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IPL मालिकों की बैठक: DC चाहता है कि इम्पैक्ट प्लेयर का नियम समाप्त हो

SRH चाहता है कि कम से कम सात खिलाड़ियों को रिटेन करने दिया जाए

The IPL trophy in all its glory at the Marina beach in Chennai, IPL 2024, Chennai, May 25, 2024

IPL ट्रॉफ़ी  •  BCCI

दिल्ली कैपिटल्स (DC) के सह-मालिक पार्थ जिंदल चाहते हैं कि इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को समाप्त कर दिया जाए, जबकि सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) की मालकिन काव्या मारन चाहती हैं कि विदेशी खिलाड़ियों की संख्या पर बिना कोई प्रतिबंध लगाए टीमों को कम से कम सात खिलाड़ियों को रिटेन करने दिया जाए। वहीं हर पांच साल पर बड़ी नीलामी के सवाल पर टीम मालिक बंटे हुए थे।
बुधवार को BCCI और IPL टीम मालिकों के बीच मुंबई में ये कुछ अहम चर्चाएं हुईं। IPL 2025 के रिटेंशन से जुड़ी बिंदुओं को लेकर BCCI द्वारा यह बैठक बुलाया गया था।
बैठक में बड़ी नीलामी के दौरान राइट टू मैच (RTM) का विकल्प हो या ना हो, अनकैप्ड खिलाड़ियों को स्काउट करने और उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए क्या टीमों को इंसेंटिव मिलना चाहिए? इस पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा बड़ी नीलामी कितने साल पर हो और उसमें पर्स कितना हो, ये भी बैठक के कुछ अहम बिंदु थे।
BCCI द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि इन सभी सुझावों का मूल्यांकन कर रिटेंशन और नीलामी के नियम तय किए जाएंगे। अगस्त के अंत तक ये नियम सुनिश्चित हो सकते हैं।

इम्पैक्ट प्लेयर

इम्पैक्ट प्लेयर नियम का मूल उद्देश्य था कि अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों को अधिक मैच अनुभव मिले। हालांकि भारतीय टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा सहित कई प्रमुख खिलाड़ियों और कोचों का मानना है कि इससे खेल का संतुलन ख़राब हो रहा है और ऑलराउंडर्स का विकास रुक गया है।
जिंदल भी रोहित से सहमत नज़र आते हैं। बैठक के बाद उन्होंने कहा, "कुछ लोग यह नियम चाहते हैं क्योंकि इससे भारतीय युवा खिलाड़ियों को मौक़ा मिलता है, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं चाहते हैं क्योंकि इससे ऑलराउंडर्स का विकास रुक गया है। मैं दूसरी तरफ़ हूं। यह खेल '11 बनाम 11' का ही होना चाहिए और ऑलराउंडर्स इसके महत्वपूर्ण तत्व हैं। इस नियम के कारण कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी पूरे सीज़न के दौरान गेंदबाज़ी या बल्लेबाज़ी आती ही नहीं है, जो कि भारतीय क्रिकेट के लिए सही नहीं है।"

रिटेंशन

रिटेंशन इस बैठक का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा था। ESPNcricinfo को पता चला है कि मारन ने अनुरोध किया है कि रिटेंशन में विदेशी खिलाड़ियों की संख्या को सीमित ना किया जाए। इस बात को कुछ और फ़्रैंचाइजी भी IPL के मुख्य ऑपरेटिंग अधिकारी हेमांग अमीन को बता चुके हैं।
ESPNcricinfo को पता चला है कि कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) चाहता है कि रिटेंशन ना होकर सिर्फ़ RTM के ही जरिये कम से कम आठ खिलाड़ियों का बचाव किया जा सके।
मारन तो ये भी चाहती हैं कि फ़्रैंचाइजी को खिलाड़ियों से चर्चा करने मौक़ा मिले, जिसमें वह खिलाड़ियों से पूछ सकें कि वे रिटेंशन चाहते हैं या RTM, ताकि खिलाड़ी अपने रिटेंशन मूल्य को लेकर असंतुष्ट ना हों।
2018 बड़ी नीलामी में RTM था, लेकिन 2022 में इसे समाप्त कर दिया गया।

बड़ी नीलामी समाप्त की जाए?

जिंदल ने बताया कि कुछ टीम मालिक चाहते थे कि बड़ी नीलामी को ही ख़त्म कर दिया जाए। हालांकि जिंदल इसके पक्ष में नहीं थे। वहीं मारन का मानना है कि हर पांच साल पर ही बड़ी नीलामी होनी चाहिए और 2025 में बस छोटी नीलामी होनी चाहिए।
इस बैठक में जिंदल और मारन के अलावा शाहरुख़ ख़ान (KKR), मनोज बदाले और रंजीत बरठाकुर (RR), किरण गांधी (DC), रूपा गुरुनाथ और काशी विश्वनाथन (CSK), प्रथमेश मिश्रा और राजेश मेनन (RCB), संजीव गोयनका और शाश्वत गोयनका (LSG), नेस वाडिया (PBKS) और अमित सोनी (GT) ने भाग लिया, जबकि आकाश अंबानी (MI) ने इस बैठक को ऑनलाइन अटेंड जुड़े।