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PCB चैंपियंस ट्रॉफ़ी के हाइब्रिड मॉडल पर तैयार, भारत के लिए रखीं शर्तें

PCB के अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसा नहीं हो सकता कि वे लगातार भारत जाएं, लेकिन भारत, पाकिस्तान ना आए

Mohammad Rizwan and PCB chairman Mohsin Naqvi speak to the media, Lahore, October 27, 2024

PCB चैंपियंस ट्रॉफ़ी के हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार  •  AFP/Getty Images

2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी को लेकर चल रहे गतिरोध को तोड़ने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक हाइब्रिड मॉडल पर विचार करने की पेशकश की है। इसके लिए PCB ने यह शर्त रखी है कि जब भारत में कोई वैश्विक टूर्नामेंट आयोजित हो तब भी इसी विकल्प के साथ आगे बढ़ा जाए। इसके लिए PCB ने लिखित समझौते के तहत इस विकल्प को स्वीकार करने की बात कही है।
ESPNcricinfo को पता चला है कि PCB ने इस प्रस्ताव को पिछले सप्ताहांत दुबई में ICC और BCCI के साथ हुई बैठकों में रखा था। इस प्रस्ताव में उन्होंने एक समान और दीर्घकालिक समझौते की मांग की है, जो 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी से आगे बढ़कर लागू हो और इसके तहत वैश्विक आयोजनों के दौरान भारत के बाहर खेलने का विकल्प पाकिस्तान को भी दिया जाए। यह तय होना बाक़ी है कि यह प्रावधान अगले तीन वर्षों के लिए होगा या वर्तमान राइट्स साइकिल (2031) के अंत तक।
इस दौरान भारत को तीन वैश्विक पुरुष टूर्नामेंटों की मेजबानी करनी है - 2026 T20 वर्ल्ड कप (श्रीलंका के साथ), 2029 चैंपियंस ट्रॉफ़ी और 2031 वर्ल्ड कप (बांग्लादेश के साथ) - इसके अलावा 2025 में महिला वर्ल्ड कप की मेज़बानी भी भारत करेगा। सह-मेज़बानी वाले आयोजन समाधान प्रदान कर सकते हैं, लेकिन भारत-पाकिस्तान मैचों में वही समस्या बनी रहेगी। साथ ही यह ICC के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। इसके अलावा अक्तूबर 2025 में होने वाला अगला एशिया कप भी भारत में खेला जाना है।
PCB के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने रविवार को दुबई में संवाददाताओं से कहा, "हम क्रिकेट के हित में जो भी बेहतर होगा, वह करेंगे। अगर किसी और फ़ॉर्मूले को अपनाना पड़ा, तो वह समानता के आधार पर ही होगा। पाकिस्तान के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ उसकी इज़्ज़त है; बाक़ी सब कुछ द्वितीय है।
"एकतरफ़ा व्यवस्था अब स्वीकार्य नहीं है। ऐसा नहीं हो सकता कि हम लगातार भारत जाएं, लेकिन वे पाकिस्तान न आएं। जो भी होगा, समानता के आधार पर होगा।"
हालांकि BCCI ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। संकेत मिल रहे हैं कि वे अपने टूर्नामेंटों के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाने के पक्ष में नहीं हैं। किसी भी स्थिति में ICC बोर्ड, PCB के प्रस्ताव का समीक्षा करेगा और चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर अंतिम निर्णय लेगा। PCB और BCCI दोनों को यह निर्णय अपनी-अपनी सरकारों से मंज़ूर कराना होगा। ICC ने 5 दिसंबर को इस बैठक की संभावित तारीख़ तय की है।
टूर्नामेंट के लिए विकल्प वैसे ही बने हुए हैं, जैसे पिछले सप्ताह हुई बैठक में थे - या तो टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर आधारित हो, जिसमें भारत अपने मैच पाकिस्तान के बाहर खेलेगा; या पूरा टूर्नामेंट किसी अन्य देश में आयोजित हो; या टूर्नामेंट भारत के बिना ही आगे बढ़े।
पिछली बैठक में यह तय किया गया था कि PCB को BCCI के साथ अलग से बातचीत करने के लिए समय दिया जाएगा ताकि कोई समाधान निकाला जा सके। BCCI ने ICC को बताया था कि भारतीय सरकार ने टीम को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी है। पिछले शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता ने कहा कि "सुरक्षा चिंताओं" के कारण भारत, पाकिस्तान यात्रा के लिए इच्छुक नहीं है।
प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "BCCI ने एक बयान जारी किया है, मैं आपको वही देखने का सुझाव दूंगा। उन्होंने कहा है कि वहां सुरक्षा चिंताएं हैं और इसलिए यह संभावना नहीं है कि टीम वहां जाएगी। कृपया BCCI द्वारा जारी बयान देखें।"
BCCI की ओर से ऐसा कोई बयान सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया है। PCB का कहना है कि उसने भारतीय टीम के यात्रा न करने के कारणों को लेकर आधिकारिक स्पष्टीकरण मांगा है, लेकिन उसे अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
पहली ICC बैठक के बाद, ICC में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। 1 दिसंबर को जय शाह, जो 2019 से BCCI सचिव थे, उन्होंने ICC अध्यक्ष का पदभार संभाला है। इमरान ख़्वाजा, जो ICC के उपाध्यक्ष हैं, अंतरिम अध्यक्ष के रूप में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के मुद्दे को संभाल रहे थे, लेकिन यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि अगली ICC बोर्ड बैठक में BCCI का प्रतिनिधित्व कौन करेगा।
इस बैठक को व्यापक रूप से चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर केंद्रित माना जा रहा है। हालांकि यह सुझाव भी दिया गया है कि यह शाह के कार्यकाल की शुरुआत के लिए एक औपचारिक कॉल हो सकता है।
समय तेज़ी से समाप्त हो रहा है। टूर्नामेंट शुरू होने में केवल 77 दिन बचे हैं और ICC को एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उसने अभी तक टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी नहीं किया है (आमतौर पर यह इवेंट शुरू होने से 100 दिन पहले जारी किया जाता है) और न ही टिकटिंग प्रक्रिया की घोषणा की है, जिससे प्रशंसक यात्रा की व्यवस्था कर सकें।