पिछले सीज़न में कैसा था प्रदर्शन?
हैदराबाद की टीम ने पिछले सीज़न में कुल छह मैचों में जीत दर्ज की थी और आठ मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अंक तालिका की बात करें तो वे आठवें स्थान पर थे।
अभिषेक शर्मा, मयंक अग्रवाल, राहुल त्रिपाठी, एडन मारक्रम (कप्तान), हैरी ब्रूक, अब्दुल समद, अनमोलप्रीत सिंह, ग्लेन फ़िलिप्स, हेनरिक़ क्लासेन, उपेंद्र यादव, नीतीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, विव्रांत शर्मा, सनवीर सिंह, समर्थ व्यास, मयंक डागर, आदिल राशिद, मयंक मारकंडे, अकील हुसैन, भुवनेश्वर कुमार, मार्को यानसन, कार्तिक त्यागी, उमरान मलिक, टी नटराजन, फ़ज़लहक़ फ़ारूक़ी
खिलाड़ियों की उपलब्धता - पहले मैच के लिए सिर्फ़ पांच विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध
हैदराबाद की टीम में तीन साउथ अफ़्रीकी खिलाड़ी हैं - एडन मारक्रम, मार्को यानसन और हेनरिक़ क्लासेन। ये सभी खिलाड़ी तीन अप्रैल से टीम के लिए उपलब्ध रहेंगे। साउथ अफ़्रीका और नीदरलैंड्स के बीच खेले जाने वाले वनडे सीरीज़ के कारण ये देर से आईपीएल में आ रहे हैं। इसका मतलब है कि दो अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ हैदराबाद की टीम के पास सिर्फ़ पांच विदेशी खिलाड़ियों का विकल्प है।
इस बार के सनराइज़र्स हैदराबाद की टीम ने नया क्या है?
हैदराबाद के पास इस साल नया कप्तान है। पिछले साल के कप्तान केन विलियमसन को नीलामी के समय टीम से रिलीज़ कर दिया गया था। एडन मारक्रम एसए20 में भी सनराइज़र्स ईस्टर्न केप का नेतृत्व करते हैं और अब वह सनराइज़र्स हैदराबाद की भी कप्तानी करेंगे।
हैदराबाद ने अपने बल्लेबाज़ी क्रम को मज़बूत करने के लिए मयंक अग्रवाल और हैरी ब्रूक को ख़रीदा है। ब्रूक का हालिया प्रदर्शन का काफ़ी बढ़िया रहा है। वह विश्व क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों में से एक हैं। 99 टी20 मैचों में 148.32 की स्ट्राइक रेट से 2432 रन बनाकर वह आईपीएल में अपना पहला सीज़न खेलने आ रहे हैं।
2022 में टीम के रणनीतिक सलाहकार और बल्लेबाज़ी कोच रहे ब्रायन लारा को टॉम मूडी की जगह मुख्य कोच बनाया गया है। जबकि डेल स्टेन (तेज़ गेंदबाज़ी कोच), मुथैया मुरलीधरन (स्पिन गेंदबाज़ी कोच) और साइमन हेल्मोट (सहायक कोच) अपनी भूमिकाओं को बरकरार रखेंगे। नीदरलैंड्स के मुख्य कोच रयान कुक को फ़ील्डिंग कोच नियुक्त किया गया है।
टीम का मज़बूत पक्ष क्या है?
इस बार हैदराबाद की टीम का बल्लेबाज़ी क्रम काफ़ी मज़बूत दिख रहा है। ऊपरीक्रम में मयंक अग्रवाल, अभिषेक शर्मा और राहुल त्रिपाठी है। वहीं मध्यक्रम में मारक्रम, हैरी ब्रूक, हेनरिक़ क्लासेन या फ़िलिप्स हैदराबाद की बल्लेबाज़ी को काफ़ी गहराई प्रदान करेंगे। अगर आप इस क्रम में सुदंर और यानसन को भी जोड़ दें तो यह एक बेहतरीन बल्लेबाज़ी क्रम नज़र आता है।
हैदराबाद के पास एक मज़बूत भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण भी है। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार के अलावा उनके पास उमरान मलिक, टी नटराजन और कार्तिक त्यागी हैं। वहीं विदेशी गेंदबाज़ों में फ़ारूक़ी और यानसन भी हैं। कुल मिला कर तेज़ गेंदबाज़ी वाला मामला भी मज़बूत नज़र आत है।
टीम कमज़ोर कहां दिख रही है - स्पिन अटैक
अगर रशीद को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलती है तो सुंदर, मारक्रम और अभिषेक टीम में मुख्य स्पिन विकल्प बन जाते हैं। हालांकि उनके पास मारकंडे का भी विकल्प है।
विकेटकीपर के रूम में हैदराबाद की टीम फ़िलिप्स और क्लासेन में से किसे प्लेइंग 11 का हिस्सा बनाएगी, यह देखने वाली बात होगी।