फ़ीचर्स

उपविजेता जैसा उम्दा प्रदर्शन दोहराने के दबाव में होगी राजस्थान रॉयल्स

टीम के पास चोटिल खिलाड़ियों का उम्दा विकल्प नहीं है

एकांत
26-Mar-2023
Sanju Samson meets his match-winner Jos Buttler after the latter seals their spot in the final, Rajasthan Royals vs Royal Challengers Bangalore, IPL 2022 Qualifier 2, Ahmedabad, May 27, 2022

संजू सैमसन और जॉस बटलर आईपीएल 2022 के बेहतरीन प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे  •  BCCI

पिछले सीज़न कहां थे राजस्थान रॉयल्स

आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स लीग चरण में दूसरे पायदान पर रहे थे और फ़ाइनल मुक़ाबले में गुजरात टाइटंस के हाथों हारने के बाद उपविजेता के रुप में सीजन खत्म किया था।

आईपीएल 2023 के लिए राजस्थान रॉयल्स का दल

जॉस बटलर (विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पड़िक्कल, संजू सैमसन (कप्तान, विकेटकीपर), शिमरॉन हेटमायर, रियान पराग, जो रूट, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), दोनोवन फ़रेरा, कुणाल सिंह राठौर, जेसन होल्डर, आकाश वशिष्ठ, अब्दुल बासित, युज़वेंद्र चहल, आर अश्विन, ऐडम ज़ैम्पा, केसी करियप्पा, एम अश्विन, ट्रेंट बोल्ट, नवदीप सैनी, ओबेद मकॉय, कुलदीप सेन, कुलदीप यादव, केएम आसिफ़

खिलाड़ियों की उपलब्धता-प्रसिद्ध कृष्णा हुए बाहर

प्रसिद्ध कृष्णा पीठ में स्ट्रेस फ़्रैक्चर की वजह से इस सीज़न में नहीं खेल पाएंगे। उन्हें इसकी सर्जरी करवानी होगी। हालांकि उनकी जगह कौन लेगा इसका ऐलान नहीं किया गया है। ओबेद मकॉय घुटने की चोट से उबर रहे हैं और टूर्नामेंट के शुरुआती मैचों में उन्हें बाहर बैठना पड़ सकता है।
वहीं आईपीएल के आख़िरी मैचों के दौरान राजस्थान रॉयल्स के लिए जो रूट की उपलब्धता पर शंका के बादल मंडरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें ऐशेज़ की तैयारियों के लिए इंग्लैंड रवाना होना पड़ सकता है।

इस साल राजस्थान रॉयल्स में क्या नया है

राजस्थान रॉयल्स की टीम के निचले क्रम में बल्लेबाजों की कमी की समस्या का समाधान जेसन होल्डर हो सकते हैं। रॉयल्स के कुल 2807 रनों का 99.47 फीसदी टॉप सात बल्लेबाजों ने ही बनाए हैं।
सधी हुई शुरुआत के लिए टीम मैनेजमेंट शिमरॉन हेटमायर की जगह पारी की शुरूआत जो रूट से भी करवा सकते हैं।
ऐसे में होल्डर की जगह रूट को टीम में चुना जा सकता है और टॉस के नतीजे के आधार पर अंतिम एकादश में देवदत्त पड़िक्कल या फिर एक गेंदबाज के रुप में केएम आसिफ़ या कुलदीप सेन की भी जगह बन सकती है।
पिछले सीज़न में आर अश्विन को पिंच हिटर की भूमिका दी गई थी और बल्लेबाजी क्रम में ऊपर की तरफ़ भेजा गया था। अगर हालात अनुकूल रहें तो ऐसा इस बार भी किया जा सकता है। इस साल टीम मैनेजमेंट एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को टीम में रखने के बाद इस रणनीति को अपना सकते हैं।

टीम में हैं मज़बूत कोर खिलाड़ी

राजस्थान रॉयल्स के मुख्य खिलाड़ी काफी अनुभवी हैं और उन्हें सभी मैचों में अंतिम एकादश में रखा जाएगा। ऊपरी क्रम में संजू सैमसन और जॉस बटलर जैसे गेमचेंजर खिलाड़ी हैं तो ट्रेंट बोल्ट, युज़वेंद्र चहल और अश्विन जैसे विकेट लेने वाले और क़िफ़ायती गेंदबाजों से भी टीम सजी हुई दिखाई देती है। होल्डर दोनों ही भूमिका में फिट बैठते हैं।
कुमार संगाकारा के हाथों में मुख्य कोच और क्रिकेट निदेशक की कमान है तो लसिथ मलिंगा के पास तेज़ गेंदबाजी कोच जैसी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है।

घरेलू तेज़ गेंदबाज़ों में अनुभव की कमी

टीम में नवदीप सैनी के रुप में तेज़ गेंदबाज़ तो हैं, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा की जगह लेने के लिए कुलदीप यादव और कुलदीप सेन के अनुभव में थोड़ी कमी है। ऐसे में स्थानापन्न खिलाड़ी लाते समय ये बात ध्यान में रखनी होगी। साथ ही होल्डर की जगह भरने वाला कोई और खिलाड़ी दिखाई नहीं देता।

कौन सा मैच कहां

राजस्थान रॉयल्स के पहले दो घरेलू मुकाबले जयपुर में ना होकर असम के गुवाहाटी में होने जा रहे हैं। यानी अनजान जगह पर खिलाड़ियों को टूर्नामेंट की शुरुआत करनी होगी और अपने घरेलू मैदान जयपुर में टीम के 19 अप्रैल तक आने से पहले शुरुआती पांच मैच हो चुके होंगे।
राजस्थान टीम के अधिकांश मैचों के बीच 2-3 दिनों का अंतराल है, ऐसे में खिलाड़ियों में थकावट का एहसास हो सकता है।

बड़ा सवाल