IPL 2025 मेगा ऑक्शन 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में होने वाला है, जिसमें कुल 577 खिलाड़ी शामिल होंगे। यहां हम उन कुछ अहम रुझानों पर बात कर रहे हैं, जो इस ऑक्शन में दिख सकते हैं।
क्या नीलामी में लगेगी 25 करोड़ की बोली?
IPL 2024 के मिनी ऑक्शन में KKR और SRH ने मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस के लिए रिकॉर्ड बोली लगाई थी। इसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार 25 करोड़ रुपये की सीमा भी पार हो सकती है।
इसके दो मुख्य कारण हो सकते हैं। पहला कारण हैं -
ऋषभ पंत।
पंत का नाम उन मार्की खिलाड़ियों की सूची में सबसे पहले है, जिन पर रविवार को ऑक्शन शुरू होते ही बोली लगेगी। कई टीमें भारतीय कप्तान-सह -विकेटकीपर की तलाश में हैं। इसलिए पंत सबसे ज्यादा डिमांड वाले खिलाड़ियों में होंगे। कई सालों के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कोई बड़ा भारतीय खिलाड़ी ऑक्शन में उतर रहा है। बड़ी रक़म वाली टीमें - पंजाब किंग्स (₹110.5 करोड़), RCB (₹83 करोड़) और लखनऊ सुपर जायंट्स (₹69 करोड़) - पंत के लिए बड़ी बोली लगा सकती हैं।
इसके अलावा दिल्ली कैपिटल्स (₹73 करोड़) भी उन्हें ख़रीदने की कोशिश कर सकती है। पंत ने रिटेंशन की बातचीत असफल होने के बाद ऑक्शन में जाने का फै़सला किया। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पैसों की वजह से नहीं था।
दिल्ली के पास दो राइट-टू-मैच (RTM) कार्ड्स हैं, जो उन्हें पंत को वापस ख़रीदने का विकल्प देते हैं। और यह नए RTM नियमों के कारण ही कई खिलाड़ियों की बोली की रक़म काफ़ी ऊपर जा सकती है।
नए RTM नियम से बोली पर क्या असर होगा?
पहले के RTM नियम के तहत फ्रेंचाइज़ी ऑक्शन में खिलाड़ी के लिए लगाई गई अंतिम बोली की क़ीमत मैच करके उसे वापस ख़रीद सकती थी। लेकिन संशोधित RTM नियम में पिछले फ्रेंचाइज़ी द्वारा RTM कार्ड का उपयोग करने पर, अंतिम बोली लगाने वाली टीम के पास अपनी बोली बढ़ाने का एक और मौक़ा होगा। ऐसे में अगर वह टीम अपनी बोली बढ़ाती है, तो मूल फ्रेंचाइज़ी को उस नई बोली से मैच करना होगा।
उदाहरण के लिए मान लें कि किसी अन्य फ्रेंचाइज़ी ने पंत के लिए ₹18 करोड़ की अंतिम बोली लगाई है। दिल्ली RTM का उपयोग करती है। इसके बाद दूसरी फ्रेंचाइज़ी अपनी बोली ₹25 करोड़ तक बढ़ा देती है। ऐसे में पंत को वापस पाने के लिए दिल्ली को भी ₹25 करोड़ चुकाने होंगे, वरना वह उन्हें खो देगी।
फ्रेंचाइज़ी अधिकारियों ने कहा है कि नए RTM नियम से यह सुनिश्चित नहीं है कि टीम अपने खिलाड़ी को सही क़ीमत पर वापस ख़रीद सकेगी या नहीं। नतीजतन कई टीमों ने कम से कम पांच खिलाड़ियों को रिटेन किया है। KKR और राजस्थान रॉयल्स ने अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन किया है।
ESPNcricinfo को पता चला है कि कुछ फ्रेंचाइज़ी का मानना है कि RTM नियम ही कुछ बड़े नामी खिलाड़ियों के ऑक्शन में जाने का कारण है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें दूसरी फ्रेंचाइज़ी से बड़ी रक़म मिलने का भरोसा मिला है।
इम्पैक्ट प्लेयर - ऑक्शन में डाल सकता है इम्पैक्ट
इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने IPL 2024 में कई रिकॉर्ड टूटने में अहम भूमिका निभाई थी। अधिकांश इम्पैक्ट प्लेयर भारतीय थे, जिनमें से कई अनकैप्ड थे। 2023 में
ध्रुव जुरेल ने राजस्थान रॉयल्स के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में शुरुआत की। 2024 में पंजाब किंग्स के लिए
शशांक सिंह और
आशुतोष शर्मा की सफलता, या CSK द्वारा पॉवर-हिटर
समीर रिज़वी के लिए ₹8.4 करोड़ ख़र्च करना, यह दिखाता है कि फ्रेंचाइज़ी इम्पैक्ट प्लेयर के महत्व को लेकर गंभीर हैं।
इस बार भी टीमें इम्पैक्ट प्लेयर के रोल के लिए अनकैप्ड भारतीय नामों की तलाश में रहेंगी। कुछ ऐसे खिलाड़ी जिन पर बड़ी बोली लग सकती है, उनमें आशुतोष और रिज़वी (जो फिर से ऑक्शन में हैं), झारखंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ रॉबिन मिन्ज़ और कर्नाटक के बल्लेबाज़ अभिनव मनोहर शामिल हैं।
अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए बड़ी बोली की संभावना
अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों की गुणवत्ता और महत्व में पिछले कुछ वर्षों में काफी वृद्धि हुई है। फ्रेंचाइज़ी इन खिलाड़ियों को दीर्घकालिक नज़रिए से देख रही हैं। रिंकू सिंह (KKR) और तिलक वर्मा (MI) जैसे हालिया उदाहरण हैं, जो अनकैप्ड खिलाड़ियों से भारत के लिए खेलने वाले शीर्ष प्रदर्शनकर्ता बने।
इम्पैक्ट प्लेयर की सूची में शामिल नामों के अलावा, यहां कुछ अन्य अनकैप्ड खिलाड़ी हैं, जो इस ऑक्शन में बड़ी बोली हासिल कर सकते हैं: हरप्रीत बरार, नेहाल वढेरा, अंशुल कांबोज, रसिख सलाम, अंगकृष रघुवंशी और गुरजपनीत सिंह।