शार्दुल ठाकुर ने गेंदबाज़ों को "एकसमान और निष्पक्ष मौक़ा" देने वाली पिचों की वक़ालत की है। वह चाहते हैं कि पिच ऐसी हो, जो बल्लेबाज़ों के लिए ज़्यादा मददगार न हों, जैसा कि IPL में अक्सर देखा गया है।
ठाकुर ने सभी गेंदबाज़ों की ओर से बोलते हुए कहा कि वे सिर्फ़ ऐसी पिचें चाहते हैं जो एकतरफ़ा न हों, जहां "बल्लेबाज़ आएं और लगातार बड़े शॉट्स लगाते रहें।"
ठाकुर ने लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के इस सीज़न में पंजाब किंग्स (PBKS) के ख़िलाफ़
पहले घरेलू मैच से पहले कहा, "यह सिर्फ़ मेरी मांग नहीं है, बल्कि सभी गेंदबाज़ों की मांग है। बहुत से गेंदबाज़ अपनी बात खुलकर नहीं रख सकते हैं या उन्हें मीडिया के सामने पिच की स्थिति पर बोलने का मौक़ा नहीं मिलता।
"गेंदबाज़ सिर्फ़ यही मांग कर रहे हैं कि पिच को इस तरह तैयार किया जाए कि खेल संतुलित रहे और यह एकतरफ़ा न हो, जहां बल्लेबाज़ आएं और लगातार बड़ा शॉट्स खेलते रहें। हम सिर्फ़ निष्पक्ष मौक़ा और खेल में समान अवसर चाहते हैं।"
IPL 2025 के 10 मैचों में अब तक छह बार 200 से अधिक का स्कोर बना है, जिसमें सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने
पहले ही मैच में 286/6 का स्कोर खड़ा किया था। ठाकुर ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम की थोड़ी आलोचना की, लेकिन उनका मानना है कि इस नए नियम से ज़्यादा, पिचों में संतुलन बनाए रखने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा, "हमने पहले ही नियम में बदलाव देखा है और इम्पैक्ट प्लेयर नियम आ चुका है, जिससे हर टीम व्यावहारिक रूप से एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ खिला रही है, ख़ासकर लक्ष्य का पीछा करते हुए। या फिर मान लीजिए कि आप पहले बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, तो अब टीमों को गहराई मिल गई है, क्योंकि उनके पास बल्लेबाज़ बदलने और गेंदबाज़ को बुलाने का विकल्प है।"
"इम्पैक्ट प्लेयर नियम एक मनोरंजन का पहलू है और इससे खेल काफ़ी बदल गया है, लेकिन 250 से ज़्यादा के स्कोर बनने का कारण सिर्फ़ यह नियम नहीं है, बल्कि जिस तरह पिचें तैयार की जा रही हैं, वह भी बड़ी वजह है। बतौर गेंदबाज़ी इकाई, हम सिर्फ़ यह कह रहे हैं कि हमें निष्पक्ष मौक़ा दिया जाए, जहां हम बल्लेबाज़ों को आउट कर सकें।"
ठाकुर एक रिप्लेसमेंट प्लेयर के रूप में LSG की टीम में आए थे। वह जल्द ही LSG के पोस्टर बॉय बन गए हैं। वह अब तक खेले गए दो मैचों में छह विकेट लेकर टीम के सबसे सफल गेंदबाज़ हैं, उनकी इकॉनमी रेट 8.83 रही है। इस सीज़न में उनकी रणनीति क्या रही है?
इस सवाल पर ठाकुर ने कहा, "मुझे लगता है कि यह सब तैयारी का हिस्सा है। आपकी ताक़त इस बात में है कि आप अपने खेल को कितनी अच्छी तरह समझते हैं और उस दिन की पिच की स्थिति, खेल की परिस्थिति और सामने वाले बल्लेबाज़ को देखकर आप किस तरह से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी कर सकते हैं।"
"मुझे दूसरों के बारे में नहीं पता, लेकिन मैं बस यही कोशिश करता हूं कि अपने प्रदर्शन का सबसे अच्छा मौक़ा निकाल सकूं।"
LSG इस साल चोटों से परेशान रही है। मोहसिन ख़ान बाहर हो चुके हैं, जबकि मयंक यादव, जो लम्बर स्ट्रेस इंजरी से उबर रहे थे, अब पैर के अंगूठे की चोट से भी जूझ रहे हैं।
अकाशदीप भी अभी तक ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट दौरे में लगी पीठ की चोट से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। ठाकुर इस बात पर अडिग हैं कि टीम उन खिलाड़ियों पर ध्यान नहीं दे सकती जो अनुपलब्ध हैं, और टीम में मौजूद सभी खिलाड़ी बराबर हैं।
उन्होंने कहा, "एक टीम के रूप में, मेरा मानना है कि जो हमारे सामने है, वही महत्वपूर्ण है। आज, हमारे पास ये गेंदबाज़ हैं और हम इस गेंदबाज़ी इकाई के साथ अच्छा कर सकते हैं। हमें इसी पर ध्यान देना है।
"कोई भी खिलाड़ी यह नहीं सोचता कि अकाशदीप नहीं है, मयंक यादव नहीं है, इसलिए हमारी गेंदबाज़ी कमज़ोर हो गई है।"
"IPL में 25 खिलाड़ियों की टीम होती है। ये सभी 25 खिलाड़ी बराबर हैं। यह ज़रूर है कि पिछले प्रदर्शन या प्रतिभा के आधार पर आपको ज़्यादा मौके मिल सकते हैं। लेकिन जब आप मैदान पर उतरते हैं, तो इसका प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं होता। प्रदर्शन आपके आत्मविश्वास, उस दिन आपकी स्थिति और टूर्नामेंट से पहले आपकी तैयारी पर निर्भर करता है।"