कमर की सर्जरी कराने के 11 महीने बाद
जसप्रीत बुमराह पहली बार पेशेवर क्रिकेट खेल रहे थे और उन्होंने आयरलैंड के ख़िलाफ़
पहले टी20 में शानदार वापसी की। उनके गेंदबाज़ी ऐक्शन में कोई बदलाव नहीं था, उन्हें कोई तक़लीफ़ होते नहीं दिखी और उनकी गेंदबाज़ी में गति भी थी।
बीसीसीआई के द्वारा साझा की गई अभ्यास सत्र की दो गेंद की क्लिप यह बताने के लिए काफ़ी थी वह अब पूरी तरह से फ़िट हैं। उनकी पहली गेंद बाउंसर थी और दूसरी सटीक यॉर्कर। बुमराह जब गेंद डाल रहे थे, तो उन्हें कमर में कोई समस्या नहीं थी और ऐसा ही पहले टी20 में दिखा।
लेकिन कभी पूछिए किसी भी क्रिकेटर से कि मैच में गेंदबाज़ी करना नेट्स पर गेंदबाज़ी करने से कितना अलग है। इसी वजह से हर किसी को शुक्रवार का इंतज़ार था और जब बुमराह ने भारत के लिए टी20 में पहली बार कप्तानी की और बादलों से ढके स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का निर्णय लिया तो भारतीय प्रशंसक और चयनकर्ता खुश हुए होंगे। याद रखिए, वनडे विश्व कप को शुरू होने में 50 दिन का समय रह गया है और एशिया कप शुरू होने में 12 दिन का।
बुमराह की पहली गेंद ख़राब थी। एक फुलर पैड पर और एंडी बैलबर्नी ने इसको स्क्वायर लेग पर चौके के लिए भेज दिया, लेकिन बैलबर्नी के लिए कुछ चौकाने वाला आना बाक़ी था।
बुमराह की दूसरी गेंद 129 किमी प्रति घंटा की गति से थी, लेकिन एंगल, सीम और स्विंग के मिश्रण से गेंद बैलबर्नी के बल्ले का किनारा लेती हुई स्टंप्स पर जा घुसी। बुमराह ने इसके बाद जश्न मनाने के लिए अपने हाथ हवा में फैला लिए। इसके बाद बुमराह ने अपनी गति को बढ़ाया। उनकी चौथी गेंद इन स्विंग थी जिसकी गति 135 किमी प्रति घंटा थी।
यह बुमराह के लिए एक अच्छी शुरुआत थी, जिसका भारत और भारतीय टीम के प्रशंसक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन यहां बात बेहतर से बेहतर होने की थी। लेंथ बॉल पर लोर्कान टकर स्कूप करने गए और बल्ले का बाहरी किनारा लेकर गेंद कीपर के हाथों में पहुंच गई।
पहली गेंद पर चौका खाने के बाद बुमराह ने पहले ओवर में पांच डॉट गेंद डाली और दो विकेट लिए।
उन्होंने अपने दूसरे ओवर की शुरुआत 130 किमी प्रति घंटा के आसपास की और तीसरी गेंद 141 किमी प्रति घंटे की डाली। इसके बाद उन्होंने 117 किमी प्रति घंटा से धीमी गति की गेंद डाली लेकिन इस ओवर में उन्हें कोई विकेट नहीं मिल पाया।
बुमराह की तरह ही भारत की विश्व कप रणनीति के लिए एक और तेज़ गेंदबाज़ अहमियत रखते हैं और वह हैं
प्रसिद्ध कृष्णा। वह भी चोट से लंबे समय बाद वापसी कर रहे थे और अपने टी20 डेब्यू पर उन्होंने लेग साइड पर ख़राब गेंद से शुरुआत की।
यह समानताएं यहां भी बरक़रार रही और उन्होंने अपने पहले ही ओवर की तीसरी गेंद पर शॉर्ट थर्ड पर टेक्टर को कैच कराकर पवेलियन भेजा।
बुमराह से अलग प्रसिद्ध ने शुरुआत 130 किमी/घंटा के रफ़्तार से की और उनकी पांचवी गेंद 145 किमी/घंटा के रफ़्तार की थी। वह लगातार गेंद को पिच के मध्य में हिट करते दिखे, जिससे उन्हें अतिरिक्त बाउंसर मिला। एक ऐसा कौशल जिसको भारत वनडे में मध्य ओवरों से पहले उनकी चोट से पहले देख रहा था। एक अन्य गेंद ने उनको जॉर्ज डॉकरेल का विकेट दिलाया जो रूम बनाने के चक्कर में क्रैंप कर गए, जिससे ऋतुराज गायकवाड़ ने कवर पर एक आसान सा कैच लिया।
बुमराह और प्रसिद्ध ने अपने पहले स्पैल में दो-दो ओवर किए और इसके बाद पारी के अंत में वापस आए। उस समय तक आयरलैंड 31 रनों पर पांच विकेट से 80 रनों पर छह विकेट तक पहुंच गया था।
बुमराह ने अपने तीसरे ओवर में 13 रन और प्रसिद्ध ने अपने चौथे ओवर में 15 रन दिए। लेकिन बुमराह ने अपना चौथा ओवर शानदार किया और लगातार तीन डॉट गेंद डाली और इसके बाद अपने चार ओवर के स्पेल को 24 रन पर दो विकेट के आंकड़ों के साथ ख़त्म किया, वहीं प्रसिद्ध ने 32 रन पर दो विकेट के साथ।
हालांकि बुमराह की पिछली दो वापसी सफल नहीं रही थीं। अभी भी चयनकर्ताओं को एशिया कप की टीम चुनना बाक़ी है और उम्मीद है कि ये दोनों उस टीम का हिस्सा होंगे।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।